चंडीगढ़ में लागू होगा मोहाली का सफाई सिस्टम

Saturday, Jul 30, 2016 - 07:59 PM (IST)

चंडीगढ़ : चंडीगढ़ नगर निगम भी अब मोहाली का जियोग्राफिक इंफॉर्मेशन सिस्टम पर आधारित क्लीनिंग सिस्टम चंडीगढ़ में लागू करेगा। शुक्रवार को सदन की बैठक में  क्लीनिंग सिस्टम को मंजूरी मिल गई है। इस पूरे सिस्टम का डिजिटाइजेशन होगा। पूरे शहर का क्लीनिंग ऑपरेशन जी.आई.एस और मोबाइल आधारित एप के द्वारा ट्रैक किया जाएगा। इससे पहले  मोहाली का दौरा करने वाली नौ सदस्यीय समिति द्वारा "खास तरह का सिस्टम" सदन के समक्ष रखा गया था। समिति ने प्रोजेक्ट के बारे में सदन के समक्ष डिटेल्ड प्रेजेंटेशन भी दी थी। 

 
चंडीगढ़ अपनी सफाई कर्मचारियों पर नज़र रखने की समस्या का सामना कर रहा है, जो प्रणाली को अक्षमता की ओर लेकर जा रहा है। यह प्रणाली स्मार्ट फोन और क्लाउड-आधारित ट्रैकिंग टेक्नोलॉजीस इस्तेमाल करेगा जोकि टैम्पर-प्रूफ पिक्चर्स, कोर्रेसपोंडिंग लोकेशन्स भेजेगा। सुबह सफाई से पहले की फोटो सेनिटेशन इंस्पेक्टर भेजेगा। सफाई के बाद फिर से फोटो भेजी जाएगी। मोहाली को सफाई का पूरा कॉट्रेक्ट सालाना 13.5 करोड़ रुपये पड़ता है। 
 
हालांकि चंडीगढ़ नगर निगम के पास  पूरे शहर को साफ करने के लिए लगभग 4,000 कर्मचारी है। करीब 1,200 कर्मचारी नियमित रूप से काम कर रहे हैं, जबकि शेष कर्मचारियों को ठेकेदारों के माध्यम से काम पर रखा है। सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए रजिस्टर रखा गया है लेकिन यहाँ पर सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति की जाँच करने के लिए कोई भी फूलप्रूफ सिस्टम नहीं है। 
 
सदन की बैठक में निर्णय लिया गया है कि वी-6 रोड पर मैनुअल सिस्टम ही लागू होगा। जबकि प्रमुख सड़कों पर नया सिस्टम लगेगा। मेयर अरुण सूद ने कहा कि कई बार आरोप लगते हैं कि सफाई कर्मचारी अधिकारियों के घरों में काम करते हैं। नए सिस्टम से वह दिक्कत भी दूर हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इससे कर्मचारी भी कम लगेंगे, जबकि जो पहले से सफाई कर्मचारी हैं, उन्हें निकाला नहीं जाएगा। नए सिस्टम के तहत रोड बर्म को टर्शरी वाटर के साथ धोया भी जाएगा।
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