PU के सरताज का फैसला आज

punjabkesari.in Friday, Sep 06, 2019 - 09:24 AM (IST)

चंडीगढ़(रश्मि) : पंजाब यूनिवर्सिटी में आज होने वाले स्टूडैंट्स काऊंसिल के चुनावों में त्रिकोणीय मुकाबला माना जा सकता है। यह त्रिकोणीय मुकाबला सोई, एन.एस.यू.आई. और एस.एफ.एस. के बीच हो सकता है। ए.बी.वी.पी. जहां पहले काफी मजबूत मानी जा रही थी, वहीं अब ए.बी.वी.पी. में गुटबाजी के कारण कमजोर हो सकती है। 

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हालांकि चुनावों के रिजल्ट से पहले किसी पार्टी की जीत के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। पी.यू. की सोई, एन.एस.यू.आई. और ए.बी.वी.पी. पॉलीटिकल पार्टियां अपना कड़ा मुकाबला एस.एफ.एस. से मान रही हैं। चुनावों को लेकर तैयारियां पी.यू. प्रबंधन की ओर से पूरी हो चुकी है। बैलेट बॉक्स से लेकर जिम्नेजियम हॉल में वोटों की गिनती तक की तैयारियां हो चुकी है। वीडियोग्राफी के बीच वोटों की काऊंटिंग होगी। 

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बता दें कि कैंपस में वीरवार को किसी भी स्टूडैंट्स यूनियन ने रैली नहीं निकाली। इसलिए कैंपस चुनावों से एक दिन पहले सूना-सूना दिखा। लिंगदोह सिफारिशों के तहत स्टूडैंट टीमों में कैंपेनिंग नहीं कर सकते थे। लेकिन स्टूडैंट ने वन-टू-वन कैंपेनिंग की। कैंपस में वोट खरीदने और शिक्षकों के प्रभाव में आकर भी वोट देने की बात उठी।

सोशल मीडिया पर संगठनों ने एक-दूसरे पर किए कटाक्ष :
पी.यू. की सभी स्टूडैंट्स यूनियनों ने सोशल मीडिया पर एस.एफ.एस. को प्रैजीडैंट का वोट डलवाओ आपका काम हो जाएगा। वहीं एक पोस्ट में एस.एफ.एस. चुनावों के बाद चोरी से हाथों में ईंटें फैंकते हुए। सोशल मीडिया पर एक खबर जिसमें प्रोटैस्ट के दौरान एस.एफ.एस. के उम्मीदवार पर चुनाव लडऩे के आरोप लगाए गए हैं। एस.एफ.एस. ने कहा कि यह क्लीपिंग साल 2015 की है, जोकि उक्त साल एस.एफ.एस. ने चुनाव नहीं लड़ी थी। 

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वहीं कई क्लीपिंग सोई, एन.एस.यू.आई. और ए.बी.वी.पी. की भी क्लीपिंग डाली गई है। एक-दूसरे को एक्सपोज करने की धमकियां भी जा रही हैं। जैसे फोटो सामने आए हैं। ए.बी.वी.पी. की अथॉरिटी कह रही हैं तुमसे नहीं हो पाएगा। वहीं सोशल मीडिया पर स्टूडैंट्स ने अपने पोल भी घोषित कर दिए। पोल में कोई एस.एफ.एस. को जीता रहा था। कोई सोई और कोई पुसू को।


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Priyanka rana

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