डिजिटल मार्केटिंग 'बदलते समय की नई मांग' : डी पी

punjabkesari.in Thursday, Sep 30, 2021 - 08:46 PM (IST)

बदलते तकनीक के इस युग में समय की मांग के अनुरूप प्रत्येक चीज का डिजिटलाइजेशन होता जा रहा है। आज हर कोई एक दुसरे से डिजिटल माध्यम से जुड़ा हुआ है। ऐसे में हर कोई अपनी पहुंच ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच डिजिटल तरीके बनाना चाहता है। ऐसा ही कुछ अब मार्केटिंग के क्षेत्र में भी दिखाई देने लगा है जंहा पर अब लोग नार्मल मार्केटिंग की जगह डिजिटल मार्केटिंग का सहारा लेने लगें हैं। नार्मल मार्केटिंग एक डिजिटल मार्केटिंग से किस तरह अलग है इसके अलावा यह किस प्रकार काम करती है तथा इसके क्या फ़ायदे हैं। इन सब बातों पर स्पष्टता और जानकारी के लिए कुछ निम्न सुझाव डी पी विश्वकर्मा द्वारा नीचे बतलाए गए है। विश्वकर्मा ने चंडीगढ़ में बातचीत के दौरान अपना अनुभव सांझा कर इससे जुड़े सवालों का जवाब दिया।

 

1. डिजिटल मार्केटिंग और नार्मल मार्केटिंग में क्या फर्क है?

डीपी विश्वकर्मा: मार्केटिंग का मुख्य फोकस होता है अवेयरनेस क्रिएट करना और उससे कस्टमर्स या ऑडियंस बिल्ड करना। नॉर्मल मार्केटिंग में, बिना अपने टारगेट ऑडियंस को समझे, अपनी सर्विस या प्रोडक्ट्स को प्रमोट करना और "डेटा स्टडी" ना करना बहुत बड़ा नुकसान है, जैसे कितने लोगो ने हमारे बारे में पढ़ा, देखा, इंटरैक्ट किया और उससे कितने लोगो ने हमारा उत्पाद खरीदें। हाँ, ऐसा नहीं है की नॉर्मल मार्केटिंग से सेल्स नहीं आता, बस बात ऐसी है, जैसे अंधेरे में तीर चलाना।

डिजिटल मार्केटिंग "इंटरनेट ऑडियंस" को प्रभावित करने में मदद करता है। और उस ऑडियंस की उपस्थिति किस डिवाइस पर है जैसे फोन लैपटॉप टैबलेट आदि और किस चैनल पर आपका दर्शक है उसे पता लगाना। डिजिटल विज्ञापन के द्वारा प्रभावित करना। सबसे अच्छी बात यह है की हम सब कुछ ट्रैक कर सकते हैं। जैसे कितने लोगो ने देखा, कितने लोगो ने लैंडिंग पेज/वेबसाइट विजिट किया, कितनी प्रतिक्रियाएं आयी और उससे कितना बिक्री हुई। और अगर यूजर्स ने कुछ रिएक्शन न भी दिया तो, हम रिमार्केटिंग के द्वारा वही ऑडियंस को बार बार विज्ञापन दिख सकते है |

 

2. डिजिटल मार्केटिंग की बेसिक नॉलेज कहा से ले?

डीपी विश्वकर्मा: वैसा तो मार्केटिंग अपने आप में बहुत बड़ा एरिया है। लोग एमबीए, आदि करते है। लेकिन मेरा मानना है, मार्केटिंग सिर्फ अनुभव से ही आता है। अगर आपका इस विषय से लगाव है तभी आप इसमे अच्छा कर सकते हैं। डिजिटल मार्केटिंग, को आप मार्केटिंग का एक सबसेट भी बोल सकते हैं। जिसमे इंटरनेट ऑडियंस को किसी भी कंपनी/उत्पाद/सेवाएं के लिए डिजिटली जागरूक किया जाता है।

 

वैसे डिजिटल मार्केटिंग सीखना बहुत आसान है, जब आपको पता हो इसका इस्तेमाल आपको कैसे करना है। मैं बात कर रहा हूं आपका, एजेंडा क्या है, जैसे आप डिजिटल मार्केटिंग सीख के इस फील्ड में जॉब लेना चाहते हैं, या फिर आप अपने पारंपरिक मार्केटिंग के तरीकों में डिजिटल मार्केटिंग जोड़ना चाहते हैं या फिर आप अपने बिजनेस को डिजिटली प्रचार करना चाहते हैं। अगर एक बार आपने यह तय कर लिया तो अब आपके पास दो तरीके है, पहला, अगर आपके पास समय है तो इंटरनेट पर ब्लॉग और वीडियो के फॉर्म में बहुत सारा कंटेंट मुफ्त में उपलब्ध है। बस आपको एक- एक करके अध्ययन करना है और अप्लाई करते जाना है। अगर आपके पास बिलकुल भी समय नहीं है और आप 2-3 माह में सीखना चाहते हैं, तो आप किसी भी अच्छे संस्थान से एक प्रमाणीकरण भी कर सकते हैं।

 

3. क्या महामारी के बाद से जॉब क्राइसिस में डिजिटल मार्केटिंग एक अच्छा करियर ऑप्शन हो सकता है?

