स्कूलों में एमरजैंसी गेट बनाने की मिली परमिशन

punjabkesari.in Friday, Feb 07, 2020 - 12:49 PM (IST)

पंचकूला (आशीष): पंचकूला शहर के सरकारी व प्राइवेट स्कूलों के बाहर छुट्टी के समय वीरवार को रिएलिटी चैक किया तो चौंकाने वाली बात सामने आई कि एक ही गेट से बच्चे बाहर झुंड बनाकर आ रहे हैं। स्कूलों में दूसरे यानी एमरजैंसी गेट की व्यवस्था ही नहीं है जबकि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों के बाद हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने स्कूल प्रबंधन को एमरजैंसी गेट बनाने की अनुमति दे दी है। 

 

वहीं शहर में बने स्कूलों को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने जमीन अलॉट की है। जमीन अलॉट करने के बाद जब स्कूलों के नक्शे तैयार किए तो अधिकारियों की लापरवाही के चलते स्कूलों में एमरजैंसी और एग्जिट गेट का ध्यान नहीं रखा गया और एक ही गेट खोलने की इजाजत दी। जिस कारण सुबह और दोपहर के समय स्कूल के बाहर जाम जैसी स्थिति देखने को मिलती है। जिस कारण स्कूल के बाहर गाडिय़ों का जमावड़ा लग जाता है। 

 


रिपोर्ट में हुआ था खुलासा
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए पंचकूला जिला प्रशासन को हिदायत देने के बाद जिला उपायुक्त द्वारा मांगी गई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 18 स्कूल ऐसे हैं जिनमें केवल एक ही आने-जाने और एमरजैंसी गेट है जबकि स्कूलों में एंट्री एग्जिट गेट के अलावा एमरजैंसी गेट खुलवाने के लिए हाईकोर्ट द्वारा निर्देश दिए हैं। इस संबंध में जिला उपायुक्त मुकेश आहूजा द्वारा पिछले दिनों स्कूल प्रबंधकों के साथ बैठक की थी और शिक्षा विभाग से रिपोर्ट मांगी गई थी कि वह बताएं कि कितने स्कूलों में केवल एक ही गेट है। 

 

पार्क की ओर गेट खोलने की अनुमति
शहर के कई स्कूलों में आने और जाने के लिए एक ही गेट है और यदि कोई हादसा हो जाए तो बच्चों को बड़ी परेशानी उठानी पड़ सकती है। ज्यादातर स्कूल रिहायशी इलाकों में हैं और अक्सर सुबह स्कूल शुरू होने और छुट्टी के समय जाम की स्थिति बनी रहती है। एक गेट के कारण बच्चों को भी आने-जाने में असुविधा होती है। पंचकूला के स्कूल प्रबंधक भी दो गेट बनाने के पक्ष में हैं लेकिन यहां आसपास रहने वाले लोग स्कूलों को गेट निकालने से रोक देते हैं। जिन स्कूलों के  पास पार्क बने हैं, वहां पर आसानी से गेट बन सकते हैं। यदि कोई घटना हो तो बच्चों को आसानी से बाहर निकाला जा सकता है। 

 

स्कूल प्रबंधक गेट के पक्ष में 
न्यू इंडिया सीनियर सैकेंडरी स्कूल सैक्टर-15 के प्रबंधक कुसुम कुमार गुप्ता ने कहा कि पहले से एमरजैंसी गेट लगाने के पक्ष में हैं लेकिन हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, नगर निगम और जिला प्रशासन की इजाजत जरूरी है। एमरजैंसी गेट ओपन एरिया की तरफ होना चाहिए, क्योंकि जिन स्कूलों के पास पार्क लगते हैं, वहां एमरजंैसी गेट निकाल सकते हैं। ब्रिलियंस स्कूल के एम.डी. श्याम सुंदर गुप्ता ने कहा कि नक्शे में फिलहाल एक ही गेट है लेकिन एमरजैंसी गेट होना चाहिए। एच.एस.वी.पी. नक्शे में बदलाव करने की इजाजत दे। एमरजैंसी गेट खोलने के लिए तैयार हैं।

 

शहर के इन स्कूलों में है एक गेट
इस समय में सॉपिंस स्कूल सैक्टर-9, न्यू इंडिया सीनियर सैकेंडरी स्कूल सैक्टर-15, हॉलमार्क स्कूल सैक्टर-15, ब्रिलियंस स्कूल सैक्टर-12, हरियाणा मॉडल हाई स्कूल सैक्टर-10, सैक्टर-8 स्थित डी.ए.वी. स्कूल, सेंट सोल्जर स्कूल के अलावा शहर के कई सरकारी स्कूलों सहित अनेक ऐसे स्कूल हैं, जिनमें एक ही गेट है। ऐसे में इन स्कूलों में एमरजैंसी गेट अनिवार्य है। 


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pooja verma

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