प्रस्ताव पास फिर भी फायर बिग्रेड में 80 पोस्ट खाली

punjabkesari.in Wednesday, Nov 27, 2019 - 01:05 PM (IST)

मोहाली(राणा) : फायर बिग्रेड विभाग में काफी लंबे समय से विभिन्न 80 पद खाली पड़े हैं। जिनमें 50 फायरकर्मी, 12 ड्राइवर, 9 सब-आफिसर व अन्य पद शामिल हैं। इसके लिए नगर निगम मोहाली की हाऊस मीटिंग में पास प्रस्ताव निकाय पंजाब को भेजा था। लेकिन अभी तक इस पर मोहर नहीं लग पाई, जबकि फायर विभाग को रोजाना काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। 

फायर बिग्रेड में खाली पड़े 80 पद तो अभी तक भरे नहीं गए। लेकिन वहीं, दूसरी तरफ पहले को भुलाकर नगर निगम की ओर से फायर बिग्रेड में 36 नए कर्मी भर्ती करने संबंधी घोषणा की गई। साथ ही यह भी कहा गया इन्हें रखने का काम जल्द शुरू कर दिया जाएगा। लेकिन अभी तक यह भी सिरे नहीं चढ पाया। जानकारी अनुसार नगर निगम कई सालों से कर्मियों की भर्ती नहीं हुई है। वर्ष 2009 से फायर बिग्रेड की भर्ती हुई थी, इसके बाद से यह काम अधर में था। एक बार नगर निगम ने आउटसोर्सिंग कंपनी के माध्यम से कर्मियों की भर्ती की रणनीति भी बनाई थी। 

लेकिन यह प्रोजैक्ट अधर में ही रह गया, क्योंकि जब नगर निगम की तरफ से रखे जाने वाले कर्मियों का ट्रायल लिया गया था, तो वह रेत की 60 किलोग्राम की बोरी लेकर भी दौड़ नहीं पाए थे। इसके अलावा उक्त उम्मीदवार सीढ़ी तक नहीं पढ पाए थे। जिसके बाद इस मामले तूल पकड़ लिया था, जिसके बाद यह प्रोजेक्ट अधर में ही रह गया। वहीं फायर विभाग के पास लगभग 25 कर्मी है। जिनके सहारे काफी समय ये काम चल रहा है। कई बार जब बढ़ी घटना होती है तो स्थिति खराब हो जाती है, क्योंकि उस समय विभाग के अफसरों को भी कर्मियेां की तरह काम करना पड़ता है। 

नगर निगम ने शहर में पहले दो नए फायर बिग्रेड स्टेशन बनाने की तैयारी की थी। यह फायर स्टेशन सैक्टर-78 व 65 में बनाए जाने थे, इसके लिए ग्माडा की ओर से जगह पहले ही नगर निगम को अलाट की जा चुकी है। जिस पर नगर निगम ने बांउड्री वाल से लेकर अन्य प्रक्रियाएं पूरी कर ली हैं। इसके बावजूद यह प्रोजैक्ट बीच में ही लटक गया था। क्योंकि थापर यूनिवर्सिटी से मिट्टी के सैंपलों के लिए जो पेमैंट की गई थी। उसमें पेंच फंस गया था, इसके बाद नगर निगम ने नए सिरे से पेमैंट की थी। इसके बाद अब यूनिवर्सिटी ने अपने डिजाइन तैयार कर लिए हैं।

विभाग के सूत्रों से पता चला है कि पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्वू के पास जब इस विभाग का चार्ज था, तो उस दौरान उनकी ओर से जितनी भी फायर विभाग में खाली पोस्टें पड़ी थी। उन सभी पोस्टों को जल्द भरने के आदेश दे दिए थे। लेकिन उसी दौरान अमृतसर रेल हादसे में लोगों की मौत होने के बाद यह मामला लटक गया। उनकी ओर से फायर विभाग मे भर्ती के ज्यादातर लोगों के टैस्ट पूरे हो चुके थे।

ईको सिटी व नयागांव में भी जरूरत :
मोहाली का शहरी एरिया पहले से काफी बढ़ गया है, ईको सिटी व नयागांव का एरिया भी काफी बड़ा है। जहां फायर स्टेशन की काफी जरूरत है क्योंकि वहां पर आगजनी के बाद या तो फायर बिग्रेड मोहाली से या फिर चंडीगढ़ से पहुंचती है। जब तक तो आग से पूरा सामान जलकर राख हो चुका होता है। 

3 मिनट में आनी चाहिए फायर ब्रिगेड :
फायर बिग्रेड विभाग के मुताबिक अगर कहीं भी आग लग जाएं तो कॉल आने के बाद फायर बिग्रेड की गाड़ी को घटनास्थल पर पहुंचने में 3 मिनट का समय लगना चाहिए। साथ ही 50 हजार वाली आबादी में एक फायर स्टेशन होना चाहिए। ताकि वहां के लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या न आए। 


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Priyanka rana

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