प्ले ग्राऊंड बार के बैकसाइड हो रही वायलेशन, एस्टेट ऑफिस नहीं दे रहा कोई ध्यान

Wednesday, Nov 20, 2019 - 12:04 PM (IST)

चंडीगढ़(राजिंद्र) : चंडीगढ़ प्रशासन के एस्टेट ऑफिस द्वारा बिल्डिंग वायलेशन की तरफ से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शहर की बिल्डिंगों में लगातार वायलेशन बढ़ती जा रही है, बावजूद इसके विभाग मूकदर्शक बना हुआ है। सैक्टर-26 की कमर्शियल बिल्डिंग्स में भी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, 

जिसकी तरफ एस्टेट ऑफिस ध्यान नहीं दे रहा है। यहां प्ले ग्राऊंड बार एंड कैफे में पिछली तरफ के एरिया को कवर किया जा रहा है, जो बिल्डिंग नियमों के खिलाफ है। विभाग को जानकारी होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है और वहां वायलेशन करने का पूरा-पूरा मौका दिया जा रहा है। इन बदलावों की विभाग से परमिशन व प्लान अप्रूव भी नहीं करवाया गया है। 

अगर कोई हादसा हुआ तो बाहर निकलना होगा मुश्किल :
इससे पहले भी विभाग ने यहां पर वायलेशन हटा दी थी लेकिन अब नए सिरे से यहां निर्माण चल रहा है। यहां एस.सी.ओ. 48 में ये बार एंड कैफे चल रहा है और इसकी पिछली तरफ से भी डिस्क के लिए एंट्री है, जहां ये निर्माण किया जा रहा है। 

नियमों के मुताबिक बिल्डिंग की पिछले तरफ सिर्फ एक स्ट्रक्चर या कमरे की इजाजत दी जाती है लेकिन बैकसाइड के ऊपर के एरिया को कवर किया जा रहा है। जो वायलेशन के साथ ही बिल्डिंग के लिए भी खतरनाक है, क्योंकि अगर यहां किसी भी प्रकार कोई हादसा हो जाता है तो लोगों के लिए यहां निकलना तो मुश्किल हो जाएगा। साथ ही फायर बिग्रेड या अन्य रेस्क्यू टीम के लिए भी स्पॉट तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। 

इस तरह के बदलाव फायर नियमों के भी खिलाफ है और इस संबंध में फायर विभाग की तरफ से भी समय-समय पर दिशा-निर्देश भी जारी किए जाते हैं। वहीं, प्ले ग्राऊंड कैफे के अधिकारियों से भी इस संबंध में बात करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।   

अधिकतर शोरूम्स में है वायलेशन :
यहां पर सिर्फ एक ही शोरूम नहीं है, बल्कि अधिकतर शोरूम्स में कुछ न कुछ वायलेशन है। यहां तक कि कुछ शोरूम में पीछे के एरिया को पूरी तरह से कवर किया गया है। ऊपरी मंजिलों पर भी निर्माण किया गया है, जो खतरनाक है। 

इसके अलावा ऊपरी मंजिलों पर ऐसा सामान स्टोर किया गया है, जो वायलेशन के साथ ही फायर नियमों के भी खिलाफ है। ये किसी भी वक्त कोई बड़े हादसे का रूप धारण कर सकता है। इसमें लकड़ी, टीनशैड के स्ट्रक्चर्स के अलावा अन्य पुराना सामान डंप किया गया है। 

रिपोर्ट में भी सामने आई थी वायलेशन :
एस्टेट ऑफिस ने कमर्शियल एरिया में बिल्डिंग वायलेशन को लेकर यू.टी. को जो रिपोर्ट सौंपी थी, उसमें कई तरह की वायलेशन सामने आई थीं। रिपोर्ट में बताया गया था कि कई एस.सी.ओ. में इंटर्नल वॉल को रिमूव किया गया है, जो बिल्डिंग के लिए खतरा है। बेसमैंट को स्टोरेज की जगह अन्य पर्पज के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही शॉप और बूथों में भी ऊपरी मंजिलों पर कंस्ट्रक्शन की गई है। 

फायर नियमों की भी हो रही अनदेखी :
सभी बिल्डिंगों में फायर निमयों की भी अनदेखी की जा रही है। पिछले कुछ समय में फायर डिपार्टमैंट 500 से 600 के करीब कर्मिशयल यूनिट्स को नोटिस जारी कर चुका है लेकिन बावजूद इसके कोई सुधार नहीं हो रहा है। इसका प्रमुख कारण यही है कि डिपार्टमैंट इनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। 

Priyanka rana

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