मुख्यमंत्री ने की 55 दुर्लभ बीमारियों से ग्रसित मरीजों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा

punjabkesari.in Thursday, May 11, 2023 - 07:52 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीरवार को जिला यमुनानगर में 275 बिस्तरों वाले मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल सहित 17 जिलों में 46 स्वास्थ्य संस्थानों का उद्घाटन कर उन्हें जनता को समॢपत किया। इन संस्थानों पर लगभग 232 करोड़ रुपए की लागत आई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि पोम्प रोग, डचेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (डी.एम.डी.) व स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एस.एम.ए.) इत्यादि 55 दुर्लभ बीमारियों से ग्रसित मरीजों को सरकार की ओर से आॢथक सहायता प्रदान की जाएगी। इन मरीजों को 2750 रुपए प्रति माह पैंशन दी जाएगी। अभी तक सरकार की ओर से थैलेसीमिया, हीमोफीलिया, कैंसर स्टेज-3 एवं 4 के मरीजों को पैंशन प्रदान की जाती है। आज से 55 दुर्लभ बीमारियों को भी इस सूची में जोड़ दिया गया है और इस आॢथक सहायता के लिए सरकार ने 25 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया है।

 

 


मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में थैलेसीमिया व हीमोफीलिया बीमारी से ग्रसित 3 हजार मरीज, कैंसर स्टेज-3 व 4 के 4 हजार मरीज और 55 दुर्लभ बीमारियों के लगभग 1 हजार मरीज हैं, जिन्हें सरकार की ओर से पैंशन स्वरूप आॢथक मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि 55 दुर्लभ बीमारियों की सूची स्वास्थ्य विभाग की वैबसाइट पर चिन्हित करवा दी हैं, इन बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति वैबसाइट पर अपने मैडीकल सर्टीफिकेट के साथ रजिस्ट्रेशन करें।
यमुनानगर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, स्कूल शिक्षा मंत्री कंवर पाल और विधायक घनश्याम अरोड़ा सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे। अन्य जिलों में आयोजित उद्घाटन समारोहों में बतौर मुख्य अतिथि मंत्रीगण और विधायक वर्चुअली इस कार्यक्रम से जुड़े।
 

 

 

 

100 करोड़ से बना यमुनानगर का मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल
मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुनानगर में आज उद्घाटन किए गए मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल पर लगभग 100 करोड़ रुपए की लागत आई है। प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने की दिशा में आज का यह कदम निश्चित तौर पर अहम है। भिवानी, करनाल, फतेहाबाद, रोहतक, कैथल, फरीदाबाद, पलवल, सिरसा, पंचकूला, नूंह, चरखी दादरी, जींद, यमुनानगर, हिसार, गुरुग्राम, नारनौल और कुरुक्षेत्र में 46 स्वास्थ्य संस्थानों का उद्घाटन किया गया है। इनमें 1 जिला सिविल अस्पताल, 2 उप मंडल सिविल अस्पताल, 3 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 1 शहरी स्वास्थ्य केंद्र, 1 मातृ एवं शिशु अस्पताल, 8 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 15 स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र और 15 उप स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं।
 

 

 

 

डाक्टरों, पैरामैडीकल व नॄसग स्टाफ को बढ़ाने के लिए सरकार उठा रही कदम:
मुख्यमंत्री ने कहा कि डाक्टरों की संख्या को बढ़ाने के लिए भी सरकार कदम उठा रही है। डब्ल्यू.एच.ओ. के मानदंडों के अनुसार प्रदेश में लगभग 28 हजार डाक्टर होने चाहिए, जबकि आज सरकारी व निजी मिलाकर 13 हजार डाक्टर हैं। वर्ष 2014 में प्रदेश में मात्र 750 एम.बी.बी.एस. सीटें थी और हमारी सरकार ने मैडीकल कालेजों में एम.बी.बी.एस. की सीटों की संख्या बढ़ाई और नए मैडीकल कालेज खोलने के परिणामस्वरूप एम.बी.बी.एस. सीटों की संख्या बढ़कर 1900 हो गई है। इतना ही नहीं, अब 7 मैडीकल कालेज या तो निर्माणाधीन है या घोषित किए जा चुके हैं। इनके बनने के बाद एम.बी.बी.एस. की संख्या 3 हजार से भी अधिक हो जाएगी। इसके अलावा, पैरामैडीकल स्टाफ और नॄसग स्टाफ की संख्या को भी बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंचकूला में भी एक नया मैडीकल कालेज तथा एक आयुर्वेदिक कालेज बनाया जाएगा। इसके अलावा, भालखी-माजरा में बनने वाले अखिल भारतीय आयुॢवज्ञान संस्थान (एम्स) के लिए जमीन की सारी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। जल्द ही इसका शिलान्यास किया जाएगा।
 

 

 

 

आयुष्मान भारत व चिरायु हरियाणा योजनाओं से साढ़े 29 लाख परिवारों को मिल रहा लाभ
मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना चलाई है, जिसके तहत गरीब व जरूरतमंद परिवारों को 5 लाख रुपए के स्वास्थ्य बीमा की सुविधा मिली। इसमें प्रदेश के साढ़े 15 लाख परिवारों को लाभ मिला है। लेकिन हरियाणा सरकार ने एक कदम और आगे बढ़ाकर इस योजना का दायरा बढ़ाया और चिरायु हरियाणा योजना लागू की। आज प्रदेश के लगभग साढ़े 29 लाख परिवारों को इन योजनाओं के तहत लाभ मिल रहा है। 
 

 

 

 

 

हरियाणा के इतिहास में आज का दिन ऐतिहासिक: विज
गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि आज का दिन हरियाणा के इतिहास में ऐतिहासिक दिन माना जाएगा, जब मुख्यमंत्री ने 17 जिलों को एक साथ इतनी बड़ी संख्या में स्वास्थ्य संस्थानों को जनता को समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि आज 46 संस्थानों में भिवानी जिले के सिवानी तथा करनाल में 50-50 बैड का अस्पताल भी शामिल है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब सरकारी अस्पतालों में एक्स-रे की मशीन भी नहीं हुआ करती थी, लेकिन हमारी सरकार ने आज सभी जिला अस्पतालों में एक्स-रे, अल्ट्रासाऊंड और एम.आर.आई. मशीनों को उपलब्ध करवाया है। इसके अलावा, प्रदेश में 4 कैथ लैब भी चल रही हैं। विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि प्रदेश में टूटी हुई पी.एच.सी. को नया बनाया जाए। लगभग 162 पी.एच.सी. को चिह्नित किया गया है, जिन्हें तोड़ कर नया बनाया जाएगा। 
 


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News Editor

Ajay Chandigarh

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