कोरोना को मात दे घर लौटे PU के असिस्टैंट प्रोफैसर

Thursday, Apr 30, 2020 - 03:31 PM (IST)

चंडीगढ़ (पाल) : सैक्टर-37 के रहने वाले पी.यू. के असिस्टैंट प्रोफैसर 20 दिन के बाद कोरोना को मात देकर पी.जी.आई. से डिस्चार्ज हो गए हैं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मुश्किल वक्त में आप मैंटली स्ट्रांग हो तो चीज़ें मैनेज हो जाती हैं। पी.जी.आई. डॉक्टरों का भी खूब सपोर्ट मिला। इस मौके पर डॉ. विपिन कौशल, डॉक्टर जी.डी. पूरी, डॉ. रंजना सिंह, डॉक्टर नवीन पांडे मौजूद रहे। 

पहले खुद पर बहुत गुस्सा आया :
जब मुझे अपने डायग्नोज होने का पता चला तो अपने आप पर बहुत गुस्सा आया। मैडिकल फील्ड से हूं चीजें समझता हूं। लेकिन कई बार आप कुछ तय नहीं कर सकते। गुस्सा अपने आप से हुआ कि मैं क्यों कोरोना पॉजिटिव हुआ। चीजें यहीं नहीं रुकी। यह फ्रस्टटेशन वक्त के साथ बदल रही थी। किसी से कोई उम्मीद नहीं। चारों तरफ एक नेगेटिविटी दिख रही थी। मुश्किल वक्त में परेशानियां और बढ़ जाती हैं हुआ भी यही। 

डॉक्टरों से मिला खूब सपोर्ट :
पहले से ही हैल्थ इशू रहे हैं। रिकवरी नहीं हो रही थी। शुगर एक बड़ा कारण था। 10 अप्रैल को पी.जी.आई. नेहरू एक्सटेंशन सैंटर में एडमिट हुआ। मुझे लगता है कि अगर मुश्किल वक्त में आप मैंटली स्ट्रांग हो तो चीजें आप मैनेज कर लेते हो। आई.सी.यू. में एडमिट कार्ड हुआ। 5 दिन बाद वार्ड में आया। डॉक्टरों का मिल रहा सपोर्ट एक पॉजिटिव नजरिया दे रहा था।  

पत्नी और बेटी को देखकर मिली खुशी :
कोरोना को लेकर चारों और इतनी दहशत है कि मरीज कुछ सोच नहीं पाता। मेरे साथ भी यही हुआ। लेकिन उनकी कोशिश ही थी कि आज में कोरोना को मात देकर घर आया हूं। पत्नी और हाल ही में जन्मी बेटी को देखकर खुशी हुई। मेरी बड़ी बेटी और सास फिलहाल पी.जी.आई. में एडमिट हैं और उनका इलाज चल रहा है।

Priyanka rana

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