PU के हैल्थ सैंटर पर नहीं मिलता पूरा इलाज, दूसरे अस्पतालों का करना पड़ता रुख

punjabkesari.in Sunday, Feb 12, 2017 - 08:41 AM (IST)

चंडीगढ़(रश्मि) : पंजाब यूनिवर्सिटी के भाई घनैया जी इंस्टीच्यूट ऑफ हैल्थ में मरीजों को सही तरह से इलाज मुहैया नहीं हो पा रहा है। सैंटर पर इलाज करवाने के लिए आए मरीजों को दूसरे अस्पताल रैफर कर दिया जाता है। कई बार स्टूडैंट हैल्थ सैंटर में सुविधाएं दुरुस्त करने की मांग उठा चुके हैं पर स्थिति में कोई सुधार नहीं किया गया है। 

 

उल्लेखनीय है कि पी.यू. के हैल्थ सैंटर के लिए हर साल करीब 3 करोड़ रुपए सैंक्शन किए जाते हैं इसके बावजूद भी हैल्थ सैंटर में लगातार सुविधाओं की कमी बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक पी.यू. के हैल्थ सैंटर पर चोट लगने पर न तो टांके लगाए जाते हैं न ही सैंटर पूरा दिन खुला रहता है। हैल्थ सैंटर के डाक्टरों से अकसर मिलने के लिए गैस्ट हाऊस या उनके घर जाना पड़ता है। एमरजैंसी पर पी.यू. की एम्बुलैंस को जब बुलाया जाता है तो मरीजों को एंबुलैंस द्वारा सैक्टर-16 या पी.जी.आई. के अस्पताल में छोड़ दिया जाता है। 

 

वहीं हैल्थ सैंटर पर टैस्ट आदि की व्यवस्था न होने से उन्हें दूसरे अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। पी.यू.के हैल्थ सैंटर को 24 घंटे खुले रखने की कई बार बात उठ चुकी है पर इस मांग पर ध्यान नहीं दिया गया। सुबह करीब साढ़े 9 से 11 बजे तक खुलता है। इसके बाद शाम साढ़े पांच बजे से साढ़े सात बजे दो घंटे के  लिए खुलता है। 

 

सैंटर की सुविधाएं बढ़ाई जाएं :
ए.बी.वी.पी. के हरमन ने बताया कि हैल्थ सैंटर की सुविधाएं बढ़ाई जानी चाहिए ताकि कैंपस के स्टूडैंट या शिक्षकों को कोई बीमारी होने पर उन्हें यहीं इलाज मिल सके।  हैल्थ सैंट पर प्राथमिक  इलाज की सुविधा तो होनी ही चाहिए। साथ ही सैंटर के खोले जाने के समय को भी बढ़ाया जाना चाहिए। इस बारे में पी.यू. के हैल्थ सैंटर के सी.एम.ओ. डी. धवन से सम्पर्क नहीं हो सका।


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