अलगवावाद के खिलाफ भाजपा ने बोला बड़ा हमला

punjabkesari.in Thursday, Mar 09, 2023 - 08:37 PM (IST)

चंडीगढ़,(हरिश्चंद्र): पंजाब भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश भर से हजारों की तादाद में चंडीगढ़ पहुंचे पार्टी कार्यकत्र्ताओं ने यहां प्रदेश भाजपा मुख्यालय में इक_े होकर आम आदमी पार्टी की भगवंत मान सरकार के विरुद्ध जमकर रोष-प्रदर्शन किया। जैसे ही भाजपा नेता व कार्यकत्र्ता इक_े होकर आगे बढ़े तो भाजपाइयों का जोश व रोष देख कर घबराई पंजाब सरकार ने पुलिस के बल पर रोकने की कोशिश की, लेकिन वो कार्यकत्र्ताओं के जोश पर काबू पाने में पूरी तरह नाकाम रही। आखिरकार पुलिस ने अगले ही चौक पर बल प्रयोग करते हुए कार्यकत्र्ताओं पर वाटर कैनन तथा लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें कई भाजपा नेता व कार्यकत्र्ता गंभीर घायल हो गए। पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर जैसे ही बस में बिठा कर आगे बढ़ी, तो भाजपा कार्यकत्र्ताओं ने जयघोष व पंजाब सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए नेताओं से भरी बस को रोक लिया, जिसे पुलिस ने बल प्रयोग कर वहां से हटाया। पुलिस भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अश्वनी शर्मा समेत कई नेताओं को हिरासत में लेकर सैक्टर-39 थाने ले गई और कुछ देर बाद छोड़ दिया।

 

 


अश्वनी शर्मा ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा उनकी सरकार देशविरोधी शक्तियों व अलगाववादियों पर नकेल कसने में एक बार फिर पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है। ताजा उदाहरण अमृतसर में सामने आया है, जहां खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अपने कथित समर्थकों के माध्यम से पंजाब सरकार व अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिब को चुनौती देते हुए देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दौरे से बिल्कुल ठीक पहले अमृतसर के गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के बाहर जहां जी-20 सम्मेलन होना है, उसकी दीवारों पर खालिस्तान समर्थक नारे लिख कर पंजाब सरकार को फिर से चुनौती दी है। श्री आनंदपुर साहिब में निहंग बाणा पहने युवक की सरेआम हत्या की गई है। भाजपा इसकी कड़ी ङ्क्षनदा करते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करती है। प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के पिता अपने बेटे की हत्या के मामले में इंसाफ पाने के लिए पंजाब विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे हैं जबकि पंजाब सरकार अपनी झूठी वाहवाही पाने और केजरीवाल को खुश करने में व्यस्त है।
 

 

 

 

पंजाब में कानून-व्यवस्था बुरी तरह ध्वस्त 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की भ्रष्टाचार में लिप्त भगवंत मान सरकार के 11 महीने के शासन में पंजाब में कानून-व्यवस्था बुरी तरह ध्वस्त हो गई है। पंजाब सरकार ने राज्य का माहौल खराब करने वालों को खुली छूट दे रखी है। पंजाबियों के दिलों में डर का माहौल है और उन्हें लग रहा है कि सरकार पंजाब को 1984 के काले आतंकवाद के दौर में वापस ले जा रही है। भाजपा अपना फर्ज निभाते हुए ही आज पंजाबियों के हितों की रक्षा के लिए सड़कों पर उतरी है। अश्वनी शर्मा ने कहा कि अमृतपाल सिंह, जो खुद को पंजाब का वारिस बताता है और पंजाब को बांटने व तोडऩे की बातें करके पंजाब तथा पंजाबियों की छवि दुनिया के सामने धूमिल कर रहा है, पंजाब का वारिस कैसे हो सकता है? पंजाब के वारिस हमारे गुरु तथा उनके बच्चे थे, जिन्होंने बलिदान दिए। शर्मा ने अमृतपाल सिंह को गुरु साहिब व उनके बहादुर पुत्रों का बलिदानी इतिहास पढऩे की सलाह देते हुए कहा कि वो पंजाब के असली वारिस हैं। उन्होंने कहा-
‘वतन की फिक्र कर ऐ नादान, मसीबत आने वाली है,
तेरी बर्बादियों के चर्चे हैं मान अब आसमान पर।
फलक की जिद है बिजलियां गिराने की,
हमारी भी जिद है वहीं आशियां बनाने की।’

