करियर : अब 9 महीने में नेतागिरी के गुण सिख बने नेता
punjabkesari.in Friday, Jun 09, 2017 - 08:12 AM (IST)
चंडीगढ़ ( रोहिला): अगर आप सियासी नेता बनने की चाहत रखते हैं तो एक नया कोर्स सियासत में करियर का रास्ता तय करने में आपकी मदद कर सकता है। रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी नामक संस्थान ने यह कोर्स शुरू किया है। इसका उद्देश्य देश को पढ़े-लिखे और प्रतिभाशाली नेता देना है। नौ महीने के इस कोर्स की कोख से योग्य नेता के गुण लेकर निकलने वालों को नेतागिरी की डिग्री भी दी जाएगी। इस पूरे कोर्स की फीस अढ़ाई लाख रुपए रखी गई है।
युवाओं को मिलेगा फायदा
कार्यकारी संचालक रवींद्र साठे ने चंडीगढ़ प्रैस क्लब में एक प्रैस कांफ्रैंस के दौरान बताया कि इस कोर्स से ऐसे युवाओं को फायदा होगा, जो कालेज और छोटे स्तर पर राजनीति तो करते हैं लेकिन आगे कैसे बढ़ें, यह नहीं जानते। यूनिवर्सिटी एवं कालेजों की छात्र राजनीति में अधिकांश युवा बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के बाद देश की सक्रिय राजनीति में आना तो चाहते हैं पर राजनीति के तौर-तरीके नहीं जानते। उनके लिए रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी का यह पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा कोर्स काफी मददगार हो सकता है। 9 महीने के इस कोर्स के दौरान बाकायदा कक्षाएं लगेंगी लेकिन अन्य व्यावसायिक कोर्सों की तरह इसमें प्लेसमैंट नहीं होगा, बल्कि राजनीति में आने पर काम करने की दक्षता प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस कोर्स को करने के लिए अभी तक 200 लोग आवेदन कर चुके हैं।
थ्योरी के साथ प्रैक्टीकल भी
रवींद्र साठे ने कहा कि इस कोर्स में सिर्फ थ्योरी नहीं, बल्कि प्रैक्टीकल भी होगा, जिसमें प्रतिभागियों को ग्राम पंचायत, संसद भवन आदि में ले जाया जाएगा। इस कोर्स में सभी प्रतिभागियों को इंटर्नशिप भी करनी होगी, जिसके चलते उन्हें अलग-अलग क्षेत्रों में भेजा जाएगा। किसी को आदिवासी क्षेत्र में, किसी को गांव में तो किसी को कालोनियों आदि में भेजा जाएगा।
यह है कोर्स
यह संस्थान इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ डैमोक्रेटिक लीडरशिप के तहत लीडरशिप पॉलिटिक्स एंड गवर्नैंस पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है, जिसमें छात्रों को राजनीति और लीडरशिप के गुर सिखाए जाएंगे। रवींद्र साठे ने कहा कि इस कोर्स में भाजपा की विचारधारा से जुड़े विषय नहीं, बल्कि सभी तरह की विचारधाराओं के बारे में पढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि लीडरशिप पॉलिटिक्स एंड गवर्नैंस का पोस्ट ग्रैजुएट प्रोग्राम नौ महीने का होगा और इसके लिए ढाई लाख रुपए फीस देनी होगी। संस्थान में रहने के लिए हॉस्टल, वाईफाई, जिम समेत अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। नौ माह के दौरान समय-समय पर राजनेताओं, नौकरशाहों, समाजसेवियों, विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के भाषण होंगे। ए.सी. कक्षाओं में ऑडियो-वीडियो की सुविधा भी रहेगी।
कोर्स की अवधि-नौ माह
- कुल सीटें- 40
- योग्यता- ग्रैजुएट(किसी भी स्ट्रीम में)
कोर्स की फीस
- कोर्स की फीस-1,75,000 रुपए
- हॉस्टल और मैस फीस- 75,000 रुपए
- एप्लीकेशन फीस 1,000 रुपए
एडमीशन शैड्यूल
- आवेदन - 30 जून आखिरी तारीख।
- इंटरव्यू राऊंड- 5 से 10 जुलाई।
- शॉर्टलिस्ट जारी- 15 जुलाई।
- एडमीशन की आखिरी तारीख-20 जुलाई।
- कोर्स आरंभ- 1 अगस्त से।
1982 में हुई थी संस्थान की स्थापना
रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी संस्थान की स्थापना 1982 में की गई थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर.एस.एस.) की विचारधारा से जुड़े इस संस्थान की स्थापना करने वाले प्रमुख लोगों में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. प्रमोद महाजन, वरिष्ठ भाजपा नेता स्व. गोपीनाथ मुंडे, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीज, बाल आप्टे, डा. विनय सहस्रबुद्धे, रवींद्र साठे और उमेश मोरे शामिल थे। यह संस्थान 35 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं और निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाता रहा है। साथ ही भाजपा नेताओं को समय-समय पर विशेष प्रशिक्षण देता रहा है। भाजपा मंत्रियों के स्टाफ को भी इस संस्थान ने प्रशिक्षण दिया था।
नया कोर्स राजनीति को कैरियर बनाने वाले लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। संस्थान का मानना है कि इससे युवा प्रतिभा और देश की लोकतांत्रिक राजनीति में अंतर को भरा जा सकेगा। यह खास कोर्स रामभाऊ महालगी प्रबोधनी के ठाणे स्थित संस्थान भारतीय लोकतांत्रिक नेतृत्व संस्थान (आई.आई.डी.एल.) कराएगा। गत 17 मई को एच.आर.डी. मिनिस्टर प्रकाश जावड़ेकर और राज्यसभा सांसद विनय सहस्रबुद्धे ने औपरचारिक रूप से यह प्रोग्राम लांच किया था।