डकैती का केस साबित करने में पुलिस फेल, साजिश रचने के 4 आरोपी बरी

Saturday, Oct 27, 2018 - 10:27 AM (IST)

चंडीगढ़(संदीप): जिला अदालत ने डकैती की साजिश रचने के केस में साक्ष्यों के अभाव में कादर खान, हसन, कक्कड और चांद मोहम्मद को बरी कर दिया है। पुलिस अदालत में केस को साबित करने में नाकामयाब रही। मौलीजागरां थाना पुलिस ने इसी साल अप्रैल में केस दर्ज किया था। एक आरोपी मौके से फरार हो गया था। आरोपियों के वकील अंकुर चौधरी ने बताया कि पुलिस ने इस केस में कोई इंडिपेंडैंट विटनैस नहीं बनाया था। इसके अलावा पुलिस के जो गवाह थे उनके बयान भी आपस में नहीं मिल रहे थे। इसलिए पुलिस का कहानी झूठी साबित हुई। 

एक आरोपी कादर खान के वकील दीक्षित अरोड़ा ने बताया कि ये कैसे मुमकिन हो सकता है कि उन लड़कों ने जो बातें सीक्रेट इन्फॉर्मर के सामने की थी, वही चीज वे उस कांस्टेबल के सामने दोहराएंगे जो ऑटो के छिपकर उनकी बातें सुन रहा था। पुलिस के एक रिकवरी विटनैस ने बयान दिया कि ऑटो में 4 लोग बैठे थे जबकि एफ.आई.आर. में पांच के नाम थे। जबकि डकैती की प्लानिंग करने से जुड़ा केस तभी बनता है जब 5 या उससे ज्यादा लोग शामिल हों। ऐसे में इन लोगों पर कोई केस बनता ही नहीं।

सादे कपड़ों में कांस्टेबल को भेजकर पकड़े थे
मौलीजागरां थाना पुलिस के दायरकेस के अनुसार इसी साल 11 अप्रैल को मौलीजागरां  थाना पुलिस रात को पैट्रोलिंग कर रही थी। पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि रायपुर कलां में सी.टी.यू. डिपो की बाऊंड्री वॉल के पास कुछ लोग डकैती की साजिश रच रहे हैं। उन्हें पकडऩे के लिए पुलिस ने एक कांस्टेबल को सादे कपड़ों में मौके पर भेजा। वे सभी ऑटो में बैठे थे। पुलिस कांस्टेबल ऑटो के पीछे जाकर छिप गया और उनकी बातें सुनने लगा। इतने में उसने अपनी टीम को इशारा किया और पुलिस ने फौरन 4 आरोपियों को काबू कर लिया जबकि एक आरोपी वहां मौके से फरार हो गया था। 

bhavita joshi

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