ओला-उबर चालकों ने चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ दिया धरना

Wednesday, Feb 05, 2020 - 11:31 AM (IST)

मोहाली(राणा) : मोहाली-पंचकूला के ओला व उबर चालकों ने चंडीगढ़ पुलिस की ओर से एंट्री टैक्स वसूल करने व एंट्री टैक्स न भरने पर चंडीगढ़ में एंट्री करने पर 10 हजार से 15 हजार रूपए तक के चालान करने करने को लेकर मोहाली फेज-8 दशहरा ग्रांउड में मोहाली व पंचकूला के ओला-उबर टैक्सी चालक धरना दे रहे हैं। उनका कहना है कि अगर चंडीगढ़ पुलिस ने उनके चालान काटने बंद किए तो वह कड़ा संघर्ष करेंगे। 

आई.जी.पी. अमर सिंह के घर हुई थी वालिया से मुलाकात :
चंडीगढ़ में ओला-उबर की एंट्री बैन को लेकर फेज-8 के दशहरा ग्रांउड में हजारों गाडिय़ां खड़ी कर चालकों ने चक्काजाम किया। यूनियन के प्रधान सतिदंर ने कहा कि चंडीगढ़ एंट्री करने पर उनका 10 से 15 हजार तक का चालान काटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि टैक्सी चालकों में रोष है कि यह एंट्री टैक्स भरना ओला व उबर कंपनी की खुद की जिम्मेवारी है न कि उनकी। 

उन्होंने कहा कि जब तक उनका चंडीगढ़ पुलिस की ओर से लिए जाने वाला टैक्स उक्त कंपनियां खुद नहीं भर्ती तब तक वह अपनी हड़ताल को चालू रखेंगे और एक भी गाड़ी को सड़क पर नहीं चलने देंगे। चंडीगढ़ पुलिस जहां एक तरफ प्राइवेट टैक्सी चालकों को कुछ नहीं कहती। वहीं, दूसरी तरफ ओला-उबर कैब वाले टैक्सी चालकों पर पुलिस व चंडीगढ़ प्रशासन ने पूरी तरह से सख्ती कर रखी है। उन्होंने कहा कि ओला-उबर कैब कंपनियों की ओर से अपनी कमीशन बढ़ाने को लेकर भी रोष है। 

पढ़े लिखे युवक हैं बेरोजगार :
यूनियन ने कहा कि आज के दौर में इतनी बेरोजगारी है कि पढ़-लिखे युवक भी नौकरी न मिलने के कारण टैक्सी चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले कंपनियां की ओरसे उनको किराए में से 20 प्रतिशत कमीशन काट कर पैसे दिए जाते थे। 

अब कंपनियों ने कमीशन 35 प्रतिशत कर दी है। इससे उनका मुनाफा बहुत कम रह गया है। टैक्सी चालकों ने कहा कि इतने कम पैसों से वह अपनी गाडिय़ों की किश्तें भी नहीं निकाल पा रहे। दूसरी तरफ महंगे पैट्रोल, डीजल व सी.एन.जी. गैस की बढ़ती कीमतों के कारण वह भूखमरी की कगार पर हैं।

पंजाब-हरियाणा का भर रहे टैक्स :
उन्होंने कहा कि वह पहले ही पंजाब व हरियाणा का टैक्स भर रहे हैं तो उन्हें चंडीगढ़ के एंट्री टैक्स से छूट दी जाए। अन्यथा उन्हें 5 फीसदी कमीशन बढ़ा दें तो वह अपनी एंट्री टैक्स खुद ही भर लेंगे। उन्होंने कहा कि टैक्सी के हिसाब से पूरे चंडीगढ़ का एरिया क्षेत्रफल  सिर्फ 7 किलोमीटर है अगर कोई कस्टमर गाड़ी बुक करता भी है तो उन्हें मोहाली से चंडीगढ़ जाना पड़ता है। 

जिसकी वजह से उन पर टैक्स की मार पड़ रही है उन्होंने मांग की कि अगर कंपनियां टैक्स नहीं भर सकती तो कंपनी उन्हें अपनी कमीशन कम कर राहत दे। उन्होंने मांग कि है चंडीगढ़ प्रशासनिक अधिकारी पंजाब की सभी टैक्सी नंबर गाड़ियों से भी एंट्री टैक्स वसूल करे और न भरने वाली टैक्सियों पर चालान करें।  उन्होंने कहा इस समय पूरे ट्राइसिटी में ओला और ऊबर की 4 से 5 हजार टैक्सियां चलती है जो बिल्कुल उन्होंने बंद कर रखी है।
 

Priyanka rana

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