मोहाली निगम का 251 करोड़ रुपए का बजट पास
punjabkesari.in Thursday, Feb 13, 2020 - 01:32 PM (IST)
मोहाली(नियामियां) : नगर निगम मोहाली की आज यहां मेयर कुलवंत सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक दौरान 251 करोड़ के बजट को सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। यह बैठक मेयर और पार्षदों के मौजूदा कार्यकाल की आखिरी है, इसलिए मेयर ने समूह सदस्यों को शांति के साथ बैठक की कार्रवाई चलाने की अपील की।
बैठक में सुखदायक माहौल में शुरू हुई परंतु जैसे ही कांग्रेस के पार्षदों कुलजीत सिंह बेदी और भारत भूषन मैणी ने बजट पर कुछ बोलना चाहा तो अकाली पार्षदों रजिन्दरपाल शर्मा और परमजीत सिंह काहलों ने शोर शराबा डाल कर उन्हें अपनी बात न कहने दी।
विज्ञापनों से आमदनी का लक्ष्य काफी कम रखा :
कांग्रेसी पार्षद कुलजीत सिंह बेदी ने कहा कि बिजली की चुंगी से जो आमदन निगम को होनी है। वह पिछले साल जितनी ही रखी गई है, इसको बढ़ाना चाहिए। उन्होंने विज्ञापनों से निगम को होने वाली आमदन पर प्रश्न उठाते कहा कि इस आमदन का लक्ष्य भी काफी कम रखा गया है।
इसलिए निगम को दोबारा टैंडर जारी करने चाहिए। जैसे ही बेदी ने वाटर सप्लाई और सीवरेज मद के अधीन बताई आमदन पर बोलना शुरू किया तो अकाली पार्षदों ने कोहराम मचा कर उनको बोलने नहीं दिया। इस पर सभी कांग्रेस पार्षद रोष स्वरुप मीटिंग से वॉकआउट करके हाल के एक तरफ आ गए।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में इस बजट को घाटे का बजट बताया और कहा कि यह आंकड़ों का हेर फेर है। उनके इस रोष में सीनियर डिप्टी मेयर रिशव जैन भी शामिल हो गए। मैनी ने कहा हर मैंबर को हर प्रस्ताव पर बोलने का हक है परन्तु बोलने नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेसी पार्षदों ने जो मुद्दे उठाए थे वह मेयर ने सुने ही नहीं। कांग्रेसी पार्षदों ने बजट को पास करने पर तो कोई ऐतराज नहीं किया परन्तु उन्होंने यह विरोध जरूर किया कि उनको बोलने क्यों नहीं दिया। इसी दौरान यह बजट पास कर दिया गया।
54.11 लाख का फंड बैंक को वापस करने के प्रस्ताव का विरोध जताया :
बजट मीटिंग समाप्त होने से कुछ समय बाद निगम की साधारण बैठक मेयर की अध्यक्षता में हुई। इसमें लाए सभी मुद्दों को कुछ मिनटों में पास कर दिया गया। शहरी वातावरण सुधार प्रोग्राम अधीन आए 13 कार्यों के 54.11 लाख रुपए ब्याज समेत पी.आई.डी.बी. को वापस करने संबंधी लाए गए प्रस्ताव का विरोध करते हुए परमजीत सिंह काहलों और पार्षद कुलदीप कौर कंग ने कहा कि यह फंड वापिस नहीं करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह सब राजनीतिक शरारत है। पार्षद हरपाल सिंह चन्ना ने कहा कि एक तरफ 200 कार्यों के टैंडर इस कारण नहीं जारी किए जा रहे कि निगम पास फंड नहीं है परन्तु दूसरी तरफ सोसायटियों के लिए आया पैसा वापस किया जा रहा है।