विज के कड़े तेवर, अफसरों में हड़कंप, पैंडिंग कार्यों को लगेंगे पंख
punjabkesari.in Thursday, Jul 29, 2021 - 07:20 PM (IST)

चंडीगढ़, (अविनाश पांडेय): हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के कड़े तेवरों के बाद विभाग के अफसरों में हड़कंप मच गया है। आलम यह है कि अब हर कोई पैंङ्क्षडग कार्यों की सूची तैयार करने में लग गया है। विज की सबसे ज्यादा नाराजगी गृह विभाग में पैंङ्क्षडग कार्यों से है। इसको लेकर वह कई बार अफसरों से नाराजगी जता चुके हैं। महीनों पहले जहां काम नहीं करने की वजह से ही विज ने डी.जी.पी. मनोज यादव के खिलाफ पत्र लिखकर उन्हें अयोग्य अफसर करार दिया था तो वहीं बीते दिनों विज ने गृह विभाग के अतिरिक्त सचिव राजीव अरोड़ा के खिलाफ भी मुख्य सचिव को पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने गृह विभाग में पुलिसकर्मियों की हजारों पैंङ्क्षडग अपीलों का निराकरण नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए स्पष्टीकरण मांगा था। हालांकि बाद में मामला ठंडा पड़ गया था, लेकिन अंदरूनी तौर से विज की तल्खी बरकरार रही और इसी कड़ी में ही एक दिन पहले उन्होंने ट्वीट के जरिए अफसरों को सख्त संदेश देने की कोशिश की। बताया गया कि विज के विभाग के कुछ अफसर मुख्यमंत्री का नाम लेकर काम मे रोड़ा अटकाते हैं, जिसको लेकर ही विज ने अफसरों को यह बता दिया कि उनके और मुख्यमंत्री के बीच कोई मतभेद नहीं है।
विज के पास गृह, स्वास्थ्य, शहरी निकाय, चिकित्सा शिक्षा, आयुष और तकनीकी शिक्षा जैसे विभागों की अहम जिम्मेदारी है। इन सभी विभागों में लंबित मामलों को निपटाने के लिए वह लगातार गंभीर रहते हैं। विभागीय कार्यों में उदासीनता को लेकर गृह मंत्री विज ने अपने विभाग के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को खुश करने के लिए कुछ अधिकारी मेरे विभागीय कार्यों में बाधा डाल रहे हैं जैसे कि मैं और मुख्यमंत्री एक दूसरे के खिलाफ हैं। वे बहुत बुरी तरह गलत हैं। मैं और मुख्यमंत्री अच्छे दोस्त हैं। यह गंदा खेल खेलने वाले अधिकारियों को इसका भारी खमियाजा भुगतना पड़ेगा। विज के इस संदेश के बाद से उनके विभाग के अफसरों में काम को लेकर हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि गृह विभाग खासकर पुलिस अफसरशाही में लंबित शिकायतों का निस्तारण करने में अब तेजी आएगी।
‘ड्रीम प्रोजैक्ट अटकने से हुए तल्ख’
अफसरों के खिलाफ विज की नाराजगी की वजह उनके ड्रीम प्रोजैक्ट में रोड़ा अटकाना रहा है। सूत्रों की मानें तो कोरोना की पहली लहर में बेहतर काम करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए गृह मंत्री ने एच.एम. डिस्क सम्मान देने की घोषणा की थी। इसके लिए मंत्री की ओर से गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र लिखकर प्रक्रिया शुरू करने को कहा गया था, लेकिन गृह से लेकर वित्त विभाग के बीच यह मामला फंसकर रह गया। इस मामले को सिरे चढ़ाने के लिए मंत्री ने एक बार फिर से पहल करते हुए 2 दिन पहले मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि उनकी इस घोषणा को जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाया जाए।
‘कई मंत्रियों ने भी विज के बयान पर जताई मूक सहमति’
विज के अफसरों को दिए गए चेतावनी भरे बयान से जहां अफसरशाही में तमाम चर्चाएं हैं तो वहीं कई मंत्रियों ने भी विज की हां में हां मिलाई है। नाम नहीं छापने की शर्त पर कई मंत्रियों ने कहा कि जिस तरह से अनिल विज ने अफसरों को सख्त संदेश दिया है वह बिल्कुल ठीक है। सरकार के कई अफसरों की कार्यप्रणाली बिल्कुल इसी तरह से चल रही है। मंत्रियों की बात से यह साफ नजर आया कि उनमें विज की तरह से अपनी बात सार्वजनिक करने का दम तो नहीं हैं लेकिन वह अपने-अपने विभागों के कई अफसरों की कार्यप्रणाली से दुखी जरूर हैं।
‘विज के रडार पर अब निकाय विभाग, निकायों की कार्यप्रणाली सुधारने के लिए खाका तैयार’
मंत्री अनिल विज ने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की तरह अब नगर निकायों की कार्यप्रणाली को सुधारने का खाका तैयार किया है। मंत्री की ओर से शहरी निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एस.एन. राय को पत्र लिखकर सभी निकायों में फाइल ट्रैकिंग सिस्टम और शिकायतों को कम्प्यूटर में दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। बीते दिनों गुरुग्राम नगर निगम में छापेमारी के बाद निकायों की दशा सुधारने के लिए विज के तेवर तल्ख हो गए हैं और वह किसी भी तरह से निकायों में व्याप्त भ्रष्टाचार दूर करने के लिए गंभीर है। उन्होंने कहा कि नगर निकायों में आम जनता की शिकायतों पर जल्द से जल्द कार्रवाई हो और कोई भी अफसर बिना मूवमैंट रजिस्टर भरे ऑफिस से बाहर न जाएगा।
‘मैं काम करने में विश्वास रखता हूं और काम करने वाले ही मुझे पसंद : विज’
गृह मंत्री अनिल विज का साफ कहना है कि मैं काम करने में विश्वास रखता हूं और मुझे काम करने वाले ही अफसर और कर्मचारी पसंद हैं। उन्होंने साफ कहा कि जब वह बीमारी की हालत में भी काम को पैंङ्क्षडग नहीं रखते हैं तो अफसरों को क्या समस्या है। विज कई बार कह चुके हैं कि उनकी किसी अफसर के साथ कोई दुश्मनी नहीं है, लेकिन उन्हें समय पर काम चाहिए और उनके विभाग में जो भी अफसर हैं उन्हें समय पर काम करना पड़ेगा।