ऑपरेशन स्माइल को मिली बड़ी सफलता : 2 लाख में हुआ था सौदा, प. बंगाल की नाबालिग हरियाणा में हुई रैस्क्यू

punjabkesari.in Sunday, Apr 02, 2023 - 10:11 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): ऑपरेशन स्माइल के पहले ही दिन एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पश्चिम बंगाल की रहने वाली नाबालिग लड़की जो पिछले 20 दिन से करनाल के निजी आश्रम में रह रही थी, जिसकी सूचना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, यमुनानगर इंचार्ज एएसआई जगजीत सिंह को दी गई। एएसआई ने केस की गंभीरता को समझते हुए कॉउन्सिलिंग की तो मामले का खुलासा हुआ, जहाँ पता चला की पीड़िता की शादी पश्चिम बंगाल में हो चुकी है और उसे मानव तस्करी कर हरियाणा लाया गया है। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और माता पिता से भी संपर्क किया गया। पुलिस द्वारा आरोपियों की तलाश की जा रही है। 
 

 

 

 

-सास और पति करते थे मार पिटाई, जान से मारने की धमकी देकर पीड़िता को बेचा
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि करनाल के निजी आश्रम में रह रही सुमित्रा (काल्पनिक नाम) की कॉउन्सिलिंग की गई।  कॉउन्सिलिंग में पता चला की पीड़िता डरी हुई है और कुछ छुपा रही है।  जैसे ही टीम द्वारा पीड़िता को विश्वास में लिया गया तो उसने बताया कि उसकी शादी सुरजापुर, पश्चिम बंगाल निवासी रेहान खान से हुई थी।  पीड़िता को उसका पति और सास पीटते थे और कई कई दिन भूखा रखते थे।  फिर 16 फरवरी 2023 को पीड़िता को उसकी सास ने दो आरोपियों विकास व मीरा नाम की महिला को बेच दिया।  विरोध करने पर पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी गई। 
 

 

 

 

-क्या है ऑपरेशन मुस्कान
जैसा की विदित है प्रदेश में लापता बच्चों को खोजने के लिए हरियाणा पुलिस अप्रैल माह में ऑपरेशन ‘मुस्कान’ चलाएगी। इसके तहत लापता और लावारिस बच्चों, मां-बाप से बिछुड़े बच्चों को ढूंढकर उनके मां बाप या उनके पालकों तक पहुंचाया जाएगा। यह अभियान हरियाणा पुलिस प्रदेश के अन्य विभाग जैसे महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ मिलकर चलाएंगे। ढूंढ़े गए हर बच्चे का फोटोग्राफ और अन्य जानकारी राष्ट्रीय पोर्टल ट्रैक दि मिसिंग चाइल्ड और खोया-पाया पर भी साझा करने के निर्देश दिए जा गए हैं। 

 

 

 


राज्य अपराध शाखा के चीफ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह आईपीएस ने टीम की तारीफ की और ऐसे ही बेहतर कार्य करने के निर्देश दिए है।  इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि देशभर में इस प्रकार का पहला अभियान जनवरी 2015 में पूरे देश में चलाया गया था।  वर्तमान में राज्य अपराध शाखा के अंतर्गत तकरीबन 22 एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट कार्य कर रही हैं। 

 

 


जिनको मानव तस्करी को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के आदेश दे दिए गए है। इसके अतिरिक्त सभी यूनिट इंचार्ज अन्य राज्यों के आश्रमों में रह रहे हरियाणा के गुमशुदा बच्चे, महिला व व्यक्तियों का डाटा भी तैयार करेंगे। इसके अतिरिक्त अभियान में उन नाबालिगों को भी रेस्क्यू किया जायेगा जो या तो घरेलु नौकर अथवा छोटे उद्योगों में बाल श्रमिकों की तरह काम कर रहे हैं या फिर रेलवे स्टेशन और बस स्टैंडों पर लावारिशों की तरह रह रहे हैं या भीख मांग रहे हैं।


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News Editor

Ajay Chandigarh

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