घरवालों को आज भी आस है उनके लौट आने की . . .

punjabkesari.in Friday, Sep 27, 2019 - 03:14 PM (IST)

चंडीगढ़(कुलदीप) : बॉलीवुड की फिल्म दुश्मन का गीत चिठ्ठी न कोई संदेश जाने वो कौन सा देश जहां तुम चले गए.... कुछ ऐसा ही असल दुनिया में मामला देखने को मिला है जहाँ लोग गायब तो हो जाते है लेकिन बाद में उनकी कोई खोज खबर नहीं होती। 

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ये पुलिस कार्रवाई पर सवालिया निशान उठाती यह खबर चंडीगढ़ के साथ लगते बलटाना की है, जहां परवेज़ आलम जो कि पिछले 5 जून से लापता है। बताया जा रहा है कि परवेज़ घर से कहीं बाहर गया था और अभी तक लौट कर वापिस नहीं आया। जिसकी तलाश में उसकी पत्नी अपनी मासूम बच्ची को लेकर दर-दर भटक रही है। 

वहीं अगर पुलिस की बात करें तो केवल तलाश जारी का दिलासा देकर भेज देती है। यूँ तो पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर रखी है। लेकिन अगर तलाश की बात करें तो न जाने बैठे-बैठे कौन सी तकनीक से तलाश कर रही है। सवाल ये कि आखिर कहां गए वो लोग जिनके कदमों के निशा आज भी उनके परिजनों के दिलों में बाकी है। लेकिन नम आंखे अभी तक उनके लौट आने के इंतजार में है। 

सवाल ये कि 'वी केयर फॉर यू' का दावा करने वाली चंडीगढ़ पुलिस आखिर कर क्या रही है। गुमशुदा लोगों को तलाश तो दूर की बात है उल्टा अपनों की खबर पूछने पर पुलिस केवल मुकदमा दर्ज कर पल्ला ही झाड़ लेती है। आखिर ऐसा ही मामला बलटाना के परवेज के साथ हुआ है। 

4 महीनों से लापता का कोई सुराग नहीं :
जीरकपुर बलटाना निवासी गुमशुदा हुए परवेज आलम की पत्नी और उसकी मासूम बेटी लेकर जगह-जगह फोटो दिखाकर उसकी तलाश में भटक रही है। कभी पुलिस चौकी जाती है तो कभी बस में और कभी सड़कों पर दर-दर भटक रही है। लेकिन अब उसकी पत्नी ने हारकर मेहनत मजदूरी करके पैसे इकठे करना शुरू कर दिए है। उसका कहना है कि पति परवेज आलम का पता बताने वाले को वह 10 हज़ार रुपए की इनामी राशि देगी। बाप की तलाश में माँ के साथ भटक रही मासूम की तोतली जुबान और चमकती हुई आँखें यही बार-बार कह रही हैं " पापा जल्दी आ जाना "।
 


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Priyanka rana

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