निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन ने खोला मोर्चा

Tuesday, Apr 20, 2021 - 07:19 PM (IST)

चंडीगढ़, (बंसल): वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढ़ रहे खतरे के बीच निजी स्कूल संचालकों की मनमानी भी बढ़ रही है और निजी स्कूल संचालक बच्चों की पढ़ाई कराने की आड़ में मोटी फीस वसूली की साजिश रच रहे हैं। जिसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। यह बात स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के प्रदेशाध्यक्ष बृजपाल सिंह परमार ने जूम एप पर संगठन की प्रदेश स्तरीय आनलाइन बैठक में मौजूद पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कही।

 

परमार ने कहा कि सरकार ने कोविड-19 के संक्रमण के खतरे को भांपते हुए प्रदेशभर में कक्षा पहली से बारहवीं तक सभी निजी व सरकारी स्कूलों को 30 अप्रैल तक बंद किए जाने का ऐलान किया हुआ है, मगर इसके बावजूद निजी स्कूल संचालक लगातार स्कूल खोलने की धमकी देकर नाजायज दबाव बनाकर सिर्फ अभिभावकों से मोटी फीस ऐंठने की साजिश के तहत कर रहे हैं। परमार ने कहा कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने सभी निजी स्कूलों में बच्चों से केवल ट्यूशन फीस लेने के ही स्पष्ट आदेश दिए हुए हैं, मगर इसके बावजूद भी निजी स्कूल बच्चों के दाखिला की आड़ में एनुअल चार्ज सहित सभी फंड वसूली कर रहे हैं। अभिभावकों की इस संबंध में काफी शिकायतें भी संगठन के समक्ष आई हैं। 


‘संगठन मुफ्त आनलाइन पढ़ाई के लिए जल्द करेगा व्यवस्था’
परमार ने कहा कि कोरोना के बढ़ रहे सक्रमण में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए अभिभावकों की मांग पर संगठन ने बच्चों को मुफ्त आनलाइन शिक्षा देने का निर्णय लिया है, जिसकी शुरूआत जल्द की जाएगी। संगठन कक्षा पहली से बारहवीं तक के बच्चों के लिए घर बैठे ही उच्च गुणवत्ता परक आनलाइन कक्षाएं शुरू करेगा, जिसकी एक कंपनी से भी बातचीत चल रही है, जिसकी व्यवस्था जल्द ही हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि अगर सरकार निजी स्कूलों के दबाव में आकर स्कूल खोलने का फैसला लेती है तो फिर संगठन न्यायालय की शरण में जाएगा और बच्चों की सुरक्षा का मुददा उठाएगा। आनलाइन बैठक में प्रदेश सह सचिव भूपेंद्र कौशिक, दिव्यांग विंग प्रदेश अध्यक्ष सुनील पंवार, प्रदेश लीगल एडवाइजर संजीव तंवर एडवोकेट, पुनीत कुमार हिसार, आशा गोयत जींद, धर्मबीर पलवल, रेखा गर्ग एडवोकेट पानीपत, राजरतन एडवोकेट रेवाड़ी, सलाउद्दीन पंचकूला, महेश कुमार कैथल, राजेश चहल कुरुक्षेत्र, राजीव सैनी हांसी मौजूद थे।
 

Vikash thakur

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