फिलिप मॉरिस इंटरनेशनल ने अपने स्मोक-फ्री विज़न की प्रगति को नई इंटीग्रेटेड रिपोर्ट में दर्शाया
punjabkesari.in Friday, Apr 11, 2025 - 10:54 AM (IST)

चंडीगढ़। फिलिप मॉरिस इंटरनेशनल इंक. (NYSE: PM) ने अपनी छठी वार्षिक इंटीग्रेटेड रिपोर्ट जारी की है, जो कंपनी के बिज़नेस ट्रांसफॉर्मेशन और सस्टेनेबिलिटी (स्थिरता) पर काम के 10 साल पूरे होने का लेखाजोखा प्रस्तुत करती है। रिपोर्ट बताती है कि कैसे कंपनी ने शेयरहोल्डर्स और अन्य हितधारकों के लिए लॉन्च टर्म वैल्यू का निर्माण किया है और साथ ही ये भी कि वह कैसे अपने मिशन की दिशा में आगे बढ़ रही है, जिसका मकसद है कि इसके स्मोक-फ्री विकल्प सिगरेट की जगह ले सकें और सिगरेट को पूरी तरह से बंद किया जा सके।
पीएमआई के सीईओ, यासिक ओल्ज़ाक ने कहा, “हमारी 2024 की इंटीग्रेटेड रिपोर्ट हमारे लिए बेहद खास है। इस साल IQOS (आईक्यूओएस), VEES (वीईईवी) और ZYN (जेडवाईएन) जैसे स्मोक-फ्री प्रोडक्ट्स के 10 साल भी पूरे हुए। हमने इन प्रोडक्ट्स के जरिए दुनिया भर में लोगों तक पहुंच बनाई है और स्मोक-फ्री दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। 2024 के आखिर तक हमारे इन प्रयासों की बदौलत दुनिया भर में लगभग 38.6 मिलियन (3.86 करोड़) वयस्क यूज़र्स इन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर रहे थे, और ये 95 मार्केट्स में उपलब्ध थे। ये उपलब्धियां हमें आगे बढ़ते रहने का हौसला देती हैं। हमारा लक्ष्य सिर्फ बिजनेस को बेहतर बनाना नहीं है, बल्कि हम समाज और पर्यावरण पर अपने प्रभाव को भी कम करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम जो कुछ भी कर रहे हैं, उससे हमें यकीन है कि हम सिर्फ अपने उद्देश्यों को पूरा नहीं कर रहे, बल्कि उन्हें और तेजी से हासिल कर रहे हैं, ऐसे लक्ष्य जो कुछ साल पहले असंभव लगते थे।"
यह रिपोर्ट कंपनी की रणनीति, बिजनेस मॉडल और प्रदर्शन को आसान भाषा में समझाती है, जैसे कि कंपनी क्या बनाती है (प्रोडक्ट्स से जुड़ी जानकारी) और वो कैसे काम करती है (ऑपरेशंस से जुड़ी जानकारी)। इस रिपोर्ट में कंपनी की सस्टेनेबिलिटी यानी टिकाऊ विकास को समझाने के लिए एक पांच-स्तंभ वाला फ्रेमवर्क इस्तेमाल किया गया है। इसमें ये बातें शामिल हैं: नियमों का पालन, जोखिमों से बचाव, कामकाज में कुशलता, इनोवेशन, और समाज पर सकारात्मक असर ।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे नियमों का पालन कंपनी की बुनियाद है, और जोखिम प्रबंधन कंपनी को स्थिर और मजबूत बनाए रखने में मदद करता है। इसी सोच के साथ कंपनी ने अपने काम करने के तरीकों को बेहतर बनाया है ताकि ज़्यादा प्रोडक्टिविटी और मुनाफा हो। इसके साथ-साथ सस्टेनेबिलिटी को कंपनी के दीर्घकालिक लक्ष्यों से जोड़कर इनोवेशन और प्रतियोगिता में बढ़त हासिल की जा सके।
पीएमआई के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर इमैनुएल बाबयु ने कहा, "बदलाव की राह कभी सीधी नहीं होती, और 2024 का हमारा अनुभव इस बात को और पक्का करता है कि स्मोक-फ्री भविष्य तक पहुंचने के लिए अकेले हमारे प्रयास काफी नहीं हैं। इसके लिए सबकी मिलजुल कर कोशिश जरूरी है।" उन्होंने कहा, “2024 में हमारा स्मोक-फ्री बिजनेस कंपनी की कुल कमाई का लगभग 39% हिस्सा रहा, और इस दौरान हमारे मुनाफे और कमाई दोनों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली। सिगरेट के बाजार में काम करते हुए उसी को बदलने की कोशिश करना कोई विरोध नहीं है, बल्कि यह हमारे सफर का जरूरी हिस्सा है। हमारा इंटीग्रेटेड अप्रोच, जहां हम फायनेंशियल सक्सेस को पॉजिटिव इम्पैक्ट से जोड़ते हैं, हमें आने वाले समय में निवेश करते रहने के लिए मजबूत स्थिति में रखता है। हमें पूरा भरोसा है कि हमारी आर्थिक मजबूती और सस्टेनेबिलिटी में हमारी लीडरशिप हमें सही रास्ते पर आगे बढ़ा रही है।"
