ESI अस्पताल की दवा कैमिस्ट शॉप पर बिकने के मामले में जांच के आदेश

Saturday, Jun 17, 2017 - 08:25 AM (IST)

चंडीगढ़(अर्चना) : ई.एस.आई. हॉस्पिटल में सप्लाई में आने वाली दवा को शहर का कैमिस्ट कैसे बेच रहा है यह जानने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है। सैक्टर-29 की डिस्पैंसरी में बीते साल सितंबर में उसी बैच की दवा की सप्लाई हुई थी जो सैक्टर-29 की सिटी कैमिस्ट शॉप पर बिकती हुई मिली है, जबकि रामदरबार के ई.एस.आई. अस्पताल प्रबंधन ने साफ तौर पर कह दिया है कि कैमिस्ट शॉप पर बिकने वाली दवा का संबंध उनके अस्पताल से नहीं है, क्योंकि अगस्त, 2016 से उनके अस्पताल में यूरिमैक्स डी दवा का स्टॉक ही नहीं आया। बैच 60737 वाली यूरिमैक्स डी उनके ड्रग स्टोर पर कभी नहीं पहुंची। 

 

चंडीगढ़ डायरैक्टर हैल्थ सर्विस ने ड्रग कंट्रोलर को मामले की जांच के लिए निर्देश जारी कर दिए है और कहा है कि अस्पताल स्टॉक कैमिस्ट तक कैसे पहुंचा, किस किस दवा दुकान पर हॉस्पिटल सप्लाई वाली दवाएं मौजूद हैं इसकी भी जांच की जाए। चार दिन पहले सैक्टर-29 की कैमिस्ट शॉप ने अस्पताल सप्लाई में आने वाली दवा को एक बुजुर्ग पेशैंट को बेच दिया था। ई.एस.आई. का पेशैंट होने के बावजूद बुजुर्ग फरवरी के महीने से कैमिस्ट शॉप से खरीदकर ही दवा खा रहा था। 

 

अस्पताल में कभी नहीं आया यूरिमैक्स डी का बैच 60737 : डा. समिति
रामदरबार ई.एस.आई. अस्पताल की डिप्टी मैडीकल सुपरिंटैंडैंट डा. समिति ने कहा कि उन्होंने अस्पताल में आने वाली दवाओं का सारा रिकार्ड चेक कर लिया है और पाया है कि यूरिमैक्स डी का बैच 60737 उनके अस्पताल में कभी नहीं आया। सिर्फ इतना ही नहीं यूरिमैक्स डी उनके अस्पताल में अगस्त, 2016 के बाद नहीं आई। 

 

डा. समिति का कहना है कि तब से दवा उनके अस्पताल में आऊट ऑफ स्टॉक है। मौजूदा समय में भी दवा के लिए लिखा हुआ है कि उन्हें दी जाए, परंतु अब तक दवा का स्टॉक उन्हें नहीं मिला है। चंडीगढ़ डायरैक्टर हैल्थ सर्विस डा. राकेश कश्यप ने कहा कि ड्रग कंट्रोलर को उन्होंने जांच के निर्देश जारी कर दिए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद ही साफ हो सकेगा कि कैमिस्ट तक अस्पताल सप्लाई वाली दवा कैसे पहुंची। डा. कश्यप का कहना है कि हो सकता है कि किसी पेशैंट ने कैमिस्ट को दवा बेच दी हो।

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