ट्रांसफर होने के बावूजद रिलीव नहीं किए पुलिस जवान
punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2020 - 11:24 AM (IST)
चंडीगढ़(सुशील) : पुलिस विभाग में ऑटोमैटिक प्लेसमैंट साफ्टवेयर के जरिए कांस्टेबल से लेकर सब इंस्पैक्टर की ट्रांसफर होने के बावजूद संबंधित यूनिटों के अधिकारी उन्हें रिलीव नहीं कर रहे हैं।
कई पुलिस जवान रिलीव होने के लिए सिफारिश तक लगा चुके हैं लेकिन उन्हें रिलीव नहीं किया जा रहा है। कई यूनिट के अधिकारी अफसरों के पास पेश होकर रिलीव होने वाले अपने चहेते पुलिस जवानों की ट्रांसफर रुकवा चुके हैं।
कई जवान एक ही यूनिट में कांस्टेबल से लेकर ए.एस.आई. तक प्रोमोट हो चुके हैं लेकिन (पुलिस एस्टेबलिशमैंट बोर्ड) पी.ई.बी. के अधिकारियों की नजर ऐसे पुलिसकर्मियों पर नहीं पड़ रही है। हैरानी यह है पुलिस विभाग के अफसर पी.ई.बी. का चार्ज एक ही अधिकारी को दे रखा है।
दिसम्बर में 450 जवानों की हुई थी ट्रांसफर :
चंडीगढ़ पुलिस विभाग की पी.ई.बी. ने दिसम्बर में 450 जवानों (कांस्टेबल से सब इंस्पैक्टर तक) की ट्रांसफर ऑटोमैटिक प्लेसमैंट साफ्टवेयर के जरिए की थी। इस ट्रांसफर लिस्ट में बहुत से पुलिस जवान ऐसे हैं, जो कोई न कोई बहाने बनाकर अपनी ट्रांसफर रुकवा गए। इसके अलावा कई पुलिस जवानों को संबंधित यूनिटों से रिलीव नहीं किया गया।
कई पुलिस जवानों की पोस्टिंग अधिकारियों ने जानबूझकर रुकवा दी गई। सूत्रों की माने तो पुलिस जवान अपनी ट्रांसफर करवाने और रुकवाने के लिए हर तरह से प्रयास करते हैं। चाहे इसके लिए कुछ भी करना पड़े। यूनिटों के इंचार्ज लगने के लिए कई अधिकारी पी.ई.बी. के सदस्यों को सिफारिश लगाने तक जुटे रहते हैं।
मनमर्जी से विभाग में 14 पी.ई.बी. बना डाले :
पुलिस जवानों की ट्रांसफर के लिए पुलिस विभाग में पहले एक ही पी.ई.बी. होता था लेकिन पुलिस अधिकारियों ने मनमर्जी से चंडीगढ़ पुलिस में 14 पी.ई.बी. बना डाले। पुलिस एस्टेबलिशमैंट बोर्ड का गठन 2007 में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद हुआ। साल 2007 में पी.ई.बी. के गठन से पहले चंडीगढ़ पुलिस में होने वाले ट्रांसफर ओ.एस.आई. ब्रांच किया करती थी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद दूसरे राज्यों की तरह चंडीगढ़ में पी.ई.बी. गठित हुआ था लेकिन 29 मार्च, 2010 को चंडीगढ़ में नए पंजाब पुलिस एक्ट 2008 को एम.एच.ए. की नोटीफिकेशन के द्वारा लागू कर दिया गया। इसके बाद यह साफ हो गया कि चंडीगढ़ पुलिस में जो कुछ भी होगा, वह नए पंजाब पुलिस एक्ट-2008 के मुताबिक होगा।
इसकी सैक्शन-32 के तहत प्रशासक चंडीगढ़ को पुलिस एस्टेबलिशमैंट बोर्ड के स्थान पर पुलिस एस्टेबलिशमैंट कमेटी बनानी थी। इसमें चंडीगढ़ पुलिस के हैड को चैयरमैन, एस.एस.पी. रैंक और एस.पी. रैंक या उससे ऊपर रैंक के दो अधिकारियों को मैंबर बनाना था लेकिन चंडीगढ़ में वर्तमान में समय में भी पुलिस एस्टेबलिशमैंट कमेटी के बजाए पी.ई.बी. ही चला आ रहा है।
नए पी.ई.बी. के अधिकारी अब अपने यूनिटों के पी.ई.बी. चैयरमैन पुलिस जवानों ने अपनी यूनिटों में आसानी से ट्रांसफर कर सकते हैं लेकिन सबसे ज्यादा दिक्कत तब होती है, जब पुलिस जवानों को एक यूनिट से दूसरी यूनिट जाने के लिए रिलीव करना होता है। यूनिट के अधिकारी पुलिस जवानों को रिलीव करने में आनाकानी करते हैं।
28 अगस्त, 2018 को गठित हुए ये 14 पी.ई.बी.
यूनिट विंग चैयरमैन मैंबर
सिक्योरिटी एस.एस.पी. ट्रैफिक/सिक्योरिटी डी.एस.पी. सिक्योरिटी/हैडक्वार्टर इंस्पैक्टर एडमिन/सिक्योरिटी
ट्रैफिक एस.एस.पी. ट्रैफिक/सिक्योरिटी डी.एस.पी. ट्रैफिक/एडमिन इंस्पैक्टर एडमिन/ट्रैफिक
सी.आई.डी. एस.एस.पी. यू.टी. डी.एस.पी. सी.आई.डी.
सभी सब-डिवीजन एस.एस.पी. यू.टी. एस.डी.पी.ओ. सैंट्रल इंस्पैक्टर /एस.एच.ओ.-36
साइबर क्राइम एस.एस.पी. यू.टी. डी.एस.पी. सी.सी.आई.सी इंचार्ज सी.सी.आई.सी.
पी.सी.आर. एस.एस.पी. यूटी डी.एस.पी. पी.सी.आर. इंस्पैक्टर एडमिन पी.सी.आर.
हैडक्वार्टर एस.एस.पी. हैडक्वार्टर डी.एस.पी. हैडक्वार्टर सुपरिंटैंडैंट एडमिन
डिस्ट्रिक्ट लाइन एस.एस.पी. हैडक्वार्टर डी.एस.पी लाइन. आर.आई. लाइन
ट्रैनिंग एस.एस.पी. हैडक्वार्टर डी.एस.पी. ट्रैनिंग चीफ लॉ इंस्ट्रक्टर
कम्यूनिकेशन एस.एस.पी. हैडक्वार्टर एस.पी. कम्यूनिकेशन इंस्पैक्टर कम्यूनिकेशन
ऑपरेशन सैल एस.पी. ऑपरेशन डी.एस.पी. ऑपरेशन इंस्पैक्टर इंचार्ज ऑपरेशन
ई.ओ.डब्लयू. एस.पी. ऑपरेशन डी.एस.पी. ई.ओ.डब्लयू. इंस्पैक्टर एडमिन ई.ओ.डब्ल.यू.
क्राइम ब्रांच एस.पी. ऑपरेशन डी.एस.पी. क्राइम इंचार्ज क्राइम ब्रांच