पी.यू. अधिकारी मनाने पहुंचे जॉय कुरूविला को

Wednesday, Jun 26, 2019 - 01:03 PM (IST)

चंडीगढ़(रश्मि हंस): पंजाब यूनिवर्सिटी( पी.यू.) के अधिकारी मंगलवार सुबह से ही साऊथ इंडिया काफी हाऊस के मालिक जॉय कुरूविला को मनाने की कवायद शुरू कर दी। उन्होंने जॉय को उनके कॉफी हाऊस में ओर सुविधाएं देने की बात भी रखी लेकिन जॉय कुरूविला ने बताया कि अब यहां से जाने का फैसला कर चुके हैं। 

साऊथ के व्यंजन  कैंपस में परोसने वाले जॉय ने दो वर्ष या उससे पहले भी पी.यू. प्रबंधन को हॉल की कमियां दूर करने के लिए कहा  लेकिन पी.यू. प्रबंधन कमियों को दूर नहीं किया। जॉय कुरूविला जुलाई तक कैंपस से जा सकते हैं। जीवन के 40 वर्ष कैंपस मेें गुजारने के बाद पी.यू. से  वापस केरल जा रहे साऊथ इंडिया कॉफी हॉऊस के मालिक जॉय ने बताया कि वापस जाने का मन बना चुके हैं। अपनी उम्र की लंबी पारी यहां गुजारने के बाद अब कुछ समय घर पर गुजारना चाहते हैं। 71 वर्ष के हो चुके  जॉय ने बताया कि सब कुछ छोड़ के जाना तो एक दिन पड़ेगा। लेकिन इस दुनिया से जाने से पहले ही मैं यहां से जाकर अपने शहर में रहूं और वहां जाकर आराम करना चाहता हूं। 

अब 50 रुपए में नहीं मिलेगा सांबर डोसा
पी.यू. के स्टूडैंट सैंटर पर स्थित  इस कॉफी हाऊस में सिर्फ 50 रुपए में सांबर-डोसा और  उत्पम मिलता है। कैंपस की इसी दुकान पर साऊथ इंडियन खाना मिलता है। जिसे शहर के  लोग बड़ी संख्या में खाने के लिए आते हैं।  स्टूडैंट्स सैंटर पर जब दुकानें नहीं थीं  जब यह कॉफी हाऊस खुला था। अब धीरे-धीरे यहां पर काफी दुकानें बढ़ गई हैं। 

कॉफी हाऊस से जुड़ी भावनाएं 
 कॉफी हाऊस में आने-जाने  वाला ग्राहक  जॉय से यहीं पूछ रहे हैं कि आप यहां से जा रहे हो। आप यहां से कहां शिफ्ट कर रहे हो। हाऊस में आई गुरिंद्र ने बताया कि वह कैंपस के इस कॉफी हाऊस में 2003 से आ रही हूं। कैंपस से उन्होंने पहले एंथ्रोपोलॉजी विभाग में पढ़ाई की और बाद में पीएच.डी. की।  सत्र 2013 में पीएच.डी. करने के बाद भी यहां आने का सिलसिला कभी नहीं टूटा।

 नीतू कौर जो एक शिक्षिका वह गुरिंद्र के साथ भी हाऊस में कॉफी पीने सॉऊथ इंडियन खाना खाने सैंकड़ों बार आई है। स्टूडैंट ने बताया कि हॉल में उन्होंने अपने दोस्तों के  साथ कई बार बर्थ-डे सैलीब्रेट किया। कभी जीत की खुशी और कभी मन की बात हाल में बैठकर की। यहां से मेरे जीवन की बहुत सी यादें जुड़ी हैं। जिन्हें कभी नहीं भूल सकते है। 

bhavita joshi

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