फिलिप मॉरिस इंटरनेशनल की भारतीय कंपनी को द इक्‍वल-सैलरी फाउंडेशन द्वारा सम्‍मानित किया गया

punjabkesari.in Wednesday, Jul 23, 2025 - 05:40 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। फिलिप मॉरिस इंटरनेशनल इंक (पीएमआई) की भारतीय कंपनी आईपीएम इंडिया को कार्यस्थल पर निष्पक्षता और समानता के लिए वैश्विक प्रमाणन मिला है। यह कंपनी दुनिया की उन शीर्ष कंपनियों में शामिल है जो अपने कर्मचारियों को समान काम के लिए समान सैलरी और तरक्‍की के अवसर देती हैं। इक्‍वल-सैलरी फाउंडेशन ने पीएमआई को हर जगह समान काम के लिए समान सैलरी देने के लिए सम्मानित किया है। यह 2019 के बाद तीसरी बार है जब आईपीएम इंडिया को अपनी समान सैलरी(इक्‍वल पे) की नीतियों के लिए पुरस्कार मिला है।

यह प्रमाणन दर्शाता है कि आईपीएम इंडिया समान सैलरी को प्रोत्साहित करता है और इसने ऐसी मजबूत व पारदर्शी नीतियां स्थापित की हैं जो प्रत्येक कर्मचारी को उत्कृष्टता प्राप्त करने और विकास व सफलता के समान अवसरों का लाभ उठाने के लिए सशक्त बनाती हैं।

इस साल, सही सैलरी की मान्यता के साथ-साथ यह सर्टिफिकेट आईपीएम इंडिया को बराबर मौके देने की उनकी कोशिशों के लिए भी मिला है। इससे कर्मचारियों को आगे बढ़ने और बदलाव लाने का मौका मिलता है और ऐसा कल्चर बनता है जो अच्छे टैलेंट को आकर्षित करता है।

नवनील कर, मैनेजिंग डायरेक्टर, आईपीएम इंडिया ने कहा, “हमें इक्‍वल-सैलरी फाउंडेशन से यह सम्मान मिलना गर्व की बात है। यह प्रमाणन दिखाता है कि हम समानता और निष्पक्षता के लिए कितने समर्पित हैं। हम काम करने का एक ऐसा स्‍थान बनाना चाहते हैं जहां सभी कर्मचारी सहज महसूस करें और उन्‍हें समान अवसर मिलें। हमारा मानना है कि विविधता और समानता से भरे संगठन नए विचारों और बदलाव को बढ़ावा देते हैं। हम अपने कर्मचारियों को निष्पक्ष पुरस्कार, प्रेरणा और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का मौका देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि वे सकारात्मक बदलाव ला सकें।” 

किंगशुक दास, डायरेक्‍टर, पीपल एंड कल्चर, आईपीएम इंडिया ने कहा, “पुरुषों और महिलाओं को समान और निष्पक्ष सैलरी देना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। प्रतिभाशाली लोगों का विकास हमारे व्यवसाय की सफलता के लिए बहुत जरूरी है। हम अपने कर्मचारियों को सही संसाधन और समान अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि वे अपनी राह खुद बना सकें। आईपीएम इंडिया में, हम हमेशा सर्वोत्तम तरीके अपनाते हैं, जहां हर व्यक्ति की परिस्थितियों को समझा जाता है, उनकी विविधता को महत्व दिया जाता है और सभी के साथ समानता और सम्मान से व्यवहार किया जाता है।” 

लीज़ा रुबली, इक्‍वल-सैलरी फाउंडेशन की को-सीईओ, ने कहा, “पीएमआई का तीसरा ग्‍लोबल इक्‍वल-सैलरी प्रमाणन एक बड़ी उपलब्धि है। यह सिर्फ पुरुषों और महिलाओं को समान काम के लिए समान सैलरी देने की प्रतिबद्धता नहीं दिखाता, बल्कि कर्मचारी अनुभव के हर चरण में निष्पक्षता और समान अवसर देने के निरंतर प्रयास को भी दर्शाता है। स्ट्रिक्ट सैलरी एनालिसिस एंड क्वालिटेटिव ऑडिट के जरिए, पीएमआई ने पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और निरंतर सुधार की संस्कृति दिखाई है। यह प्रमाणन न केवल दुनिया भर में पीएमआई के 83,000 से अधिक कर्मचारियों की उपलब्धि को मान्यता देता है, बल्कि यह कारोबार जगत को और बेहतर करने के लिए प्रेरित भी करता है।”

तीन वर्षों के लिए वैध, इक्‍वल पे एंड अपॉर्च्‍युनिटीज सर्टिफिकेशन एक स्वतंत्र, तृतीय-पक्ष सत्यापन प्रदान करता है कि आईपीएम इंडिया सभी कर्मचारियों को एक ही नौकरी या समान मूल्य की नौकरी के लिए निष्पक्ष रूप से सैलरी देती है। इक्‍वल-सैलरी फाउंडेशन ने 90 देशों में कंपनियों को प्रमाणित किया है, जिसमें लगभग आधा मिलियन कर्मचारी शामिल हैं।

पीएमआई को डब्ल्यूएसजे मैनेजमेंट टॉप 250 वार्षिक कंपनी रैंकिंग में शीर्ष 10 कंपनियों में शामिल किया गया है। इक्वल-सैलरी फाउंडेशन द्वारा मान्यता प्राप्त होने के अलावा, आईपीएम इंडिया को लगातार चार वर्षों तक ग्रेट प्लेस टू वर्क प्रमाणन और लगातार पांच वर्षों तक टॉप एम्प्लॉयर की मान्यता मिली है।


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Content Editor

Jyotsna Rawat

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