कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बायोमैट्रिक अटैंडैंस सिस्टम शुरू करने के आदेश

Wednesday, Jul 27, 2022 - 07:49 PM (IST)

चंडीगढ़,(राजिंद्र शर्मा): शहर में कोरोना के केस एक बार फिर बढऩे शुरू हो गए हैं। वहीं, यू.टी. प्रशासन ने संक्रमण दर बढऩे के बावजूद बायोमैट्रिक अटैंडैंस सिस्टम को दोबारा शुरू करने का फैसला लिया है। कार्मिक विभाग ने सभी विभागों के सचिवों और प्रमुखों को निर्देश जारी कर दिए हैं, जबकि कर्मचारियों की तरफ से फैसले का विरोध किया जा रहा है। उनका कहना है कि कोरोना के बढ़ते केसों के बीच बायोमैट्रिक अटैंडैंस सिस्टम शुरू करना सही नहीं है। 

 


विभाग की तरफ से जारी किए आदेश के अनुसार पहले शहर में कोरोना का संक्रमण अधिक फैल गया था जिसकी रोकथाम के लिए ही उचित कदम उठाते हुए बायोमैट्रिक अटैंडैंस सिस्टम को बंद कर दिया गया था। अब यू.टी. प्रशासन के सभी कार्यालयों में दोबारा ये सिस्टम शुरू करने का फैसला लिया गया है। सभी विभाग प्रमुखों से कहा गया है कि वह ये सुनिश्चित करें कि कर्मचारी बायोमैट्रिक मशीन पर ही अपनी अटैंडैंस मार्क करें।

 


बुधवार को जारी किए आदेशों का विरोध भी शुरू हो गया और कर्मचारी वापस लेने की अपील कर रहे हैं। कर्मचारियों का तर्क है कि शहर में कोरोना के केस फिर से बढऩे शुरू हो गए हैं। ऐसे में बायोमैट्रिक अटैंडैंस शुरू करने का सही समय नहीं है। प्रशासन को कोरोना के केस कम होने का इंतजार करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि जब केस कम हो गए थे, तब बायोमैट्रिक अटैंडैंस सिस्टम शुरू नहीं की गई। अब ऐसे हालात में दोबारा शुरू किया जा रहा है।
मंगलवार को 87 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आई है, जबकि 71  वर्षीय एक महिला की मौत भी हो गई। इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि इतने लंबे समय से बंद होने के कई कारण बायोमैट्रिक मशीनें खराब हो गई हैं जिसके चलते ठीक करने की जरूरत है। जब तक पूरा सिस्टम दोबारा दुरुस्त नहीं हो जाता, तब तक इस तरह के आदेश जारी करना गलत है। 

 


कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमैंट एंड एम.सी. इम्पलाइज एंड वर्कर्स यूनियन के महासचिव राकेश कुमार ने कहा कि कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, ऐसे में बायोमैट्रिक अटैंडैंस सिस्टम शुरू करना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक केस कम नहीं होते, तब तक इस पर रोक जारी रखी जानी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने फील्ड स्टाफ को इससे छूट दिए जाने की मांग की है। बायोमैट्रिक अटैंडैंस के कारण फील्ड स्टाफ का काम प्रभावित होता है।

Ajay Chandigarh

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