पुलिस विभाग में सीक्रेट सर्विस फंड मेंं गबन!

punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2020 - 09:46 AM (IST)

चंडीगढ़(सुशील) : पुलिस विभाग हर साल लाखों रुपए सीक्रेट सर्विस फंड खर्च कर रही है लेकिन फंड को यूनिटों में वितरित करने के लिए कोई गाइडलाइन नहीं बनाई। सीक्रेट सर्विस फंड में गबन की आशंका के चलते ही एक पुलिस जवान ने दिल्ली सी.बी.आई. को शिकायत दी। 

जवान ने शिकायत में आरोप लगाते हुए सी.बी.आई. से मांग की है कि जल्द से जल्द सीक्रेट सर्विस फंड वाले रजिस्टर को जब्त किया जाए। नहीं तो पुलिस विभाग फंड वाले रिकार्ड को गायब कर देगा। सूत्रों से पता चला कि लाखों रुपए का सीक्रेट सर्विस फंड यूनिटों में नहीं पहुंच रहा है। इसके कारण थाना प्रभारियों को मुखबिरों को खुद जेब से रुपए देकर सूचनाएं एकत्रित कर अपराधियों को पकडऩेे में लगे हुए हैं। 

पुलिस जवान ने सीक्रेट सर्विस फंड को लेकर जब पुलिस विभाग में आर.टी.आई. में जानकारी हासिल करनी चाही तो विभाग ने पूरी जानकारी नहीं दी। आर.टी.आई. में विभाग ने यह बताया कि पिछले पांच साल में लाखों रुपए का सीक्रेट सर्विस फंड मिला और पूरा इस्तेमाल कर दिया लेकिन यह जानकारी देने से विभाग कन्नी काटता रहा कि एस.डी.पी.ओ. को कितना-कितना फंड जारी किया गया। जब इस मामले में डी.एस.पी. (पी.आर.ओ.) चरणजीत सिंह ने कहा कि मैं सुबह इस बारे में बता पाऊंगा।

किस लिए मिलता है सीक्रेट सर्विस फंड :
सीक्रेट सर्विस फंड लॉ एंड आर्डर मनटेन करने के लिए सूचनाएं एकत्रित करने और मुखबिरों को देने के लिए पुलिस विभाग को मिला है। 

शिकायतकर्ता ने सी.बी.आई. को दी शिकायत में आरोप लगाया कि अक्तूबर 2019 को संवेदनशील यूनिटों को काफी समय से सीक्रेट सर्विस फंड नहीं मिल रहा है जबकि पुलिस विभाग हर साल सीक्रेट सर्विस फंड लाखों रुपए लेकर इस्तेमाल कर रहा है। शिकायतकर्ता ने आर.टी.आई. में फंड की जानकारी हासिल की तो उन्हें गबन की आशंका हुआ। इसी के चलते उन्होंने मामले की शिकायत दिल्ली सी.बी.आई. को दी। 

इतना फंड जारी हुआ पिछले पांच साल में 
वर्ष             फंड मिला        फंड खर्च किया
2015-16    50 लाख          50 लाख
2016-17    50 लाख          50 लाख
2017-18    50 लाख          50 लाख
2018-19    75 लाख          75 लाख
2019 -20    75 लाख         31 लाख (31.8.2019)


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Priyanka rana

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