वारंटी पीरियड में गाड़ी रिपेयर करने के पैसे लिए, ठोंका 55 हजार हर्जाना

punjabkesari.in Tuesday, Jun 18, 2019 - 12:16 PM (IST)

चंडीगढ़(राजिंद्र शर्मा): नई गाड़ी लेने के बाद ही वह कई बार खराब हो गई और रिपेयर करवाने पर वारंटी पीरियड के अंदर ही कंपनी को पैसे मांगने महंगे पड़ गए है। फोरम ने कंपनी को सेवा में कोताही का दोषी करार दिया है। फोरम ने निर्देश दिए हैं कि कंपनी रनिंग कंडीशन में शिकायतकर्त्ता को 55,075 रुपए बिना चार्ज किए वाहन हैंडओवर करे। 

साथ ही मानसिक पीड़ा और उत्पीडऩ के लिए 40 हजार रुपए मुआवजा और 15 हजार मुकद्दमा खर्च भी देने के निर्देश दिए हैं। आदेश की प्रति मिलने पर 30 दिनों के अंदर इन आदेशों की पालना करनी होगी, नहीं तो कंपनी को मुआवजा राशि पर 9 प्रतिशत की दर से ब्याज भी देना होगा। ये आदेश जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम-1 ने जारी किए। शिकायतकर्त्ता की तरफ से अमित चौधरी ने केस की पैरवी की।

तीन साल की वारंटी दी थी
पंचकूला निवासी प्रभात सिंह ने फोरम में डायनामिक मोटर्स चंडीगढ़, जनरल मोटर्स इंडिया लिमिटेड गुजरात और जनरल मोटर्स इंडिया लिमिटेड महाराष्ट्र के खिलाफ शिकायत दी थी, जबकि फोरम ने ये आदेश डायनामिक मोटर्स के खिलाफ ही सुनाए हुए हैं और जनरल मोटर्स इंडिया लिमिटेड के दोनों पक्षों के खिलाफ शिकायत को डिसमिस कर दिया। शिकायतकर्त्ता  ने कहा कि उन्होंने डायनामिक मोटर्स चंडीगढ़ से शेवरले बीट कार खरीदी, जिसे जनरल मोटर्स इंडिया लिमिटेड ने मैन्युफैक्चर्ड किया था। 

इसके लिए उन्होंने 5 लाख 70 हजार रुपए पे किए और कार को कार्पोरेशन बैंक हमीरपुर से फाइनैंस करवाया। इसके साथ ही 20 हजार रुपए रजिस्ट्रेशन चार्जेज भी जमा करवाया गया। कार की तीन साल की वारंटी दी गई थी। उन्होंने कार की दो बार सर्विस करवाई और जब वह सर्विस के लिए लेकर गए तो उन्हें बताया गया कि इसमें थोड़ा डिफैक्ट है, जिस कारण ए.सी. काम नहीं कर रहा है। इसके लिए 6548 रुपए का बिल बनाया गया, जो शिकायतकर्त्ता ने अदा कर दिया। इसके बाद भी उन्हें दो बार ए.सी. पैसे लेकर ठीक करवाया। इस दौरान टर्बो पंप ने भी काम करना बंद कर दिया, जिसके चलते उन्होंने 25 हजार 509 रुपए अदा किए। 

बीच रास्ते ही बंद हो गई कार
इसके बाद भी कम से कम चार बार उन्होंने वाहन की रिपेयर करवाई। सितम्बर 2013 में जब शिकायतकर्त्ता  हमीरपुर से आ रहे थे तो कार में लो पिक अप सामने आ रही थी, जिसके चलते वह कंपनी के पास लेकर गए और 541 रुपए चार्ज किए गए। इसके बाद भी एक दिन हमीरपुर से चंडीगढ़ के लिए आते हुए बीच रास्ते में ही कार बंद हो गई। इसके बाद वह कंपनी के पास वाहन लेकर गए, जिन्होंने 55,075 रुपए का बिल बनाया। हालांकि इस संबंध में कोई कारण नहीं बताया गया कि वारंटी पीरियड के अंदर होने के बावजूद कार रिपेयर का इतना बिल क्यों बनाया है। इसके बाद ही उन्होंने इस संबंध में फोरम में शिकायत दी। तीनों पक्षों ने फोरम में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने सेवा में कोई कोताही नहीं बरती। 


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bhavita joshi

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