पी.यू. का इंटरनैशनल हॉस्टल बनेगा 100 बैड का कोविड अस्पताल, सेना के डॉक्टर व पैरामैडीकल स्टाफ चलाएगा

Tuesday, Apr 27, 2021 - 11:39 PM (IST)

चंडीगढ़ (राय): कोरोना संक्रमण को काबू करने में जद्दोजहद कर रहे चंडीगढ़ प्रशासन की मदद के लिए अब चंडीमंदिर कमांड से आर्मी के जवान और डॉक्टर भी आएंगे। प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने सेना के अधिकारियों से इसको लेकर बात की और रजामंदी बनी कि चंडीगढ़ प्रशासन पंजाब यूनिवर्सिटी के इंटरनैशनल हॉस्टल में 100 बैड के कोविड हॉस्पिटल के लिए तमाम इन्फ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं मुहैया कराएगा। 

 


यहां सेना के डॉक्टर व अन्य पैरामैडीकल स्टाफ अपनी सेवाएं देंगे। यह अस्थाई अस्पताल शुरू होने से कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या से कम हो रही बैडों की समस्या से निपटा जा सकेगा। प्रशासक ने कहा कि वैसे अभी बैडों की कमी नहीं है। व्यवस्थाएं पूरी तरह दुरुस्त हैं लेकिन रणनीति और योजना के तहत पहले ही एडवांस तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि माइल्ड लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने का सुझाव दिया जा रहा है। मॉडरेट मरीजों या गंभीर किस्म के मरीजों की व्यवस्था अस्पताल में है। अभी सुविधाएं ठीक-ठाक हैं। कहीं कोई कमी नहीं है। प्रशासक ने कहा कि अस्पतालों व प्रशासन का पूरा ध्यान कोरोना से हो रही मौतों का आंकड़ा घटाने की ओर है।


ऑल पार्टी मीटिंग में हालात पर काबू पाने को मांगी राय
प्रशासक ने मंगलवार को ऑल पार्टी मीटिंग के दौरान विभिन्न पार्टियों के प्रतिनिधियों से कोरोना की चंडीगढ़ सहित पूरे देश में चल रही घातक लहर और नागरिकों की सुरक्षा के मद्देनजर सुझाव मांगे। मीटिंग में लॉकडाऊन से लेकर अस्पतालों के इंतजामों और बदइंतजामी पर बात हुई। इनकी राय को सुना गया और अगली वॉर रूम मीटिंग के फैसलों में इसका असर नजर भी आएगा। कई पार्टियों के नेताओं ने सुझाव दिया कि लॉकडाऊन वक्त की जरूरत है। प्रशासन बिना किसी लाग-लपेट के शहर में लॉकडाऊन लगाए।

 
लोगों में कोरोना की दूसरी घातक सुनामी को लेकर जबरदस्त डर है। कुछ नेताओं ने इसे अंतिम विकल्प के तौर पर ही इस्तेमाल करने की सलाह दी। उनका कहना था कि पहले लगे लॉकडाऊन से न केवल शहर बल्कि देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई लिहाजा इसका देख-समझ कर इस्तेमाल करना चाहिए। मीटिंग में अस्पतालों में मौजूद सुविधाओं और जिन क्षेत्रों में सुधार की गुंजाइश है को लेकर भी सुझाव दिए गए। बैडों की अतिरिक्त व्यवस्था करने का सुझाव नुमाइंदों की ओर से मिला। शहर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्था को लेकर भी बातचीत के दौरान सुझाव सामने आए। प्रशासक ने कहा कि चंडीगढ़ के दो अस्पतालों में ऑक्सीजन के तीन प्लांट मुहैया कराए गए हैं। फिलहाल प्रशासन के पास समुचित मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है। 
 

AJIT DHANKHAR

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