एक माह बाद भी आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर

Saturday, Jun 25, 2016 - 02:58 PM (IST)

चंडीगढ़(कुलदीप) : पी.जी.आई. के रिटायर्ड स्टोर मैनेजर के घर से 1.72 लाख रुपए लेकर फरार हुए नौकर का पुलिस घटना के एक माह बाद भी सुराग नहीं लगा पाई है। जबकि, ऐसे ही सैक्टर-22 निवासी लेडी इंस्पैक्टर के केस में पुलिस ने करीब डेढ़ माह बाद आरोपी का व्हाट्सएप ऑन होने पर उसे काबू कर लिया था। फिलहाल, पुलिस का कहना है कि आरोपी के बारे में पीड़ितों के पास एक भी दस्तावेज या जानकारी नहीं है। आरोपी की लास्ट लोकेशन चंडीगढ़ थी व अब मोबाइल ऑफ है। 

 

सैक्टर-22 केस में पुलिस ने ऐसे किया था सॉल्व : 

करीब 10 माह पहले सैक्टर-22 निवासी एक लेडी इंस्पैक्टर के घर नौकर ने ऐसे ही वारदात की थी। लेडी इंस्पैक्टर और उनके पति ने दिल्ली की एक संस्था से ऑनलाइन 25 हजार एडवांस जमा कर एक नौकर हायर किया था। छुट्टी के दौरान दोनों बाहर घूमने गए थे व इसी मौके का लाभ लेकर नौकर करीब 5 लाख कैश और गहने लेकर फरार हो गया था। पुलिस आरोपी का मोबाइल लोकेशन और दस्तावेजों की जांच कर दिल्ली के एक एरिया में पहुंच गई। हालांकि, आरोपी का नंबर उस एरिया में अंतिम बार ऑन हुआ था। लेकिन, करीब 40 दिन बाद आरोपी ने अपना व्हाट्सएप अपडेट किया व इसकी लोकेशन के आधार पर पुलिस ने आरोपी सहित उसकी गर्लफ्रैंड को गिरफ्तार किया था। 

 

सैक्टर-15 में क्या है मामला :  

पी.जी.आई. के रिटायर्ड स्टोर ऑफिसर नंद किशोर मुंजाल की पत्नी जनक दुलारी मुंजाल ने बताया था कि अखबार में उन्होंने नौकर के लिए विज्ञापन दिया था जिसे देख उनके पास एक व्यक्ति आया था। उसने अपनी पहचान अलमोड़ा निवासी 30 वर्षीय भुवन बताई थी। उसने अपने सभी दस्तावेज भी जमा किए व उन्होंने उसे 7 हजार प्रतिमाह वेतन पर नौकरी पर रखा। इसके 2 दिन बाद वह किसी काम से बाहर गए व घर में सिर्फ नौकर ही था। जब वह शाम को लौटे तो उन्होंने पाया कि अलमारी में रखा 1 लाख 72 हजार कैश चोरी हो गया है। उन्होंने सैक्टर-11 पुलिस थाने में शिकायत के साथ आरोपी नौकर के दस्तावेज और फोटो भी सौंपी। घटना से पहले नौकर ने घर में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरे की वायर पहले ही काट दी थी। 

 

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