डैपुटेशन पर आने वाले ऑफिसर्स को देनी होगी विलिंगनैस, हरियाणा को नो ऑब्जैक्शन सर्टीफिकेट

Saturday, Dec 16, 2017 - 10:20 AM (IST)

चंडीगढ़ (विजय) : चंडीगढ़ प्रशासन में डैपुटेशन पर आने वाले ऑफिसर्स को अब लिखकर देना होगा कि वह अपनी मर्जी से ट्रांसफर चाहते हैं। यही नहीं, हरियाणा को भी अब रिटन में नो ऑब्जैक्शन सर्टीफिकेट देना होगा। इस बारे में मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स (एम.एच.ए.) की ओर से चंडीगढ़ प्रशासन को लैटर भेजा गया है। दरअसल इससे पहले दो से तीन बार ऐसे उदाहरण सामने आ चुके हैं जिनमें पहले तो हरियाणा या पंजाब की ओर से ऑफिसर्स का पैनल भेज दिया गया लेकिन जब एम.एच.ए. ने नाम फाइनल किया तो उस ऑफिसर्स ने डेपुटेशन पर चंडीगढ़ में ज्वाइनिंग  देने में अपनी असहमति जता दी। 

 

इससे चंडीगढ़ प्रशासन के साथ-साथ एम.एच.ए. का काम भी दोगुना हो जाता था लेकिन भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न आए इसके लिए एम.एच.ए. ने पहली बार यह कदम उठाया है। प्रशासन द्वारा हाल ही में एम.एच.ए. के पास हरियाणा सरकार की ओर से भेजे गए गृह सचिव के पैनल को अप्रूवल के लिए भेजा गया है लेकिन इससे पहले एम.एच.ए. ने यह लैटर लिखकर सारी स्थिति स्पष्ट कर दी है। अब चंडीगढ़ प्रशासन सोमवार को हरियाणा सरकार को लैटर लिखकर उन सभी ऑफिसर्स की विङ्क्षलगनैस और राज्य की ओर से नो ऑब्जैक्शन सर्टीफिकेट जारी करने के लिए लैटर लिखने जा रहा है। 

 

कमल किशोर हो सकते हैं नए निगम कमिश्नर
2003 बैच के पंजाब कैडर के आई.ए.एस. ऑफिसर कमल किशार यादव नगर निगम के नए कमिश्नर हो सकते हैं। पंजाब कैडर की ही 2007 बैच की आई.ए.एस. ऑफिसर अनिंदिता मित्रा चंडीगढ़ इंडस्ट्रीयल एंड टूरिज्म डिवैल्पमैंट कॉर्पोरेशन (सिटको) की नई मैनेजिंग डायरैक्टर हो सकती हैं। सूत्रों के अनुसार एम.एच.ए. द्वारा इन दोनों नामों को हरी झंडी दे दी गई है। प्रशासन की ओर से इन दोनों ऑफिसर्स के नाम फाइनल करके एम.एच.ए. के पास भेजे गए थे। इस पैनल में डी.एस. मांगट, विनय बबलानी और सिबिन सी. का नाम भी शामिल थे। निगम कमिश्नर की पोस्ट 25 सितम्बर से खाली पड़ी है। 

 

तनवी गर्ग को सी.एच.बी. की सी.ई.ओ. का चार्ज
2009 बैच की आई.ए.एस. तनवी गर्ग ने यू.टी. प्रशासन में फिर से ज्वाइङ्क्षनग दी है। तनवी गर्ग को अंडेमान एंड निकोबार से चंडीगढ़ भेजा गया था। इसके साथ ही उनको डिपार्टमैंट्स की जिम्मेदारी भी सौंप दी गई है। तनवी गर्ग को चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड (सी.एच.बी.) की सी.ई.ओ. की पोस्ट दी गई है। इसके अतिरिक्त रूरल डिवैल्पमैंट, एनीमल हसबैंड्री एंड फिशरीज डिपार्टमैंट की जिम्मेदारी सौंपी गई है। तनवी गर्ग चंडीगढ़ के लिए नई नहीं हैं बल्कि वे यहीं से हैं और इससे पहले चंडीगढ़ प्रशासन में रहकर अलग-अलग डिपार्टमैंट्स में काम भी कर चुकी हैं। 


 

डीबार होंगे ऑफिसर्स
एम.एच.ए. ने इस डैपुटेशन पर ट्रांसफर होने वाले ऑफिसर्स के लिए नियम भी कड़े कर दिए हैं। एम.एच.ए. की ओर से जो लैटर भेजा गया है उसमें साफतौर से कहा गया है कि अगर भविष्य में कोई भी ऑफिसर रिटन में विङ्क्षलगनैस भेजने के बाद उससे इंकार करता है तो उसे हमेशा के लिए डैपुटेशन पर होने वाली ट्रांसफर से डीबार कर दिया जाएगा। प्रशासन की ओर से यह जानकारी भी हरियाणा सरकार के पास भेजी जाएगी। जिससे कि उन्हीं ऑफिसर्स का पैनल भेजा जाए जो चंडीगढ़ में डैपुटेशन पर आने के इच्छुक हों। 

 

डी. सुरेश कर चुके हैं इंकार
इससे पहले प्रशासन ने तीन आई.ए.एस. अफसरों का नाम होम मिनिस्ट्री को भेजा था। इस पैनल में शामिल 1996 बैच के आई.ए.एस. अफसर डी. सुरेश का नाम प्रशासन ने होम सैक्रेटरी की पोस्ट के लिए रिकमैंड किया था। लेकिन पैनल में शामिल सीनियर मोस्ट आई.ए.एस. अफसर डी. सुरेश ने प्रशासन में डैपुटेशन पर आने की अनिच्छा जताई कर दी थी। इसके बाद हरियाणा सरकार ने होम सैक्रेटरी की पोस्ट के लिए 3 सीनियर आई.ए.एस. ऑफिसर्स के नाम प्रशासन को भेज दिए हैं। इनमें 1992 बैच के आईएएस अरुण कुमार गुप्ता, 1995 बैच के आई.ए.एस. बृजेंद्र कुमार और 2001 बैच की अमनीत सी. कुमार शामिल हैं। 

 

इससे पहले दो से तीन बार ऐसा हो चुका है कि जो नाम डैपुटेशन पर ट्रांसफर के लिए पंजाब या हरियाणा की ओर से भेजे जाते हैं, उनमें कुछ ऑफिसर्स ने ज्वाइङ्क्षनग देने से मना कर दिया। यही वजह है कि एम.एच.ए. ने लैटर लिखकर ऑफिसर्स की विङ्क्षलगनैस और हरियाणा सरकार से नो ऑब्जैक्शन सर्टीफिकेट मांगा है। -के.के. जिंदल, सैक्रेटरी परसोनल, चंडीगढ़ प्रशासन।


 

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