आग से पी.यू. के एडमिन ब्लॉक में आई दरारें, तीन-चार दिन नहीं हो पाएगा काम

punjabkesari.in Tuesday, May 16, 2017 - 08:20 AM (IST)

चंडीगढ़ (हंस): पंजाब यूनिवर्सिटी एडमिन ब्लॉक के अकाऊंट्स ब्रांच में रविवार को आग लगने से सोमवार सुबह कोई भी काम नहीं हुआ। कर्मचारियों को घर भेज दिया और बिल्डिंग के जले हिस्सों की इन्वैस्टीगेशन टीम ने जांच की और यह जानने की कोशिश की कि बिल्डिंग को कोई नुक्सान तो नहीं हुआ और क्या यह बिल्डिंग कर्मचारियों के  काम करने केलिए सुरक्षित है या नहीं? जांच के बाद टीम ने साफ  किया कि आग से बिल्डिंग को कोई नुक्सान नहीं हुआ है। हालांकि  एडमिन ब्लॉक में अभी तीन-चार दिन काम नहीं हो पाएगा।  जिसके चलते लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। आग लगने से एडमिन ब्लॉक की बिल्डिंग में कई जगह दरारें पड़ गई हैं। पी.यू. के रिकॉर्ड में उन लोगों का ब्यौरा भी था जिन्होंने करोड़ों का एडवांस लिया हुआ है। जिसकी रिकवरी कर पाना अब आसान नहीं होगा। 

 

पूटा देगा पी.यू. के रिजर्व फंड के लिए एक दिन का वेतन 
पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (पूटा) ने बैठक बुलाकर सर्वसम्मति से फैसला लिया कि वे एक दिन का वेतन पी.यू. रिजर्व फंड में डोनेट करेगा। पूटा अध्यक्ष प्रो. प्रोमिला पाठक व महासचिव डा. एम.सी. सिद्धू ने बताया कि पी.यू. के ऊपर इतना बड़ा संकट आया है इसलिए वे टीचर कम्युनिटी से अपील करते हैं कि वे सभी इसमें अपनी ओर से एक दिन का वेतन देकर अपना योगदान डालें। कई टीचर्स व स्टाफ मैंबर्स में इसे लेकर रोष भी है कि उनकी सर्विस बुक, पर्सनल रिकार्ड भी जल गया है जिस कारण उन्हें इंक्रिमैंट आदि देरी से मिल पाएगी। 

 

जांच कमेटी जल्द बनेगी : पी.यू. की ओर से जांच कमेटी जल्द ही बनाई जाएगी। इसमें पी.यू. प्रबंधन को ही नहीं बल्कि बाहर से भी अधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा।  

 

अफवाहें भी उड़ीं :  दिन भर अफवाहें उड़ती रही कि  पी.यू. में आग शॉर्ट सर्किट से नहीं बल्कि यू.पी.एस. के ब्लास्ट होने से लगी है। 


घपले भी हो सकते हैं आग का कारण  
पी.यू. को फंड देने के लिए यू.जी.सी. बार-बार अलग-अलग फार्मेट में  रिकार्ड मांग रहा था। जिससे पी.यू. प्रबंधन काफी परेशान था। उधर, प्रो. विजय चोपड़ा का कहना है कि कैंपस में हुए घपलों को छिपाने के लिए जानबूझकर इस घटना को शरारती तत्वों ने अंजाम दिया है। प्रो. चोपड़ा ने कहा कि घपलों में उच्च अधिकारी फंस रहे थे। जिसमें पैंशन स्कैम मामला व खरीद-फरोख्त के कई मामले थे। इन मामलों से बचने के लिए किसी शरारती तत्व ने इस घटना को अंजाम दिया हो। प्रो. विजय चोपड़ा ने पी.यू. प्रबंधन को यहभी कहा है कि उनके  पास आर.टी.आई. से मिली बहुत सारी जानकारी उपलब्ध हैं। वह चाहे तो जानकरी  मुझसे ले सकता है। उन्होंने सी.बी.आई. से भी मामले की जांच करवाने को कहा है। 


 

