सोपू का कैंपस चेयरमैन रह चुका है कैदी दीपक को भगाने वाला ‘संपत नेहरा’

punjabkesari.in Tuesday, Jun 20, 2017 - 09:18 AM (IST)

पंचकूला (मुकेश): पंचकूला के सैक्टर-6 स्थित सामान्य अस्पताल में एम.आर.आई. करवाने के लिए पुलिस द्वारा अंबाला जेल से लाए गए विचाराधीन कैदी दीपक कुमार उर्फ टीनू को पुलिस हिरासत में भगाने वाला संपत नेहरा पंजाब यूनिवर्सिटी में सोपू का कैंपस चेयरमैन भी रह चुका है। कुछ साल पहले तक वह पी.यू.में स्टूडैंट्स की राजनीति में अहम भूमिका निभा चुका है। यही कारण है कि वह लोरेंस बिश्नोई का भी काफी करीबी रहा है। लोरेंस बिश्नोई के खिलाफ भी कई आपराधिक मामले दर्ज हो रखे हैं। पंचकूला पुलिस को संपत नेहरा की तलाश है, इसके लिए सोमवार को एक टीम ने चंडीगढ़ में भी दबिश दी, लेकिन फिलहाल पुलिस के हाथ संपत नेहरा का कोई सुराग नहीं लगा। 

 

पुलिस जोगा से दीपक का सुराग लगाने में जुटी 
पंचकूला पुलिस की सी.आई.ए. 1 की टीम फरार कैदी दीपक के दोस्त जोगिंदर उर्फ जोगा को अंबाला जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाई थी। दोनों लूट के मामले में पंचकूला पुलिस द्वारा पहले पकड़े जा चुके हंै। पुलिस सूत्रों की मानें तो जोगिंदर के पास से दीपक के कई अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं, जिससे उसे पकडऩे में कामयाबी मिल सकती है।


 

संपत ने फेसबुक पर हथियारों के साथ पोस्ट की हैं फोटो 
पुलिस हिसारत से अपने साथी दीपक कुमार को भगाने वाले संपत नेहरा के पिता हांलाकि चंडीगढ़ पुलिस में बतौर ए.एस.आई. कार्यरत है, लेकिन उसके बावजूद उनका बेटा कई आपराधिक मामले में शामिल हो गया। सूत्रों की माने तो संपत के खिलाफ चंडीगढ़ स्थित खालसा कालेज के बाहर हुई लड़ाई के मामले में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हो रखा है। संपत को हथियारों का काफी शौक है, इसलिए उसने फेसबुक पर हथियारों के साथ कई फोटोग्राफ्स भी पोस्ट कर रखी है।

 

जेल से मोबाइल पर दीपक करता था संपत से संपर्क
सूत्रों की मानें तो जोगिंदर उर्फ जोगा ने पुलिस को बताया है कि अंबाला जेल से दीपक मोबाइल से संपत नेहरा के संपर्क में था। फोन पर भी पुलिस हिरासत से भागने की पूरी प्लानिंग की गई थी। ऐसे में सबसे अहम सवाल यही उठता है कि जेल में दीपक के पास मोबाइल कहां से आया और किसने उसे मोबाइल मुहैया करवाया था। यह भी जांच का विषय है।

 

यह है मामला
पंचकूला के सैक्टर-6 स्थित सामान्य अस्पताल में गत 17 जून शनिवार को पुलिस दीपक उर्फ टीनू को एमआरआई करवाने के लिए आई थी। लेकिन उसी दौरान दीपक को छुड़वाने के लिए संपत नेहर ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर अस्पताल की एमरजैंसी वार्ड में सुखदेव सिंह, राकेश कुमार व रोशन लाल की आंखों में मिर्ची स्प्रे करके छुड़ा ले गए थे।


 


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