ASI ने CM से मांगी भ्रष्ट अधिकारियों की पोल खोलने की अनुमति

punjabkesari.in Friday, Jun 23, 2017 - 08:36 AM (IST)

चंडीगढ़(विनोद) : पंजाब पुलिस के वॉयरलैस विभाग के बड़े पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार समेत अन्य अपराधों में शामिल होने के आरोप लगाने वाले पुलिस के वॉयरलैस विभाग में कार्यरत ए.एस.आई. सतनाम सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मंजूरी मांगी है कि उन्हें प्रैस कांफ्रैंस करने की मंजूरी दी जाए ताकि वह भ्रष्ट अफसरों का सच सामने ला सके। 

 

ए.एस.आई. बाजवा ने मुख्यमंत्री समेत वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, एडिशनल होम सैक्रेटरी निर्मलजीत सिंह कलसी, डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा और ए.डी.जी.पी.(आई.टी. एंड टी.) वी.के. भांवरा को चिट्ठी लिख यह मांग की है। पत्र में आरोप लगाए हैं कि विभाग में पुलिस कर्मियों के फंडों, सरकारी खजाने की लूट, सिन्योरिटी को आधार बना अदालतों को गुमराह करने, अधिकारियों को धोखा देने व करोड़ों रुपए की नजायज अदायगी करने का सच जनता के सामने आना चाहिए। कहा है कि विभाग से इंसाफ मिलने की उम्मीद नजर नहीं आती। बाजवा ने दावा किया है कि उनके पास अपने आरोपों को पुख्ता करने के ठोस सबूत हैं। 

 

यह खुलासे करना चाहता है :
मीडिया के सामने विभाग का रिकार्ड गायब करने वाले कर्मियों व अफसरों के नामों का खुलासा किया जाएगा। विभाग के कर्मियों की सिन्योरिटी को लेकर कोर्ट में लंबित मामलों के संबंध में सच्चाई सामने लाई जाएगी। आरोप लगाया है कि कुछ लाभार्थियों द्वारा अदालत तथा सरकार को गलत तथ्य पेश कर गुमराह किया जा रहा है। 

 

वायरलैस विभाग में रुपयों का गणित सुधार के सरकारी खजाने में सालाना करोड़ों रुपए की बचत कैसे की जा सकती है और सिन्योरिटी को लेकर अदालतों में जाने वाले अनेकों केस कैसे खत्म किए जा सकते हैं, उनकी जानकारी भी पेश की जाएगी। इसके अलावा छोटे-छोटे कामों में सुधार कर बेहतर संचालन करने व बिजली प्रबंधन को लेकर जानकारी प्रैस कांफ्रैंस में देने की बात कही गई है। 

 

एस.पी.(लॉ एंड आर्डर) ऑफिस पहुंची फाइल :
ए.एस.आई. सतनाम सिंह बाजवा द्वारा विभाग की गुम हुई फाइलों के संबंध में लगाए गए संगीन आरोपों व उन्हें लेकर जांच की मांग वाली शिकायत एस.पी. (लॉ एंड आर्डर) के ऑफिस में पहुंच गई है। शिकायतकत्र्ता को इस संबंध में पुलिस ऑफिस से फोन पर इसकी जानकारी देते हुए जल्द उन्हें जांच में शामिल करने की बात कही है। गौरतलब है कि ‘पंजाब केसरी’ ने इन फाइलों के गायब होने की खबर को प्रमुखता से छापा था ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके। सैक्टर-3 थाने में 4 महीने पहले इस केस को दर्ज किया गया था हालांकि पुलिस अभी तक कुछ अहम जानकारी हासिल नहीं कर पाई।
 


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