अपनी सुरक्षा पर भी गंभीर नहीं पुलिस

Thursday, May 05, 2016 - 02:05 AM (IST)

 मोहाली, (राणा): पिछले कुछ समय से शहर में हो रही ताबड़तोड़ आपराधिक वारदातों को देखते हुए नागरिकों की सुरक्षा को लेकर मोहाली पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं लेकिन मोहाली पुलिस तो अपनी सुरक्षा के प्रति भी गंभीर नजर नहीं आ रही है। पिछले दिनों गुरदासपुर के दीनानगर थाने पर  हुए आतंकवादी हमले के बाद पंजाब समेत पूरे देश में हाई अलर्ट जारी किया गया था। लिहाजा, मोहाली में भी चौकसी कड़ी कर दी गई थी। इस हमले की गंभीरता को देखते हुए शहर के एस.एस.पी. गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने सभी डी.एस.पीज, एस.पीज को ऐसी स्थिति के लिए खुद को तैयार रखने के लिए कहा था। 

दीनानगर की घटना पर गौर करें तो अगर दीनानगर थाने का संतरी वहां मुस्तैद होता तो घटना की गंभीरता को शायद कम किया जा सकता था। घटना के समय संतरी थाने के अंदर था। इस खास पहलू के मद्देनजर एस.एस.पी. ने आदेश दिए थे कि जिले के सभी थानों में संतरी की पोस्ट बनवाई जाए और वहां संतरी हर हालात में चौकन्ना रहे लेकिन इस पर अमल कुछ ही थानों में हुआ।

हथियारों का भी मांगा था ब्यौरा

एस.एस.पी. ने जिले के सभी थानों से लिस्ट मंगवाई थी कि थानों में कौन-कौन से हथियार हैं और कौन-कौन से हथियार की जरूरत है। एस.एस.पी. ने कहा था कि अगर किसी थाने को कोई भी हथियार चाहिए तो वह मांग सकता है। इसके बाद जिले के सरल एरिया के थानों को लाइट मशीनगन (एल.एम.जी.), सैल्फ लेडिंग राइफल्स (एस.एल.आर.), कारबाइन, पिस्टल दी गई। 

एस.एस.पी. ने कहा था कि फील्ड में भी पुलिस आफिसर बिना हथियार के नहीं घूमेंगे लेकिन एस.एस.पी. के कहने पर कुछ थानों में बंकर के नाम पर कुछ थैले रख दिए गए तो कुछ में बंकर ही नहीं बनाए गए। जिनमें बंकर बने हैं, उनमें संतरी कुछ समय के लिए ही खड़े होते हैं।  ऐसे में इन बंकरों का मकसद भी पूरा नहीं हो पा रहा है।

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