बकाया 1.20 करोड़ नहीं मिलने पर व्यापारी ने पंचकूला के कारोबारी के घर खाया जहर, मौत

punjabkesari.in Sunday, Jun 16, 2019 - 12:34 PM (IST)

पंचकूला(चंदन): माल के 1 करोड़ 20 लाख रुपए न मिलने से परेशान जगाधरी के व्यापारी ने सैक्टर-4 में एक कारोबारी के घर ही जहर खाकर जान दे दी। पुलिस ने मृतक के बड़े भाई की शिकायत पर कारोबारी सहित 6 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

आरोपी कारोबारी राजीव गर्ग ने करोड़ों का अनाज खरीदकर नहीं चुकाए पैसे : जानकारी के अनुसार जगाधरी निवासी मयंक गोयल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि वे दो भाई हैं। उसका और उसके छोटे भाई मृतक रोबिन गोयल का जगाधरी में अनाज का कारोबार है। तीन-चार साल से सैक्टर-4 निवासी राजीव गर्ग उनसे अनाज खरीदता था और रुपए उन्हें बैंक के जरिए दे देता था। इस तरह करते-करते राजीव गर्ग पर उनके काफी पैसे उधार हो गए थे। पिछले तीन महीने से तो उसने पैसे देने बंद ही कर दिए थे। 

मयंक और रोबिन के बहुत मिन्नत करने के बाद आरोपी ने कुछ पैसे दे दिए। उसके बाद भी करीब 1 करोड़ 20 लाख रुपए राजीव गर्ग व अन्य आरोपियों की तरफ बकाया थे। इसी मामले में पिछले हफ्ते राजीव गर्ग और अन्य लोगोंं के साथ पंचायत भी हुई थी, जिसमें आरोपियों ने 14 जून को पैसे देने की बात कही थी। शुक्रवार को वह और उसका भाई रोबिन गोयल, उसके पिता जगाधरी से पंचायत के सुरेश और महेश के कहने पर पंचकूला आए थे। वे पहले रायपुररानी के गांव हरिपुर में स्थित राजीव गर्ग कुमार पोल्ट्री फार्म पर गए। वहां उन्हें कोई नहीं मिला। उन्होंने राजीव गर्ग से बात की तो उसने कहा कि पंचकूला घर पर आ जाओ। 

‘इन लोगों के कारण कई जानें जाएंगी’
रोबिन गोयल ने सुसाइड नोट में लिखा है कि चार साल पहले राजीव गर्ग, रोमी गर्ग, अनिरुद्ध गर्ग व स्टेफी गर्ग  मेरे घर पर आए थे। मुझसे आग्रह किया कि हमें कोई माल नहीं दे रहा है। आप हमारे बड़े भाई जैसे हैं। हमारे तीन फार्म हैं। हम आपका पैसा समय पर देंगे, हमारी नीयत में खोट नहीं है। हम इनकी बातों में आ गए और माल देना शुरू कर दिया। पहले सब ठीक चलता रहा। उन्होंने अपना एक फार्म बेच दिया और कहने लगे कि लोग हमें परेशान करने लगे हैं। आपको कोई दिक्कत नहीं आएगी। 

बाद में उन्होंने अपना दूसरा फार्म बेच दिया और कहा कि आपका पैसा दे देंगे। हम भी उनकी बातों में आ गए और माल देते रहे लेकिन पैसे नहीं आए। उन्होंने अपना घर भी बेच दिया। अब वह तीसरा फार्म भी बेचने की तैयारी में हैं लेकिन हमारा पैसा नहीं दे रहे और न ही कोई सही जवाब दे रहे हैं। इन लोगों ने बाजार में भी करोड़ों रुपए देने हैं। 

अब इनके रिश्तेदार इनका ससुर जिनका नाम मुंदरी लाल बंसल व साला ने मिलकर मेरे पैसे देने से मना कर दिया है। हमारा इनकी तरफ एक करोड़ 20 लाख रुपए बकाया है। अगर ये पैसा नहीं देंगे तो हम सड़क पर आ जाएंगे। मेरे पास मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं है क्योंकि मेरे ऊपर बैंक का लोन भी है। बाजार की देनदारी भी है। मैं अपने परिवार से विनती करता हूं मेरे  बाद पर सारी देनदारी उतार देना, चाहे सब कुछ क्यों न बेचना पड़े। यह तो सिर्फ शुरुआत है। आगे भी इन लोगों के कारण कई जानें जाएंगी। इनको कोई फर्क नहीं पड़ता। इनका काम केवल अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर लोगों को सड़क पर लाने का है। आपका रोबिन गोयल। यह तो सिर्फ शुरुआत है।

बदतमीजी की, धमकी दी तो खा लिया जहर
वे दोपहर करीब 12 बजे उसके घर पहुंच गए। राजीव गर्ग के घर पर उसकी पत्नी रोमी गर्ग और बेटी स्टेफी गर्ग भी थी। जब उन्होंने पैसे मांगे तो तीनों ने उनके साथ बदतमीजी की और पैसे देने से मुकर गए। भविष्य में पैसे मांगने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। उसी दौरान रोबिन ने परेशान होकर साइड में जाकर कोई जहरीला पदार्थ खा लिया और कहने लगा कि मैंने इनसे परेशान होकर जहर खा लिया है। उसे चक्कर आने लगे। हालत बिगड़ती देख उसके भाई और पिता उसे सैक्टर-21 स्थित प्राइवेट अस्पताल में ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। रोबिन की पेंट की जेब से सुसाइड नोट मिला। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे मेंं ले लिया और मयंक गोयल की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया। 
 


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bhavita joshi

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