परीक्षाएं होंगी समय पर 
परीक्षा नियंत्रक डा. परविंद्र सिंह ने बताया कि आगजनी की इस घटना के बाद  भी पी.यू. में परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होंगी। कुछ शरारती तत्वों ने यह अफवाह फैला दी कि आग लगने के कारण परीक्षाएं टाल दी गई हैं। उन्होंने छात्रों और उनके अभिभावकों से अपील की है कि वे किसी तरह की अफवाह या बहकावे में न आएं और अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करें। पी.यू. प्रबंधन ने फैकल्टी मैंबर्स व स्टाफ मैंबर्स को एक पत्र भेजा है कि कुलपति, रजिस्ट्रार, एफ.डी.ओ. व परीक्षा नियंत्रक के अलावा कोई भी किसी बाहर के व्यक्ति या सार्वजनिक तौर पर इस मसले पर कोई बात न करे।


 

कई और सैंपल लिए फॉरैंसिक टीम ने : फॉरैंसिक टीम, पैक  प्रबंधन और बिल्डिंग की इश्योरैंस टीम ने सोमवार को भी  बिल्डिंग की जांच की और कई और सैंपल लिए। इन सैंपल की जांच से यह स्पष्ट होगा कि आग कैसी लगी थी। 

 

पी.एफ . का 11 करोड़ एडवांस : सूत्रों के मुताबिक पी.यू.ने कर्मचारियों को पी.एफ . के तौर पर 11 करोड़ एडवांस दिए थे। अब इसका कोई भी रिकार्ड नहीं बचा है। कर्मचारियों की रिटायरमैंट के  समय जो पी.एफ .का पैसा उन्होंने एडवांस लिया होता है उसे काट दिया जाता है। अब एडवांस लेने वाले कितने कर्मचारी पी.यू. को ब्यौरा देंगे यह देखना होगा। 

 

सर्विस बुक भी राख : पी.यू. कर्मचारियों की सर्विस बुक भी आगजनी में राख हो गई है। सर्विस बुक में कर्मचारियोंं के वेतन भत्ते, उनके द्वारा किए गए कार्य व उनके द्वारा लिए गए एडवांस आदि का ब्यौरा होता है। जिससे पी.यू. प्रबंधन कर्मचारियों का वेतन बनाता है, लेकिन अब पी.यू. को सारी जानकारी के लिए अपने कर्मचारियोंं पर ही निर्भर रहना पड़ेगा। ध्यान रहे कि पी.यू. कर्मचारी 25 हजार से लेकर 15 लाखरुपए एडवांस पी.यू. प्रबंधन ले सकते हैं। आर.टी.आई. की जानकारी अब कैसे : पी.यू. का सैलरी एवं प्लानिंग सैक्शन खाक हो गया है, वेतन की जानकारी तो शायद सर्वर से मिल जाए, लेकिन अन्य जानकारी पी.यू. को नहीं मिल पाएगी। बहुत से लोगों ने पी.यू. से विभिन्न तरह की जानकारीलेने के लिए आर.टी.आई. डाली हुई थी, वह सभी खाक हो गई है। इंकम टैक्स और पैंशन सैल बचा :  आग से सिर्फ इन्कम और पैंशन सैल बच गया है, जबकि एग्जामिनेशन का कुछ रिकार्ड जला है। 

 

पुराना रिकार्ड मंगवाया जाएगा कर्मचारियों से ही : विभाग में टीचिंग और नॉन टीचिंग कर्मचारियों का जो रिकार्ड जल गया है, उस रिकार्ड क ो कर्मचारियों के पास से मंगवाया जाएगा। यानि रिकार्ड के  लिए जो  स्लिप की कॉपी कर्मचारियों या शिक्षकों को दी गई है। उसकी फोटो कापी  कर्मचारियों से मंगवाई जाएगी। इसे फोटो कॉपी करके पी.यू. प्रबंधन अपने पास रखेगा। सीनेटर मुकेश अरोड़ा व सीनेटर डा. दलीप ने कहा कि  पी.यू. में आग लगने की घटना को कुछ लोग साजिश करार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस समय ऐसी बातें नहीं की जानी चाहिए, बल्कि पी.यू. को जो नुक्सान हुआ है, उसे पूरा करने की कोशिश की जानी चाहिए। आग लगने से 60  साल पुराना रिकार्ड जल गया है। 


 


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