नहीं खाने पड़ेंगे धक्के, अब नीड बेस्ड चेंज के लिए कर सकेंगे ऑनलाइन अप्लाई
punjabkesari.in Monday, Aug 26, 2019 - 01:15 PM (IST)
चंडीगढ़(राजिंद्र) : चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड ने नीड बेस्ड चेंज के लिए ऑनलाइन सिस्टम की तैयारी पूरी कर ली है। इसके लिए विभाग ने ट्रायल भी पूरा कर लिया है और अब अगले सप्ताह से इसे शुरू कर दिया जाएगा।
इससे अलॉटी अब घरों में किए बदलावों को बोर्ड द्वारा तय नियमों के तहत आसानी से नियमित करवा सकेंगे। इससे अलॉटी को सी.एच.बी. ऑफिस में धक्के खाने की जरुरत नहीं पड़ेगी, बल्कि ऑनलाइन ही इसके लिए पेमैंट भी की जा सकेगी। इसके लिए बोर्ड द्वारा वैबसाइट पर ऑप्शन दिया जाएगा। इसके लिए बोर्ड ने रजिस्टर्ड स्ट्रक्चरल इंजीनियर की लिस्ट और स्टेबिलिटी परफार्मा को ऑनलाइन कर दिया है।
ऑनलाइन पेमैंट को लेकर कुछ इश्यू हैं :
बोर्ड के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर यशपाल गर्ग ने बताया कि उन्होंने नीड बेस्ड चेंज सिस्टम को ऑनलाइन करने की तैयारी पूरी कर ली है और अगले सप्ताह से इसे शुरू कर दिया जाएगा।
ऑनलाइन पेमैंट को लेकर कुछ इश्यू है, जिसे हल करने के लिए सोमवार को उन्होंने रिव्यू मीटिंग बुलाई है। उन्होंने कहा कि इसका ट्रायल भी पूरा कर लिया गया है, इसलिए अब इसे शुरू करने में कोई परेशानी नहीं है।
पैनल आर्कीटैक्ट की लिस्ट वैबसाइट पर डाली :
इससे पहले बोर्ड ने रजिस्टर्ड स्ट्रक्चरल इंजीनियर, स्टेबिलिटी परफार्मा, बिल्डिंग प्लान, नीड बेस्ड चेंज प्रस्ताव और सैल्फ सर्टिफिकेशन के लिए पैनल आर्किटैक्ट की लिस्ट भी वैबसाइट पर डाल दी है।
मौजूदा सिस्टम के तहत अलॉटियों को बोर्ड कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं, लेकिन नए सिस्टम से इसमें समय भी कम लगेगा और अलॉटियों की परेशानी भी कम होगी। वह ऑनलाइन ही कहीं से भी इसके लिए अप्लाई कर सकेंगे।
काफी समय बाद नीड बेस्ड चेंज को किया लागू :
काफी समय बीत जाने के बाद पिछले वर्ष ही बोर्ड ने नीड बेस्ड चेंज के प्रस्ताव को अप्रूवल दी थी, जिसके तहत एडिशनल कवरेज के लिए 200 प्रति स्क्वेयर फीट के हिसाब से फीस तय की गई है। इसके अलावा प्रत्येक वायलेशन के लिए भी न्यूनतम फीस को 20 हजार रुपए तय किया गया है।
सी.एच.बी. अलॉटी लंबे समय से इन बदलावों को नियमित करने की मांग कर रहे थे। अलॉटियों को ये बदलाव करने के लिए व्यक्तिगत रुप से परमिशन नहीं लेनी पड़ेगी। शहर में 62 हजार में से 55 हजार के करीब मकानों में कई प्रकार की वायलेशन है, जिसमें अतिरिक्त टॉयलेट्स, कमरों का निर्माण, बॉलकोनी को कमरों में बदलना और सरकारी भूमि पर सीढिय़ों का निर्माण करना आदि वायलेशन शामिल हैं।
एडीशनल कंस्ट्रक्शन को मिली है मंजूरी :
बोर्ड ने नीड बेस्ड चेंज के अंदर आंगन और छतों में एडीशनल कंस्ट्रक्शन को भी मंजूरी दी है, जिसमें एच.आई.जी., एम.आई.जी. कैटेगरी के लिए अलग-अलग एरिया तय किया गया है, जिसमें कुल कंस्ट्रक्शन का 50 से 75 प्रतिशत तक फाइनल किया गया है। इसमें अधिकतम 150 स्क्वेयर फीट तक कंस्ट्रक्शन की जा सकती है। बोर्ड ने अपार्टमैंट की लंबाई के हिसाब से आगे और पीछे 3 फीट की बालकॉनी की अनुमति दी है।