स्मार्ट सिटी के नाम पर सैक्टर-17 में एक ईंट तक नहीं लगा सका निगम

punjabkesari.in Sunday, Dec 17, 2017 - 11:55 AM (IST)

चंडीगढ़(राय) : नगर निगम ने वर्ष 2016 में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत सैक्टर-17 को विकसित करने के लिए निजी कंपनी को करोड़ों का भुगतान कर मास्टर प्लान तैयार करवाया था। अब 2017 भी अपने अंतिम चरण में है पर उस परियोजना के नाम पर एक ईंट तक नहीं लगी। पूर्व मेयर अरुण सूद के समय तैयार किए गए इस प्रोपोजल को वर्तमान मेयर आशा जायसवाल के कार्यकाल में फाइलों से ही नहीं निकाला गया। 

 

इस परियोजना का प्रैजैंटेशन जब शहर के विभिन्न वर्गों को दिखाई गई तो बताया गया था कि सैक्टर-17 में स्थित प्लाजा जैसे 7 और प्लाजा बनाए जाएंगे। उसमें बताया गया था कि डी.सी. ऑफिस के लिए दो नई जगह प्रस्तावित है व डी.सी. ऑफिस को हटाकर आर्ट एंड म्यूजियम गैलरी बनाने की योजना दिखाई गई थी। प्रैजैंटेशन में कहा कि सैक्टर-16 के रोज गार्डन को सैक्टर-17 प्लाजा के साथ जोडऩे के लिए अंडरपास बनाया जाएगा।

 

सैक्टर-17 के व्यापारियों को यह खाका दिखाकर पूर्व महापौर अरुण सूद के समय सैक्टर-17 की दो मुख्य पार्किंगों को बंद कर दिया गया था। इन्हें इस शर्त पर खोला गया था कि जब प्लाजा के रैनोवेशन का काम शुरू होगा तो इसे पुन: बंद किया जाएगा। 

 

इसके विपरीत निगम ने तो करोड़ों में बनी मल्टीलैवल पार्किंग को सुचारू ढंग से चला पाया और न ही सैक्टर-17 की पार्किंगों को दोबारा बंद कर पाया। उल्टे मुम्बई की फर्म को इनके संचालन का ठेका करोड़ों में दे दिया। 

 

सूत्रों के अनुसार मुम्बई की फर्म को भी यही कहा गया कि जब तक उनके ठेके की अवधि है तब तक प्लाजा के रैनोवेशन का काम नहीं शुरू होगा। महापौर ने पदभार संभालते ही कहा था कि शहर की बेहतरी के लिए अगर उन्हें कड़े कदम उठाने पड़ें तो वह पीछे नहीं हटेंगी। 

 

जबकि सैक्टर-17 के व्यापारियों को मल्टीलैवल पार्किंग में वाहन खड़े करने के लिए बाध्य करने की बात वह अब भूल गई हैं। पार्किंग की दरें बढ़ाने व स्मार्ट पार्किंग शुरू करने के दावों के बावजूद सैक्टर-17 में पार्किंग की व्यवस्था नहीं सुधरी। 

 

सब करार ठंडे बस्ते में :
निगम द्वारा इस शर्त पर पार्किंग खोलने का निर्णय लिया गया था कि जब स्मार्ट सिटी के प्रस्तावित प्रोपोजल के अनुसार पूरे प्लाजा का 50 प्रतिशत काम पूरा हो जाएगा तब एक बार फिर से पार्किंग बंद कर दी जाएगी। 

 

उसके बाद इन दोनों एरिया में होने वाला प्रस्तावित काम शुरू कर दिया जाएगा। यह भी एग्रीमैंट हुआ है कि प्रतिदिन सुबह 11.30 बजे तक यह पार्किंग बंद रहेगी और व्यापारी और उनके कर्मचारी मल्टीलैवल पार्किंग में ही वाहन पार्क करेंगे। 

 

यह सब करार अब ठंडे बस्ते में है। यह भी समझौता हुआ था कि निगम जल्द से जल्द साहिब सिंह के पीछे मल्टीलैवल पार्किंग का काम शुरू कर देंगे। इस प्रस्ताव पर निगम सदन में वर्षभर कोई चर्चा नहीं हुई। प्लाजा की रैनोवेशन की सारी परियोजना ही ठंडे बस्ते में है। 

 

इस संबंध में निगम के अधिकारियों का कहना था कि जब तक उन्हें फंड नहीं मिलते काम कैसे शुरू होगा। वह लोग मेयर को कई बार इस स्थिति से अवगत करवा चुके हैं पर कोई कदम नहीं उठाए जा रहे।


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