पी.यू. : कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, विरोध पर रात को लैटर विद-ड्रा कर रिलीव किया

punjabkesari.in Wednesday, May 06, 2020 - 11:54 AM (IST)

चंडीगढ़ (रश्मि): पंजाब यूनिवर्सिटी ( पी.यू.) में गैस्ट फैकल्टी, टैम्परेरी, कॉन्ट्रैकन, डेलीवेजिस और कांट्रैक्ट्चुअल नॉन टीचिंग स्टाफ जिनकी टर्म 8 मई को खत्म हो रही है।पी.यू. प्रबंधन की ओर से मंगलवार शाम को इन कर्मचारियों को नौकरी से हटाने का नोटिस जारी किया गया था, लेकिन लेकिन विरोध के बाद रात करीब 10 बजे फिर लेटर विद-ड्रॉ कर इन्हें नौकरी से रिलीव किया। जानकारी के मुताबिक अब फिर से मम बता दें कि नौकरी से जाने की खबर से सभी कर्मचारी परेशान हो गए थे। 

 

वहीं कुछ कमेटी मेंबर्स व कुछ सीनेटर के विरोध के कारण लैटर विदड्रॉ किया गया। हालांकि दीपक कौशिश से इससे इनकार किया था। ऐसे में है अप के सैकड़ों गैस्ट फैकल्टी और की नौकरियां खतरे में पड़गई । यानि जिनका टैनुअर 8 मई को खत्म हो जाएगी। इनकर्मचारियों का कॉन्ट्रक्ट फिलहाल रिन्यूनहीं किया जा रहा है । कर्मचारियों को नए अकेदमिक सैशन शुरू होने पर ही रि-अंगेज किए जाने का नोटिस पी.यू. प्रबंधन की ओर से निकाला गया है। 

 

यह फैसला डी.यू.आई. डॉ. आर.के. सिंघला, रजिस्ट्रार प्रो. कर्मजीत, डी.सी.डी.सी. प्रो. संजय कौशिक, डीन रिसर्च प्रो. वी.आर. सिन्हा, एफ.डी.ओ. विक्रम नैय्यर, लॉ विभाग के प्रो. दविंद्र सिंह और 'एफ.डी.ओ. विक्रम नैय्यर की मौजूदगी में बैठक में लिया गया। पी.यू. में सैकड़ों गैस्ट फैकल्टी, कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते है। मीटिंग में यह चर्चा हुई कि अकेडमिक सेशन आगामी 8 मई को पूरा होने जा रहा है। कोरोना वायरस के चलते अभी तक सेशन पूरा नहीं हो पाया।  


 

पिछले तीन दिन से कर रहे थे विरोध: डॉ. कौशिक
सूत्रों के मिली जानकारी के मुताबिक गैस्ट फैकेल्टी और कॉन्टैयुल और टेम्परेरी टीचर्स को निकालने का सीनेटर और डी.सी.डी.सी ने विरोध किया है। वो इसका विरोध पिछले तीन दिनों से कर रहे थे। उन्होंने कमेटी में मांग की थी कि इन टीचर्स को निकाला न जाए, बल्कि हर वर्ष की तरह एक दिन का ब्रेक देकर इन्हें यूनिवर्सिटी में काम करने दिया जाए। लेकिन उन्हें जानकारी दिए बिना यह नोटिस निकाला गया। वह इस फैसले से सख्त नाराज हैं। उन्होंने इसके विरोध में रजिस्ट्रार और वी.सी. को अपना डिसेंट भी भेज चुके हैं। नॉन टीचिंग स्टाफ के अध्यक्ष डॉ. दीपक कौशिक ने कहा कि नॉन टीचिंग स्टाफ व डेलीवेजर्स को जॉब से रिलीव नहीं किया जा रहा है। इसलिए स्टाफ जॉब के लिए तनाव में न आएं।

 

चांसलर और केंद्रीय मंत्री से करूंगा बात: सीनेटर सुभाष
सीनेटर सुभाष शर्मा ने कहा कि कांट्रैटचुअल पर काम कर रहे कर्मियों को लॉकडाऊन के समय निजी नौकरियों से निकाल दिया जाएगा तो वह रोटी कहां से खाएंगे। वी.सी. प्रो. राजकुमार का यह अमानवीय कदम है। केंद्रीय सरकार के सत निर्देश हैं कि किसी भी कर्मचारी को न नौकरी से निकाला जाए और न उसके वेतन में कटौती की जाए। मैं चांसलर और केंद्रीयमंत्री से बात करूंगा।


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pooja verma

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