HSVP में फर्जीवाड़े की विजीलैंस जांच की मांग

punjabkesari.in Friday, Feb 22, 2019 - 01:53 PM (IST)

पंचकूला(आशीष) : फर्जी तौर पर दो प्लॉट्स को बेचे जाने के मामले में एच.एस.वी.पी. के एस्टेट ऑफिसर ने ऑफिस के डीलिंग असिस्टैंट का काम विद ड्रॉ कर लिया है। एस्टेट ऑफिसर की ओर से बनाई इंटर्नल कमेटी की प्रीलिमनरी रिपोर्ट में डीलिंग असिस्टैंट की लापरवाही सामने आई है। 

दरअसल सुपरिंटैंडैंट की ओर से फर्जी राज कमल बंटे के सिग्नेचर पर ऑब्जैक्शन लगाने के बाद उसकी मिलान करवाने के लिए डीलिंग असिस्टैंट को कहा था। मगर डीलिंग असिस्टैंट ने फर्जी साइन को ऑथैंंटिक बताकर उस फाइल को आगे प्रोसैस में डाल दिया। जानकारी के अनुसार हाल ही में वह कॉन्ट्रैक्ट पर एच.एस.वी.पी. ऑफिस में बतौर डीलिंग असिस्टैंट लगा था। 

एस्टेट ऑफिसर ने इंटर्नल कमेटी की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट पर अगली कार्रवाई के लिए चीफ एडमिनिस्ट्रेटर को फाइल भेज दी है। इस मामले में बड़ी बात सामने आई है कि इस फर्जीवाड़े में एच.एस.वी.पी. ऑफिस के आईटीविंग के कुछ कर्मियों का हाथ है जिनके द्वारा फर्जी राज कमल बंटे का बॉयोमीट्रिक जैनरेट किया था। पूरे फर्जवाड़े की विजीलैंस जांच करवाने की परमिशन के लिए एस्टेट ऑफिसर ने चीफ एडमिनिस्ट्रेटर को लैटर लिखा है।

दो प्लॉट के फर्जीवाड़े का मामला :
चंडीगढ़ निवासी राज कमल बंटा जो कि हिमाचल के शिमला का रहने वाला है उनके नाम सैक्टर-4 व 8 में प्लॉट है। सैक्टर-4 में 14 मरले का प्लॉट है जिसका नंबर 316 है। सैक्टर-8 में एक कैनाल की प्लॉट है जिसका नंबर 813 है। दोनों प्लॉट की कीमत करीब 10 करोड़ है। दोनों प्लॉट पर करीब 20 प्रतिशत कंस्ट्रक्शन है और उसमें कोई भी नहीं रह रहा है। 

ऐसे में सालों से पड़े खाली प्लॉट को देखकर उसे फर्जी तौर पर बेचा जा रहा था। इसमें से सैक्टर 8 के प्लॉट का ट्रांसफर परमिशन एस्टेट ऑफिस की ओर से जारी कर दिया गया। वहीं, सैक्टर-4 के प्लॉट के ट्रांसफर परमिशन के लिए आवेदन दिया था इसमें फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। 


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Priyanka rana

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