सरकारी स्कूल में अधिकारियों का कब्जा, 26 क्लास रूम्स में चल रहे ऑफिस

Tuesday, Jun 13, 2017 - 11:13 AM (IST)

पचकूला (आशीष): सैक्टर-7 स्थित शहीद मेजर संदीप संगर गवर्नमैंट माडल सीनियर सैंकेडरी स्कूल कई एकड़ में फैला हुआ है। स्कूल परिसर में जिला शिक्षा अधिकारी,जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी,शिक्षक सदन और डी.ई.ई.ओ कार्यालय होने से बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। कई बार लोग स्थानीय विधायक को इन कार्यालयों को शिफ्ट करने की मांग कर चुके हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर इन कार्यालयों को बदलने का कोई विचार नहीं है। इसके चलते न तो बच्चों को खेलने के मैदान मिल रहा है और न ही पढ़ाई के अलावा अन्य एक्टिवीटिज शुरू हो पा रही हैं। स्थानीय लोगों की मांग है कि इन कमरों को खाली करवाकर स्कूल में प्राइमरी कक्षाएं भी शुरू करवाई जाएं। 

 

जब इस संबंध में पंचकूला की डी.सी. गोरी पराशार जोशी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि प्रशासिनक स्तर पर इन कार्यालयों को बदलने का कोई विचार नहीं है। शिक्षा विभाग अगर इन कार्यालयों को बदलने के लिए हमारे पास प्रोपोजल भेजेगा तो तो अवश्य बदल दिया जाएगा।  इन कार्यालयों का यहां खुलने से बच्चों को खेलने के लिए मैदान तक भी नहीं है क्योंकि यहां का मैदान अधिकारियों से मिलने आने वालों की गाडिय़ां खड़ी करने का स्थान बन चुका है। इन कार्यालयों में आवाजाही अधिक होने के कारण बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ता है।


 

6 से 12वीं कक्षा के 1250 बच्चे ग्रहण कर रहे हैं शिक्षा
जिला शिक्षा अधिकारी के पास 6, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी 5, शिक्षक सदन 10 से 12 और । इन कार्यालयों को शिफ्ट कर दिया जाता है तो स्कूल में बच्चों की संख्या में बढ़ौतरी होगी, साथ-साथ बच्चों की सुविधा के लिए कई योजनाएं और अन्य गतिविधियों के केन्द्र भी स्थापित हो सकेंगे। स्कूल में कुल 35 के करीब कमरे हैं, जिन्हें कुछ बच्चों के पढऩे के लिए क्लास रूम और अन्य कमरे एन.एस.एस./एन.सी.सी., लैब, लाइब्रेरी और स्टाफ रूम के लिए है।  


 

कार्यालय शिफ्ट होने से शुरू हो सकती हैं नर्सरी से क्लासिज
अगर इस स्कूल से इन सरकारी अधिकारियों के कार्यालयों को शिफ्ट कर दिया जाए तो इन कमरों के खाली होने से बच्चों की संख्या में इजाफा होगा। इसके अलावा स्कूल में नर्सरी से 5वीं कक्षा के बच्चों को भी दाखिला मिल सकेगा। कई बार स्कूल के नजदीक रहने वाले बच्चों के अभिभावक भी स्कूल प्रबंधों से स्कूल में प्राइमरी कक्षाओं को शुरू करने की गुहार लगा चुके हैं। 

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