पी.जी.आई. में न्यूरोलॉजी डिपार्टमैंट स्थापित करने वाले प्रो. जगजीत का निधन

Sunday, Jan 20, 2019 - 09:47 AM (IST)

चंडीगढ़(पाल): पी.जी.आई. में स्ट्रोक के मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके, इसके लिए पदम भूषण प्रो. जगजीत सिंह चोपड़ा ने पी.जी.आई. में अलग से न्यूरोलॉजी विभाग की स्थापना की थी, लेकिन खुद प्रो. चोपड़ा का पी.जी.आई. में स्ट्रोक की वजह से निधन हो गया। वह पिछले एक महीने से स्ट्रोक के कारण आई.सी.यू. में एडमिट थे। शुक्रवार देर शाम उन्होंने अंतिम सांस ली थी। शनिवार को पी.जी.आई. में उनके निधन पर शोक सभा हुई, जहां पी.जी.आई. डायरैक्टर डा. जगत राम सहित कई विभागों के एच.ओ.डी. ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

पटियाला मैडीकल कॉलेज से की थी पढ़ाई
लाहौर में जन्में डा. चोपड़ा ने पटियाला मैडीकल कॉलेज से पढ़ाई की थी। वर्ष 1969 में वह सबसे कम उम्र के फिजिशियन थे, जिन्होंने एफ.आर.सी.पी. (फैलो ऑफ द रायल कॉलेज ऑफ फिफिजियशिन) की डिग्री ली थी। पी.जी.आई. आने के बाद उन्होंने न्यूरो के मरीजों के लिए अलग न्यूरोलॉजी के विभाग को स्थापित किया था। यही नहीं गवर्नमैंट मैडीकल कॉलेज को स्थापित करने का श्रेय भी उन्हीं को है। उन्हें बेहतरीन के काम के साथ ही संस्थान में आज भी अपने नियम व समय की पाबंदी के लिए उन्हें याद किया जाता है। न्यूरोसाइंस की फील्ड में उन्होंने एक बड़ा योगदान दिया है नैशनल व इंटरनैशनल लेवल पर उनके 235 पेपर पब्लिश हो चुके हैं।

अचीवमैंट्स, साल 2008 में मिला था पद्मभूषण

-फाऊंडर प्रैजीडैंट ऑफ द इंडियन एकैडमी ऑफ न्यूरोलॉजी
-न्यूरोसर्जीकल सोसायटी ऑफ इंडिया के प्रैजीडैंट रह चुके
-पहले  इंडियन थे, जिन्हें साल 1989 में हुई वर्ल्ड कांंग्रेस ऑफ न्यूरोलॉजी में सैक्रेटरी जरनल चुना गया 
-नैशनल व इंटरनैशनल 56 इंस्टीट्यूट्स में विजिटिंग प्रोफैसर व गेस्ट स्पीकर  
-कई बड़े मैडीकल जरनल्स के एडीटोरियल बोर्ड्स पर अपनी सेवाएं दी 
- साल 2001 में मैन ऑफ द इयर ऑवर्ड से सम्मानित 
-इंटरनैशनल फ्रेंडशिप सोसायटी की ओर से भारत ज्योति अवॉर्ड 
-इंटरनैशनल फैडरेशन ऑफ क्लीनिकल न्यूरोफिजियोलॉजी कमेटी के एक्सीक्यटिव मैंबर
-साल 2007 में परमन पात्रा अवॉर्ड मिला 
-साल 2008 में पद्मभूषण जैसे बड़े सम्मान से सम्मानित किया गया 
-साल 2017 में वर्ल्ड फैडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी ने लाइफ टाइम अचीवमैंट अवॉर्ड दिया। 

bhavita joshi

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