''अच्छी गुणवत्ता वाले प्रोटीन का करें सेवन''

punjabkesari.in Saturday, Mar 12, 2022 - 08:15 PM (IST)

चंडीगढ़,राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस पर नए अभियान के शुभारंभ के माध्यम से, ब्रिटानिया चीज़ का उद्देश्य उपभोक्ताओं को इसकी अच्छी गुणवत्ता वाले प्रोटीन के बारे में शिक्षित करना है। प्रोटीन एक महत्वपूर्ण मैक्रोन्यूट्रिएंट हैं। यह हेल्थी डाइट में अवश्य शामिल होना चाहिए। हालांकि, 5 में से 4 भारतीय, अच्छी गुणवत्ता वाले प्रोटीन का सेवन नहीं करते हैं। यह अभियान माता-पिता को अपने बच्चों के आहार में अच्छी गुणवत्ता वाले प्रोटीन के समृद्ध स्रोत के रूप में ब्रिटानिया चीज़ को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह बताना महत्वपूर्ण है कि आज के बच्चों में ताकत बढ़ाने के लिए प्रोटीन बहुत महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। प्रोटीन के मामले में ब्रिटानिया चीज़ के दो स्लाइस गाय के दूध के एक गिलास या 35ग्राम पनीर के बराबर होते हैं। यह बातें ब्रिटानिया डेयरी के चीफ बिजनेस ऑफिसर अभिषेक सिन्हा ने एक मुलाकात के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के बड़े आधारों के कारण वर्ष की पहली छमाही में वृद्धि कुछ हद तक मंद थी, हालांकि दूसरी छमाही में ब्रिटानिया ने अपनी ग्रोथ वापस प्राप्त कर ली है। 

 


अभिषेक सिन्हा ने कहा कि शीर्ष महानगरों एवं आधुनिक ट्रेड स्टोर में ब्रिटानिया काफी मजबूत बना हुआ है, हाल के ही दिनों में हमारे प्रमुख ग्रोथ मार्केट के अंतर्गत 20 शहर हैं जो शीर्ष 8 महानगरों और ई-कॉमर्स से अलग हैं। महामारी के दौरान तथा उसके बाद हमने देखा कि टियर 2 शहरों में पनीर की बिक्री महानगरों से अधिक रही है, इसीलिए इस साल हम टियर 2 शहरों में अपने डिस्ट्रीब्यूशन को आगे बढ़ाना चाहते हैं। इसके अलावा पनीर के लिए ई-कॉमर्स व्यवसाय पिछले 2 वर्षों से 100त्न की सीएजीआर से बढ़ रहा है और हम आने वाले वर्ष में भी इस गति को जारी रखने की उम्मीद करते हैं। संस्थागत पनीर मार्केट में ब्रिटानिया डेयरी की ग्रोथ 200 से 300 प्रतिशत बढऩे की उम्मीद है एवं अन्य कई अवसरों पर हमारा अपना बैक-एंड हमें और ग्रोथ दिला सकता है।

 

वित्तीय वर्ष 2020-21 में ब्रिटानिया चीज में 30त्न की वृद्धि हुई है जिसका मुख्य कारण  उपभोक्ताओं द्वारा घर के अंदर रहकर चीज की ज्यादा खपत करना रहा है।
 आईएमएसी डाटा के अनुसार, 2018 में पनीर की बिक्री 3100 करोड़ थी जो रिटेल सेल का 40 प्रतिशत थी तथा जिसका 60 प्रतिशत संस्थागत सेल्स से आया था। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ब्रिटानिया हमेशा एक साथ काम करने और किसान समुदाय को उनकी चुनौतियों से उबरने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। डेयरी किसान कल्याण कार्यक्रम की कल्पना 2017 में पुणे के रंजनगांव के पास कवाठे यमई, फकाटे और चंदोह नामक 3 गांवों को टारगेट करके की गई थी। कार्यक्रम एक ऐप के माध्यम से प्रौद्योगिकी का लाभ उठाता है जो डेयरी किसानों को उनके दूध की आपूर्ति और भुगतान को ट्रैक करने में सक्षम बनाता है। सभी किसान, ऐप के माध्यम से रियल टाइम में अपने दूध डालने / जमा, आय और दूध उपज की गुणवत्ता की निगरानी कर सकते हैं। कार्यक्रम में कुल किसान समुदाय के 60त्न से अधिक लोगों के पास ऐप तक पहुंच है।


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News Editor

Ajay Chandigarh