डीपी विश्वकर्मा: कोविड -19 महामारी का हमारी शिक्षा और करियर पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है और 2020 और 2021 में डिजिटल मार्केटिंग के दायरे में भारी वृद्धि देखी गई है। इसने महामारी के युग के साथ-साथ महामारी के बाद के युग में युवाओं के लिए कई करियर विकल्प प्रदान किए हैं। लोग डिजिटल मार्केटिंग को न केवल मार्केटिंग के रूप में बल्कि एक अच्छे करियर विकल्प के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग की बढ़ती लोकप्रियता के साथ, बहुत सारी कंपनियां अब अपने व्यवसाय को संभालने के लिए डिजिटल मार्केटिंग पेशेवरों और विशेषज्ञों की मांग कर रही हैं, विशेष रूप से वर्तमान कोरोना वायरस संकट को देखते हुए, जॉब मार्केट तेजी से डिजिटल और तकनीकी कौशल पर ध्यान केंद्रित कर रहा है,  जिससे कि लोगों ने विकल्प के रूप मे घर से ही रिमोट वर्क करना शुरू कर दिया है। इस तरह से , कंपनियां ऐसे लोगों की तलाश कर रही हैं जो डिजिटल मार्केटिंग को संभालने में कुशल हों।

 

 एक सर्वेक्षण के अनुसार, यह पाया गया है कि युवा डिजिटल मार्केटिंग में सबसे अधिक रुचि रखते हैं जैसे कि वेब डेवलपर, वेब डिजाइनर, एसईओ विशेषज्ञ, आदि और इसे अपने करियर विकल्प के रूप में अपना रहे हैं। 63% ग्राहक सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं, 53 % खोज के लिए Google और अन्य वेब प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं। 47% ग्राहक मोबाइल ऐप का उपयोग कर रहे हैं जो दर्शाता है कि दर्शक डिजिटल मार्केटिंग के बारे में अच्छी तरह जानते हैं और यहां तक कि इसे करियर विकल्प के रूप में चुनते हैं।

 

4. डिजिटल मार्केटिंग की शुरुआत कैसे करे?

डीपी विश्वकर्मा: किसी भी चीज को शुरू करने के लिए उसकी आवश्यकता और एजेंडा को समझना जरूरी हो जाता है। मैंने ऊपर भी यही बात को बताया है | मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि व्यावसायिक उद्देश्य के लिए 3 संभावित स्थितियां हो सकती हैं, नौकरी/कैरियर/कमाई का उद्देश्य, विपणन और प्रौद्योगिकी के बारे में अत्यधिक रुचि |

डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग करने और डिजिटल मार्केटिंग के आगे पीछे को समझना एक उचित प्रक्रिया है:

1- मार्केटिंग की मूल बातें जानें और इंटरनेट पे ब्लॉग और वीडियो के फॉर्म में बहुत सारा कंटेंट मुफ्त में उपलब्ध है, उसके जरिये बस आपको एक - एक करके अध्ययन करना है और अप्लाई करते जाना है।

2- केस स्टडी की जांच करें कि कैसे विपणक और कंपनियां असाधारण परिणामों के लिए डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग करती हैं |

3- साथ ही यह भी समझना चाहिए कि डिजिटल मार्केटिंग, किसी व्यवसाय में कैसे उपयोगी है, चाहे बिज़नेस आपका हो या आप किसी कंपनी के कर्मचारी हो | आप उस बिज़नेस को कैसे डिजिटल तरीके से बड़ा कर सकते है, क्योंकि डिजिटल ऑडियंस थोड़ी शिक्षित है।

जैसे ही एजेंडा और उद्देश्य साफ हो जाता है, यह समझना आसान हो जाता है कि डिजिटल मार्केटिंग आपके लिए क्या है। लोगों के लिए इसकी अलग-अलग धारणाएं हैं क्योंकि यह इसके बारे में जानने के इच्छुक व्यक्ति की जरूरतों और आवश्यकताओं के अनुसार पूरी तरह से बदल जाती है। एक छात्र इसे करियर विकल्प के रूप में चुनना चाहता है और शायद इसे सीखने के उद्देश्य से भी जानना चाहता है, एक व्यवसाय मालिक इसके बारे में ज्ञान रखना चाहता है ताकि वह अपना राजस्व बढ़ा सके, इसके अलावा कोई अन्य व्यक्ति भी इसे केवल तभी सीखना चाहेगा जब इससे कुछ कमाई हो सके |


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News Editor

AJIT DHANKHAR

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