उत्पाद और परिचालन असर: 2024 की मुख्य उपलब्धियां (प्रदर्शन से संबंधित मुख्य आंकड़ें)
• छह देशों में 75% से ज्यादा कमाई स्मोक-फ्री प्रोडक्ट्स से हो रही है, जबकि 2023 में ऐसे सिर्फ 3 देश थे।
• 2008 से अब तक स्मोक-फ्री प्रोडक्ट्स में कंपनी ने कुल मिलाकर 14 अरब डॉलर से ज्यादा का निवेश किया है (2023 में यह आंकड़ा 12.5 अरब डॉलर था)।
• 99% शिपमेंट वॉल्यूम ऐसे रीटेल चैनलों से आता है, जहां युवाओं की पहुंच को रोकने के लिए विशेष प्रोग्राम लगाए गए हैं (2023 में यह आंकड़ा 98% था)।
• कंपनी के साथ अनुबंधित तंबाकू किसानों में बाल श्रम की दर सिर्फ 0.01% रही, जो 2023 में 0.1% थी।
• 99% अनुबंधित किसान, जो पीएमआई को तंबाकू सप्लाई करते हैं, अब इतनी कमाई कर रहे हैं जिससे वे अपना गुजारा अच्छे से चला सकें (2023 में यह आंकड़ा 96% था)।
• 2018 से अब तक 10 देशों में मानवाधिकारों पर असर की जांच (ह्यूमन राइट्स इम्पैक्ट असेसमेंट) की जा चुकी है, खासकर उन जगहों पर जो जोखिम भरे माने जाते हैं (2023 तक यह संख्या 8 थी)।
• पीएमआई की 61% मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्रियों को कार्बन न्यूट्रल सर्टिफिकेट मिल चुका है, जबकि 2023 में यह आंकड़ा 43% था।
• आईक्यूओएस (IQOS), आईल्यूमा (ILUMA i) आई सीरीज के डिवाइसेज के लिए पहली बार पर्यावरणीय प्रोडक्ट डिक्लेरेशन (ईपीडी) प्री-सर्टिफाइड रूप में जारी की गई है।
पीएमआई की चीफ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर जेनिफर मोटलेस ने कहा, "हम समझते हैं कि हमारे लक्ष्यों को महत्वाकांक्षी तो होना चाहिए, लेकिन साथ ही वे हकीकत के करीब भी हों ताकि वे हमारे बिजनेस की सफलता को आगे बढ़ा सकें। हमारी सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स ने यह सुनिश्चित करने में बड़ी भूमिका निभाई है कि हमारे लक्ष्य संतुलित हों और हमारी प्रगति को मापने के तरीके निष्पक्ष और साफ हों। साथ ही, हमने जो नॉन-फाइनेंशियल डेटा मैनेजमेंट को बेहतर किया है, उससे हमें रिपोर्टिंग में सटीकता और स्थिरता बनाए रखने में मदद मिलती है।" उन्होंने आगे कहा, “हमारी सस्टेनेबिलिटी के प्रति प्रतिबद्धता हमारे बिजनेस को भविष्य के लिए तैयार करने से जुड़ा हुआ है। हम अपने दायरे में रहते हुए ठोस असर डालना चाहते हैं, और साथ ही ऐसी बड़ी तब्दीली में भी योगदान देना चाहते हैं जो सिर्फ हमारी कंपनी तक सीमित न हो।”
इंटीग्रेटेड रिपोर्ट 2024 को ग्लोबल रिपोर्टिंग इनिशिएटिव (जीआरआई) के यूनिवर्सल स्टैंडर्ड्स (2021) और उससे जुड़े विषय-विशेष मानकों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसमें आईएफआरएस फाउंडेशन के इंटरनैशनल सस्टेनेबिलिटी स्टैंडर्ड्स बोर्ड (आईएसएसबी) की गाइडलाइंस को भी शामिल किया गया है, जिसमें एसएएसबी स्टैंडर्ड्स, इंटीग्रेटेड थिंकिंग प्रिंसिपल्स, और इंटीग्रेटेड रिपोर्टिंग फ्रेमवर्क जैसे टूल्स का इस्तेमाल किया गया है। इस रिपोर्ट के साथ-साथ पीएमआई सस्टेनेबिलिटी केपीआई प्रोटोकॉल 2024 भी जारी किया गया है, जिसमें हर एक सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स केपीआई (Key Performance Indicator) को मापने और समझने का साफ और पारदर्शी तरीका बताया गया है। पीएमआई की एसएएसबी इंडेक्स और जीआरआई इंडेक्स, जिसमें यूएन ग्लोबल कॉम्पैक्ट (यूएनजीसी) के प्रिंसिपल्स और स्टैंडर्ड्स को भी शामिल किया गया है, ये सब कुछ आप पीएमआई की वेबसाइ पर देख सकते हैं।
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