हादसे में मां-बेटी की हुई मौत, 26 साल की बेटी के ओर्गन किए डोनेट

Saturday, Dec 21, 2019 - 11:27 AM (IST)

चंडीगढ़(पाल) : एक ऐसा हादसा जिसने मां-बेटी दोनों की जान ले ली। बावजूद इसके परिवार ने हिम्मत दिखाई, साहस के साथ बेटी के ओर्गन डोनेट कर उन लोगों के लिए मिसाल पेश की, जो अपने दुख के वक्त में भी दूसरों के काम आए। 

ऊना के रहने वाले उमेश कुमार की छोटी बेटी नीति व पत्नी परवीन लोकल बस स्टैंड पर खड़े थे जिस वक्त एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। परवीन की तो मौके पर ही मौत गई। बेटी नीति को परिवार उसी दिन पी.जी.आई. ले आया। उम्मीद थी कि शायद यहां लाकर उनकी बेटी का जान बच सकेगी। सिर में गहरी चोट लगने से उसकी हालत में सुधार नहीं हो पा रहा था। 

16 दिसम्बर में वह पी.जी.आई. में एडमिट थी। डाक्टरों ने सभी प्रोटोकॉल को देखते हुए नीति को तीन बाद ब्रेन डेड डिक्लेयर कर दिया। ट्रांसप्लांट कोर्डिनेटर नवदीप बंसल ने जब परिवार से ओर्गन डोनेशन के बारे में पूछा। तो वह इसके लिए तैयार हुआ। यह सोचकर की दो जाने जा चुकी है, अपनों को खोने का गम है किसी ओर की जान बच सके तो शायद दोनों की आत्मा को शांति मिले। 

डोनर बनना चाहती थी :
26 साल की नीति की बड़ी बहन नीधि ने बताया कि उसकी बहन हमेशा दूसरों की मदद के लिए आगे रहती थी। उसकी खुद भी इच्छा थी कि वह ओर्गन डोनर बने। हमारे इस फैसले से उसे भी राहत मिलेगी। ट्रांसप्लांट कोर्डिनेटर नवदीप बंसल के मुताबिक नीति का भाई खुद इंडियन नेवी में हंै तो वह सोशली काफी अवेयर है।

Priyanka rana

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