PGI और जी.एम.सी.एच.-32 ने नॉन कोविड पेशैंट के नहीं शुरू किए कोरोना टैस्ट

punjabkesari.in Friday, May 08, 2020 - 11:38 AM (IST)

चंडीगढ़ (अर्चना सेठी ) : चंडीगढ़ के दो प्रमुख अस्पतालों पी.जी.आई. और जी.एम.सी.एच.-32 में नॉन कोविड पेशैंट्स के कोरोना टैस्ट शुरू नहीं हो सके हैं, जबकि गवर्नमेंट मल्टीस्पैशिलिटी हॉस्पिटल सैक्टर-6 ने नॉन कोविड पेशैंट्स की टैस्टिंग शुरू कर दी है। पी.जी. आई. जहां 7 दिन में टैस्टिंग शुरू करने के लिए प्लानिंग कर रहा है, वहीं जी.एम.सी.एच.-32 का पेंच इंडियन कौसिल ऑफ मैडीकल रिसर्च के निर्देशों और स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेशों में फंसा हुआ है।

 

हालांकि नॉन कोविड पेशैंट्स की टैस्टिंग के लिए जी.एम.सी.एच.-32 भी गाइडलाइंस बना रहा है परंतु टैस्टिंग कब से शुरू हो सकेगी, यह अभी साफ नहीं हो सका है। जी.एम.सी.एच.-32 के 80 फीसदी रैजीडैंट डॉक्टर्स क्वॉरँंटाइन पर हैं। ऐसे में अगर किसी और नॉन कोविड पेशैंट की वजह से अस्पतालों में संक्रमण आ गया तो बाकी के डाक्टर्स व हैल्थ वर्कर्स रिस्क में आ सकते हैं।

 

पी.जी.आई. में चार विभागों की लैब करेंगी कोरोना टैस्टिंग
पी.जी.आई. में ट्रीटमैंट के लिए आने वाले सभी पेशैंट्स के कोरोना टैस्ट प्लानिंग के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। कमेटी के एक सदस्य डॉटरका कहना है कि एक सप्ताह के बीच पी.जी.आई. में सारे पेशैंट्स की कोरोना टैस्टिंग शुरू कर दी जाएगी। फिलहाल पी.जी.आई. की वायरोलॉजी लैब दिन में 250 से लेकर 400 कोरोना टैस्ट कर रही है, परंतु अब दोगुना टैस्ट किए जाने हैं तो टैस्ट किट्स की खरीदारी भी करनी है और वायरोलॉजी के साथ अन्य डिपार्टमैंट्स इन्युनोपैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी और पैरासाइटीलॉजी जैसे विभागों को भी टैस्टिंग के लिए जोड़ा जाएगा। इमरजैंसी, ट्रामा के साथ ओ.पी.डी. में आने वाले पेशैंट्स के भी टैस्ट करने हैं, इसलिए प्लानिंग चल रही है।


बना रहे हैं टैस्टिंग के लिए गाइडलाइंस
जी.एम.सी.एच.-32 में कोरोना टैस्ट प्लानिंग कमेटी के अध्यक्ष प्रो.जगदीश चंद्र का कहना है कि नॉन कोविड पेशैंट्स की टैस्टिंग के बाबत आई.सी.एम.आर. और हैल्थ मिनिस्ट्री ने भी ऐसे कोई निर्देश जारी नहीं किए हैं कि अस्पताल में आने वाले सभी पेशैंट्स के कोरोना टैस्ट करना जरूरी है। टैस्टिंग शुरू करने से पहले गाइडलाइंस बनानी होगी। 

 

कई केस होते हैं, जिसमें पेशैंट को एंजियोप्लास्टी करवानी है, किसी की एंडोस्कोपी जरूरी है, कोई ट्रामा का शिकार हो गया है परंतु इनमें से किसी को कोरोना से जुड़ा कोई लक्षण नहीं है तो फिर ऐसे पेशैंट में टैस्ट किए जाएं या नहीं, मंथन किया जा रहा है। कोरोना टैस्टिंग के लिए किट्स की पर्याप्त संख्या है। गाइडलाइन बनने जाएंगी और टैस्टिंग के आदेश मिलते ही टैस्ट शुरू कर देंगे। कमेटी के दूसरे सदस्य का कहना है कि अगर कोई पेशैंट प्रोसिजर से पूर्व टैस्ट नहीं करवाना चाहेगा है तो टैस्ट भी नहीं किया जाएगा परंतु उसका प्रोसिजर जरूर करेंगे। 


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pooja verma

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