 

 


अलगाववाद व पंजाब के भाईचारे को खत्म करने की हो रही साजिशें
अश्वनी शर्मा ने कहा कि जब से पंजाब में आप सरकार बनी है तब से पंजाब में खालिस्तान समर्थकों, अलगाववाद व पंजाब के भाईचारे को ध्वस्त करने वालों की कार्रवाइयों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। यह अलगाववाद की बातें करने वाले सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से निरंतर पंजाब और भाईचारे को तोडऩे का प्रचार कर रहे हैं और पंजाब सरकार मूकदर्शक बन तमाशा देख रही है। राज्य में रोजाना कहीं न कहीं हत्याएं, फिरौती मांगने और न देने पर हत्या की घटना, पुलिस की नाक के नीचे डकैतियां, पुलिस थानों पर कब्जे आदि की निरंतर घटित हो रही घटनाओं से पंजाब की जनता दहशत में है। आतंकवाद के दौर में भी ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी पुलिस थाने पर कब्जा कर लिया गया हो और पुलिस के साथ उसके ही थाने में मारपीट की गई हो। इसके लिए अगर कोई आरोपी है तो वो मुख्यमंत्री भगवंत मान है, क्योंकि राज्य का गृह विभाग उनके पास है। सरकार ने ङ्क्षहसा करने वालों के सामने पूरी तरह से घुटने टेक दिए और आरोपियों की जमानत का समर्थन किया।

 

 

 

यहां सवाल उठता है कि अगर आरोपी दोषी नहीं था, तो उस पर मुकद्दमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार क्यों किया गया? अगर वह दोषी था तो दबाव में आकर जमानत क्यों दी गई? डी.जी.पी. की पत्रकारवार्ता के बाद फिर अमृतपाल सिंह ने पंजाब सरकार को चुनौती दी कि उनके खिलाफ मामला दर्ज करके दिखाएं, अगर किया गया तो यह सब दोबारा दोहराया जाएगा। पंजाब सरकार ने ऐसे लोगों के समक्ष घुटने टेक दिए हैं। पंजाब में गैगस्टर दनदना रहे हैं। पंजाब की जेलें भी सुरक्षित नहीं वहां भी गैंगवार में एक-दूसरे की हत्याएं हो रही हैं।

 

 

 


इस मौके पर डा. नरेंद्र सिंह रैना, हरजीत सिंह ग्रेवाल, प्रदेश महासचिव जीवन गुप्ता, बिक्रमजीत सिंह चीमा, राजेश बाघा, मोना जयसवाल, गुरप्रीत सिंह कांगड़, तीक्ष्ण सूद, डा. सुभाष शर्मा, डा. जगमोहन सिंह राजू, डा. राज कुमार वेरका, केवल सिंह ढिल्लों, राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, फतेह जंग सिंह बाजवा, लखविंद्र कौर गरचा, मनप्रीत सिंह बादल, जैसमीन संधेवालिया, अरविंद खन्ना, परमिंद्र बराड़, बलबीर सिंह सिद्धू, कंवरवीर सिंह टोहड़ा, मीनू सेठी, एस.आर. लद्दड़, थॉमस मसीह, दर्शन सिंह नैनेवाल समेत पंजाब भाजपा की समूह लीडरशिप व कार्यकत्र्ता मौजूद थे।
 


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News Editor

Ajay Chandigarh

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