अधिक समय एक ही जगह बैठोगे तो हो सकता है हार्टअटैक

Friday, Sep 30, 2016 - 09:22 AM (IST)

चंडीगढ़ (रवि): एक ही जगह ज्यादा देर तक बैठे रहना आपके दिल के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। हार्टअटैक के 70 प्रतिशत मामले ज्यादा देर तक एक ही जगह बैठे रहने की वजह से होते हैं। ऐसे में उन लोगों को अलर्ट होने की जरूरत है जो ऑफिस या घर में कई घंटों तक एक ही जगह चिपके रहते हैं। गुडग़ांव के मेदांता हॉस्पिटल के सीनियर इंटरवैंशनल कार्डियोलॉजी के डायरैक्टर डा. रजनीश कपूर ने अपनी रिसर्च में यह बात कही है। डा. कपूर वीरवार को पी.जी.आई. आए हुए थे, जहां उन्होंने बताया कि उन्होंने पंजाब के 325 लोगों की जीवनशैली पर स्टडी की है। ये लोग पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से हैं। इसके आधार पर उन्होंने अपनी रिपोर्ट दी।

स्टडी में 30 से 65 साल तक के लोगों को शामिल किया गया 
स्टडी में 30 से 65 साल तक के लोगों को शामिल किया गया है। ऑफिस या घर में एक ही जगह पर लगातार एक ही जगह बैठे रहना, ज्यादा लेटे रहना, टी.वी. व कम्प्यूटर पर लगातार बैठना भी दिल के लिए नुक्सानदायक हो सकता है। सर्वे में 70 प्रतिशत लोगों ने बताया कि वह दिन में लगातार 4 से 5 घंटे बैठे रहते हैं। साथ ही रिसर्च में पता चला है कि मिडिल एज के लोग ज्यादा आराम तलब जीवन जीते है। डाक्टर्स की मानें तो लगातार बैठे रहने के बीच में 2 मिनट का फिटनैस ब्रेक भी दिल के लिए काफी अच्छा है, जिससे इसकी कार्यक्षमता बढ़ जाती है। 

आरामदायक जीवनशैली दे रही है हार्टअटैक 
डा. कपूर की मानें तो आरामदायक जीवन लोगों में हार्टअटैक की वजह बन रहा है। ज्यादा देर तक आराम तलब जीवनशैली स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। यह भी सामने आया है कि विश्व में होने वाली कुल मौतों में से 4 प्रतिशत लोगों की मौत सिर्फ इसलिए हुई, क्योंकि वे एक दिन में 3 से 4 घंटे तक लगातार बैठे रहते हैं। रिसर्च में सामने आया है कि अगर एक व्यक्ति एक्सरसाइज भी करता है और रोजाना सैर भी करता है, लेकिन लंबे वक्त तक आराम तलब जीवनशैली में जी रहा है, तो भी उसमें काॢडयो वस्कुर्लर बीमारी, डायबिटीज, इंपेयर्ड इंसुलिन सैंसटीविटी के विकसित होने का जोखिम होता है। इनमें से किसी भी कारण से असमय मौत का जोखिम बढ़ जाता है। 

पी.जी.आई. में मनाया गया वर्ल्ड हार्ट डे
वीरवार को पी.जी.आई. के स्कूल ऑफ नर्सिंग में वर्ल्ड हार्ट-डे मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन नाइन की प्रिंसीपल डाक्टर संध्या घई की देखरेख में किया गया। इस मौके पर एम.एस.सी. नर्सिंग स्टूडैंट्स ने पी.जी.आई. ओ.पी.डी. और एमरजैंसी में जाकर कई तरह के कार्यक्रम पेश कर लोगों को जागरूक किया, साथ ही लोगों को हैल्दी हार्ट कैसे रखें इसके बारें में बताया गया। टीचर्स और वोलंटियर्स ने यहां मौजूद लोगों के बीच दिल से जुड़ी समस्याओं को लेकर फैले अंधविश्वास क्लीयर किए। इस मौके पर डी.एम.एस. डाक्टर अशोक कुमार, अस्सिटैंट प्रोफेसर डाक्टर महेश देवनानी और कई दूसरे डाक्टर्स मौजूद रहे। 
 

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