पेड पार्किंग के रेट बढ़ाने पर नहीं बनी सहमति

Tuesday, Dec 01, 2015 - 04:16 AM (IST)

 चंडीगढ़, (राय): नगर निगम की सदन बैठक में पार्किंग शुल्क बढ़ाने के प्रस्ताव को निगम ने एक बार फिर से नकार दिया। निगम सदन में कांग्रेस व भाजपा ने इस प्रस्ताव का विरोध किया और कहा कि वे किसी भी कीमत पर लोगों पर अतिरिक्त बोझ नहीं पडऩे देंगे। मीटिंग के दौरान मनोनीत पार्षद सुरिंद्र बाहगा ने कहा कि सभी बड़े शहरों में एरिया के मुताबिक पार्किंग शुल्क तय किए गए हैं, जबकि चंडीगढ़ में प्रस्तावित की पार्किंग शुल्क बहुत ज्यादा है और ये सिस्टम शहर के अनुकूल नहीं है। इसलिए वे इस प्रस्ताव का विरोध करते हैं। इस पर कांग्रेसी पार्षद प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि पार्किंग दरें बढ़ाने के प्रस्ताव का वे पूर्ण रूप से विरोध करते हैं। वे लोगों पर अतिरिक्त बोझ डालने के हक में नहीं है। कमेटी ने इस संबंध में जो निर्णय लिया गया था, उसके बावजूद दोबारा शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव लाना निगम के फैसले की ही उल्लंघना करना है, क्योंकि तीन बार वे सदन में इसे रिलैक्ट कर चुके हैं।

भाजपा पार्षद अरुण सूद ने कहा कि हाईकोर्ट ने निगम को पार्किंग रैगुलेट करने के निर्देश दिए थे, न कि इसे पेड पार्किंग करने के लिए कहा था। इसलिए पहले तो इसे पेड पार्किंग में तबदील करके ही गलत किया गया। उन्होंने कहा कि पार्किंगों का निजीकरण ही किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे निगम को वित्तीय लाभ होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मेयर है और कांग्रेस पार्किंग दरें बढ़ाने के प्रस्ताव का विरोध कर रही है, इसलिए वे इस पर ज्यादा कुछ नहीं बोल सकते। मेयर को चाहिए कि वे सलाहकार से मिलकर पार्किंग का निजीकरण करने के प्रस्ताव को अप्रूवल दिलवाने का प्रयास करें।    

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