कमेटी ने लिया फैसला, मशीनों से होगी पॉल्यूशन की जाँच

Friday, Oct 21, 2016 - 08:20 AM (IST)

चंडीगढ़(विजय) : पहली बार चंडीगढ़ में वायु और ध्वनि प्रदूषण की चैकिंग के लिए 10 स्थानों पर 20 मशीनें लगाई जाएंगी। शहर में लगातार बढ़ रहे पॉल्यूशन की जांच करने के लिए यह फैसला चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी (सी.पी.सी.सी.) द्वारा लिया गया है। पॉल्यूशन चेक करने के लिए कमेटी ने हाल ही में 2.5 पी.एम. की 10 मशीनें खरीदी हैं। इन मशीनों को उन्हीं जगहों पर लगाया जाएगा जहां पर पहले से 10 पी.एम. की मशीनें लगी हुई हैं। यह सब होगा दीवाली के दौरान यह डाटा एकत्रित करने के लिए उस रात शहर में पॉल्यूशन की मात्रा कितनी बढ़ जाती है? इसके लिए कमेटी द्वारा सभी प्रकार की तैयारियां कर ली हैं।


अधिकारियों की मानें तो जो 2.5 पी.एम. की नई मशीनें खरीदी गई हैं उनके जरिए हवा में घुलने वाले बारीक से बारीक कणों की भी जानकारी हासिल की जाएगी। इससे यह फायदा होगा कि अब यह भी पता लगाया जा सकेगा कि शहर की हवा में कोई विषैले कण तो मौजूद नहीं हैं। स्मार्ट सिटी की तरफ कमेटी ने भी एक कदम बढ़ाते हुए यह फैसला लिया है।


1 सप्ताह पहले भी होगी मॉनीटरिंग : 
सी.पी.सी.सी. की योजना है कि जो मशीनें नई खरीदी गई हैं इन्हें 1 सप्ताह पहले शहर के विभिन्न हिस्सों में लगा दिया जाएगा। जिससे कि यह डाटा एकत्रित किया जा सके कि नॉर्मल दिनों में शहर में पॉल्यूशन की मात्रा कितनी रहती है। इसके बाद एक डाटा दीवाली वाले दिन का लिया जाएगा। जिसके बाद शहर में बढ़ रहे पॉल्यूशन की गंभीर समस्या से निपटने के लिए प्लानिंग की जाएगी। 


ऑन द स्पॉट होगी पटाखों की जांच : 
सी.पी.सी.सी. ने इस साल अधिक ध्वनि पैदा करने वाले पटाखों पर नकेल कसने के लिए सभी प्रकार की तैयारी कर ली है। खासतौर पर इस साल कमेटी की टीम ऑन द स्पॉट दुकानों पर जांच करेगी कि ऐसे पटाखों की सेल कहीं न हो जो कि पर्मिसेबल 125 डेसिबल से अधिक शोर मचाते हों। ये टीमें मौके पर ही पटाखे जलाकर मशीन के जरिए उसकी ध्वनी की जांच भी करेगी। अगर कोई दुकानदार नियमों को तोड़ता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी होगी।
 

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