70 फीसदी कमर्शियल-इंडस्ट्रियल प्रॉपर्टीज में वायलेशन, जारी होंगे नोटिस

punjabkesari.in Friday, Aug 11, 2017 - 12:16 PM (IST)

चंडीगढ़(नीरज) : शहर की कॉमर्शियल और इंडस्ट्रियल प्रॉपर्टीज में से करीब 70 फीसदी में बिल्डिंग वायलेशन है। कई प्रॉपर्टीज में मिस यूज के मामले भी हैं। अब एस्टेट ऑफिस इन प्रॉपर्टीज के मालिकों को नोटिस जारी करने जा रहा है। कइयों को नोटिस जारी कर मिस यूज और वायलेशन तुरंत खत्म करने को कहा गया है। ऐसे सबसे ज्यादा मामले सैक्टर-17 और इंडस्ट्रियल एरिया में सामने आए हैं। इस बीच, बिल्डिंग मिस यूज पैनल्टी 500 रुपए प्रति स्क्वायर फुट से कम होने का इंतजार कर रहे प्रॉपर्टी मालिकों को इस मामले में भी जल्दी राहत की उम्मीद नहीं है। प्रशासन ने अभी इस पर विचार भी शुरू नहीं किया है।

 

प्रशासन हुआ गंभीर :
चंडीगढ़ प्रशासन शहर की तमाम प्राइवेट प्रॉपर्टीज में बिल्डिंग वायलेशन और मिस यूज को लेकर इस साल ज्यादा गंभीर हुआ है। अलग-अलग फेज में अलग-अलग प्रॉपर्टीज में बिल्डिंग वायलेशन और मिस यूज का सर्वे किया जा रहा है। 

 

इसी साल जनवरी में शहर की कॉमर्शियल और इंडस्ट्रियल प्रॉपर्टीज में वायलेशन और मिस यूज के लिए सर्वे के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू करने का फैसला किया गया था। यह काम अब लगभग समाप्ति की ओर है। जैसे-जैसे बिल्डिंग वायलेशन और मिस यूज के मामले सामने आ रहे हैं, संबंधित प्रॉपर्टीज के मालिकों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। 

 

अब तक सबसे ज्यादा नोटिस सैक्टर-17 और इंडस्ट्रियल एरिया में ही ज्यादा जारी किए गए हैं। ज्यादातर शोरूमों में मनमाफिक बदलाव कर लिए गए हैं। एक-एक शोरूम में कई कैबिन बनाकर उन्हें किराए पर दिया गया है तो इंडस्ट्रियल एरिया में मिस यूज के मामले ज्यादा हैं।


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