पीक आवर्स के दौरान बिजली की टैंशन होगी कम

Thursday, Jun 07, 2018 - 03:52 PM (IST)

चंडीगढ़(विजय) : केंद्र सरकार द्वारा पिछले साल शुरू की गई उन्नत ज्योति अफोर्डेबल एल.ई.डी. फॉर ऑल (ऊजाला) स्कीम इस साल चंडीगढ़ के लिए फायदेमंद साबित होगी। चंडीगढ़ में जहां बिजली जैनरेट करने का कोई जरिया नहीं है उसके लिए इस स्कीम के तहत पीक आवर्स की टैंशन थोड़ी कम होगी। 

दरअसल पिछले एक साल में ऊजाला स्कीम के चलते अभी तक इतने एल.ई.डी. प्रोडक्ट्स की शहर में सेल हो चुकी है कि उसका लाभ पीक आवर्स में आने वाली बिजली की डिमांड के दौरान हो सकता है। 6 जून तक चंडीगढ़ में इतने अधिक एल.ई.डी. बल्ब, पंखे और ट्यूब लाइट डिस्ट्रिब्यूट किए जा चुके हैं कि उनसे पीक आवर्स के दौरान करीब 15 मैगावॉट बिजली कम इस्तेमाल होगी। 

यानि गर्मी और सर्दियों में पीक आवर्स में जब बिजली की डिमांड सबसे अधिक होती है तो उसे कम करने में ये एल.ई.डी. प्रोडक्ट्स फायदेमंद साबित होंगे। इनमें से एल.ई.डी. बल्ब की बदौलत ही पीक आवर्स में शहर की डिमांड को 13 मैगावॉट तक कम किया जा सकेगा। इसके अलावा करीब 1 मैगावॉट पंखों और इतनी ही डिमांड ट्यूब लाइट्स की वजह से कम हो पाएगी। 

डिमांड 420 मैगावाट तक पहुंचने की उम्मीद :
बिजली की शॉर्टेज को लेकर पिछले साल ही चंडीगढ़ प्रशासन के खतरे की घंटी बज गई थी जब पीक आवर्स में डिमांड 410 मैगावॉट तक पहुंच गई थी। अब कंज्यूमर्स के साथ-साथ एयर कंडीशन की संख्या बढऩे से उम्मीद जताई जा रही है कि प्रशासन को पीक आवर्स में 420 मैगावॉट बिजली का इंतजाम करके रखना होगा। ऐसे में ए.ई.डी. प्रोडक्ट्स से पीक आवर्स में शहर में बिजली की डिमांड 15 मैगावॉट तक कम आने की उम्मीद है। 

26 करोड़ रुपए सालाना की बचत :
यह स्कीम चंडीगढ़ के लिए आर्थिक तौर पर भी फायदेमंद साबित हो रही है। जितने प्रोडक्ट्स अभी तक बेचे जा चुके हैं उनसे हर साल बिजली की इतनी बचत हो सकेगी कि करीब 26.80 करोड़ रुपए एक साल के बचाए जा सकेंगे। इनमें से 26 करोड़ रुपए एल.ई.डी. बल्ब, 79,96,408 रुपए ट्यूब लाइट्स और 16409 रुपए पंखों के जरिए बचा जाएंगे। 

इतनी हो चुकी है सेल :
द्व अभी तक 501912 बल्ब किए जा चुके हैं शहर में डिस्ट्रिब्यूट
द्व एक साल में 53,696 ट्यूब लाइट्स की हो चुकी है सेल
द्व घरों में स्कीम के तहत 12455 पंखे रैजीडेंट्स खरीद चुके हैं। 

Punjab Kesari

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