केरल की बहादुर सीफिया हनीफ नीरजा भनोट अवॉर्ड से सम्मानित
punjabkesari.in Sunday, Sep 08, 2019 - 02:36 PM (IST)

चंडीगढ़(पाल) : शहर में भनोट परिवार के पैन एम. ट्रस्ट की ओर से सैक्टर-7 में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इसमें 16 वर्ष की आयु में शादी के बाद पति खोने वाली और दो छोटे-छोटे बच्चों की जिम्मेदारी निभाने के साथ कई विषम परिस्थितियों से उबरकर लोगों के लिए मिसाल बनी केरला की सीफिया हनीफ को नीरजा अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें विशेष रूप से अमरीका के लॉस एंजिल्स से आई नीरजा की पूर्व ट्रेनर वेंडी सू कनेक्ट ने दिया।
वेंडी 80 के दशक में नीरजा की ट्रेनर रह चुकी हैं। 5 सितम्बर 1986 को कराची एयरपोर्ट में पैन एम. प्लेन के हाईजैक के दौरान नीरजा ने बहादुरी से आतंकवादी का मुकाबला कर लोगों की जान बचाई थी। नीरजा परिवार साल 1990 से उन महिलाओं को यह पुरस्कार दे रहा है, जो विषम परिस्थितियों से ग्रस्त महिलाओं की सहायक बनी हों। सीफिया हनीफ को पुरस्कार में डेढ़ लाख रुपए की धनराशि के साथ एक ट्रॉफी और सर्टीफिकेट दिया गया।
300 से ज्यादा विधवाओं के घर निर्माण, शौचालय और उनकी पैंशन दिलवाने में सहायक बनी है सीफिया : अखिल भनोट
ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी अखिल भनोट ने बताया कि मात्र 16 वर्ष की उम्र में शादी के बाद सीफिया के पति की मौत हो गई। बावजूद दो बच्चों के सीफिया ने पार्ट टाइम नौकरी कर फिर पढ़ाई शुरू की और अपना घर भी संभाला ।
इसी बीच उन्होंने उन तमाम विधवाओं की सुध ली जो कि सामाजिक और आर्थिक तंगियों से जूझ रही थीं। फेसबुक पेज ‘छितल’ (मलयाली शब्द) के माध्यम से उन्होंने विधवाओं की समस्याओं को उजागर किया और इस अभियान को लोगों का खूब समर्थन मिला। आज वह 300 से भी अधिक विधवाओं के घर निर्माण, कालोनियों में शौचालय का निर्माण और उनकी पैंशन दिलवाने में सहायक बनी हैं।
नीरजा विश्व के हर शख्स के लिए उदाहरण है : वेंडी कनेक्ट
वेंडी ने इस अवसर पर बताया कि नीरजा भनोट शिकार होने के बावजूद भी विश्व में हीरोइन का दर्जा प्राप्त कर चुकी है। अन्याय की खिलाफत करने वाली नीरजा विश्व के हर उस शख्स के लिए उदाहरण है जो अन्याय का शिकार हो रहा है।
मिशन में और मजबूती देने के लिए प्रेरित करता रहेगा यह अवार्ड :
सीफिया ने बताया कि यह पुरस्कार उन्हें अपनी मिशन में और मजबूती देने के लिए प्रेरित करता रहेगा। कार्यक्रम के दौरान नीरजा भनोट पैन ट्रस्ट में मानद महासचिव और नीरजा के छोटे भाई अनीश भनोट ने कहा कि हमें अपनी बहन पर सदैव नाज रहेगा और इस अवार्ड के माध्यम से वे हर साल नई नीरजा को जन्म देते रहेंगे।