हरियाणा राज्यसभा की 2 सीटों के लिए शैड्यूल जारी

Tuesday, May 24, 2022 - 07:51 PM (IST)

चंडीगढ़,(दीपक बंसल): राज्यसभा-2022 के द्विवाॢषक निर्वाचन हेतु रिटॄनग ऑफिसर आर.के. नांदल ने आज राज्य सभा की 2 रिक्त सीटों को भरने के लिए चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया। नांदल ने बताया कि उम्मीदवार द्वारा अपने नामांकन 31 मई तक किसी भी दिन प्रात: 11 बजे से बाद दोपहर 3 बजे तक भरे जा सकेंगे। नामांकन पत्रों की छंटाई 1 जून, 2022 को प्रात: 10 बजे होगी। नामांकन 3 जून, 2022 को बाद दोपहर 3 बजे तक वापस लिए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि मतदान, यदि आवश्यक हुआ, तो 10 जून, 2022 को प्रात: 9 बजे से सायं 4 बजे तक होगा। 

 


राज्यसभा की इन सीटों के लिए राजनीतिक दलों की बिसातें बिछनी शुरू हो गई है। भाजपा दोनों सीटों पर अपना उम्मीदवार उतार सकती है, जिस ओर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले दिनों इशारा कर दिया था। विधायकों की संख्या और गणित के हिसाब से अगर कोई खेल न हो जाए तो एक सीट भाजपा और एक सीट कांग्रेस के खाते में जाती है लेकिन अगर भाजपा द्वारा दूसरा उम्मीदवार मैदान में उतारा जाता है तो फिर पहले हुए स्याही कांड की भांति कोई बड़ा खेल होने की संभावना को नकारा भी नहीं जा सकता। 

 


बड़े खेल का अर्थ क्रॉस वोटिंग से है क्योंकि राज्यसभा चुनाव में न तो व्हीप जारी हो सकती है न ही दल-बदल कानून लागू होता है तो ऐसे में क्रॉस वोटिंग होने की संभावना बनी रहती है। पहले हुए स्याही कांड की गूंज पूरे देश में छाई थी। कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई भी प्रदेश की नजरें टिकी हैं क्योंकि कांग्रेस हाईकमान के नाराजगी के बीच उनकी मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकातें होना लोगों को सोचने पर मजबूर करता है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की एक विधायक है, जो भाजपा नेताओं के चहेते बने हुए है तो ऐसे में भाजपा अगर दूसरा उम्मीदवार मैदान में उतारती है तो किसी भी तरह संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। 

 


6 वर्ष पहले राज्यसभा चुनाव में हुआ था स्याही कांड 
इस बार जिन 2 सीटों पर 10 जून को चुनाव होने जा रहा है, करीब 6 साल पहले इन्हीं 2 सीटों पर स्याही कांड हुआ था। उस समय भाजपा ने पहली सीट पर बीरेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया था। वहीं, दूसरी सीट पर भाजपा समॢथत सुभाष चंद्रा चुनाव में थे। कांग्रेस व इनैलो ने मिलकर एडवोकेट आर.के. आनंद को प्रत्याशी बनाया था। 14 विधायकों की वोट पैन बदलने के चलते रद्द हो गए थे। ऐसे में दूसरी सीट पर भी भाजपा समॢथत सुभाष चंद्रा की जीत हुई थी और कांग्रेस-इनैलो समॢथत प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा। चर्चाओं की मानें तो सुभाष चंद्रा की टीम ने नामांकन-पत्र प्रक्रिया सहित चुनावों को लेकर जानकारियां विधानसभा सचिवालय से जुटानी शुरू कर दी है, जिसके चलते चर्चाएं चल पड़ी कि सुभाष चंद्रा दूसरी बार राज्यसभा जाने का प्रयास कर सकते हैं। 

 


यह है विधायकों का गणित 
हरियाणा विधानसभा में 90 सदस्य हंै तो ऐसे में भाजपा को पहली सीट के लिए 31 विधायकों की जरूरत पड़ेगी। भाजपा के 40 विधायक हैं। जजपा के 10 विधायकों का भाजपा को समर्थन है। 7 निर्दलीयों में से बलराज कुंडू को छोड़कर 6 विधायक भी भाजपा के साथ हैं। सिरसा विधायक गोपाल कांडा ने भी सरकार को समर्थन दिया हुआ है। ऐलनाबाद विधायक अभय सिंह चौटाला कहां जाएंगे, यह समय बताएगा। कांग्रेस के 31 विधायक हैं। ऐसे में अगर तीसरा प्रत्याशी मैदान में आता है तो कांग्रेस को चुनावों में जीत हासिल करने के लिए कम से कम 30 विधायकों की जरूरत होगी। नामांकन-पत्र वापसी के दिन स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। अगर 2 ही प्रत्याशी मैदान में रहते हैं तो फिर निॢवरोध दोनों प्रत्याशी निॢवरोध चुने जाएंगे, अगर तीसरा प्रत्याशी मैदान में रहता है तो फिर 10 जून को चुनाव होंगे।
 

Ajay Chandigarh

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